मूलांक 9 एक विशेष अंक है, इस मूलांक का स्वामी मंगल ग्रह है. मंगल क्रोधी ग्रह है अत: इसे युद्ध का देवता भी कहा जाता है इस कारण मूलांक 9 में मंगल के प्रभाव स्वरूप इस मूलांक में उग्रता को देखा जा सकता है. किसी भी माह की 9,
मूलांक 8 का स्वामी ग्रह शनि को माना जाता है इस कारण मूलांक आठ के जातकों पर शनि का प्रभाव देखा जा सकता है. पाश्चात्य मूलांक ज्योतिषियों के मतानुसार भी मूलांक आठ के व्यक्ति शनि के प्रभाव से युक्त होते हैं. 8, 17, 26
मूलांक सात का स्वामी ग्रह केतु है. और इस कारण मूलांक 7 के जातक केतु ग्रह से प्रभावित रहते हैं. किसी भी माह की 7, 16, 25 तारीख को जन्मे व्यक्तियों का मूलांक 7 होता है. पाश्चात्य विद्वान मूलांक 7 का स्वामी नेपच्यून ग्रह
मूलांक छ वाले अपने काम के प्रति समर्पित एवं कार्यों को करने मे दृढ़ रहते हैं. मूलांक 6 शुक्र से प्रभावित होने के कारण प्रेम का प्रतीक होता है, इनका प्रेम मातृत्व भाव से युक्त होता है. शुक्र के प्रभाव स्वरूप यह सौन्दर्य
जिन व्यक्ति का जन्म किसी भी महीने की 5,14,व 23 तारीख को हुआ हो उनका मूलांक 5 होता है. मूलांक 5 का मुख्य ग्रह बुध है, जो बुद्धि का प्रतीक है. इस मूलांक के व्यक्ति बहुत सचेत एवं विनोद प्रिय, झगडों से दूर रहने वाले तथा
मूलांक चार मूलांक ज्योतिष के प्रमुख अंकों में से एक है. मूलांक 4 को सूर्य के धनात्मक रूप अथवा राहु का परिचायक माना जाता है. भारतीय अंकशास्त्र में 4 मूलांक का अधिष्ठाता ग्रह राहु है और पाश्चात्य मतानुसार मूलांक 4 के
मूलांक तीन अंक शास्त्र का एक प्रभावशाली मूलांक है. मूलांक तीन के अधिष्ठाता ग्रह बृहस्पति हैं अत: मूलांक तीन के व्यक्तियों पर गुरू ग्रह का बहुत प्रभाव होता है. पाश्चात्य ज्योतिष अनुसार भी इस मूलांक के जातक गुरु
अंक शास्त्र में दो मूलांक अपना विशेष स्थान रखता है. मूलांक दो का स्वामी ग्रह चंद्रमा को माना गया है. चंद्रमा शितलता का कारक है यही अंतर्मन की भावनाओं का संचालन भी करता है. हमारे भीतर की शितलता उसी का आधार है. अशुभ
ज्योतिष कि विद्याओं में अंक विद्या भी एक महत्वपूर्ण विद्या है. अंक विद्या में ‘1’ मूलांक को सूर्य का मूलांक कहा गया है. एक मूलांक को सौभाग्य मूलांक (Destiny Number/ Lucky Number) कहा जाता है. यह नम्बर परिवर्तनशील है.
मूलांक क्या है और यह किस प्रकार जाना जा सकता है इसके बारे में कुछ तथ्य प्रस्तुत किए गए हैं. इन महत्वपूर्ण तथ्यों द्वारा मूलांक ज्ञात किया जा सकता है. अपने बारे में जानने का और भविष्य में घटने वाली घटनाओं का अनुमान लगाने