एक कुशल हस्तरेखा शास्त्री हाथ के लक्षणों को देखकर काफी कुछ बताने में सक्षम होता है. जीवन के सभी क्षेत्रों का अध्ययन हाथ की रेखाओं को देखकर किया जा सकता है. आज हम हस्तरेखाओं के आधार पर यह बताने का प्रयास करेगें कि कौन से
हस्तरेखा शास्त्र में संतान का अध्ययन भी किया जाता है. यदि किसी व्यक्ति के पास अपनी जन्म कुंडली का पूरा विवरण नही है तब वह अपनी हाथ की रेखाओ के माध्यम से संतान प्राप्ति के विषय में जान सकता है कि संतान का सुख उसके हाथ
आज हम तर्जनी अंगुली के पोरों के बारे मे जानने का प्रयास करेगें. हर पोर का महत्व माना गया है़ उसी के बारे में आपको बताया जाएगा. तर्जनी अंगुली का पहला पोर | First Phalange in Index Finger हर अंगुली में मुख्य रुप से तीन
हस्त रेखा में हर छोटी-बड़ी रेखा और सभी प्रकार के चिन्ह अपनी एक विशेषता रखते हैं. यह चिन्ह हाथ में जिस जगह स्थित होते हैं वहाँ से संबंधित अच्छे अथवा बुरे फलों की प्राप्ति व्यक्ति विशेष को होती है. हाथों में स्थित यह