टैरो कार्ड कैसे काम करते है | How do Tarot Cards Work

सामान्य तौर पर लोगों को लगता है कि टैरो कार्ड के साथ एक महिला जो ताश के पत्तों की एक (डेक) गड्डी और एक क्रिस्टल बॉल लिये बैठी है, जो आपके भविष्य के बारे में आप को बता रही है। वह वास्तव में टैरो कार्ड पढ़ने वाली नहीं है। वास्तविकता मे यह एक ढोंग है। टैरो कार्ड वास्तव में आपके भविष्य या आपके भाग्य के बारे में बताने के लिये नही है । ऐसा माना जाता है कि टैरो कार्ड एक व्यक्ति को अपने स्वयं के विचारों और स्वयं के साथ संपर्क साधने मे मदद करता है। हमें देखेंगे कि टैरो कार्ड कहाँ से आते हैं और आप उनका अपने लिये कैसे उपयोग करते हैं। आप यह भी समझ सकते हैं कि कार्ड का क्या प्रभाव होगा और जहां कार्ड गिरते हैं वहाँ टैरो पढ़ने के लिये आप को आत्मिक क्यों नहीं होना चाहिये।

यहां पर वस्तुतः दो प्रकार के टैरो कार्ड रीडिंग का विश्लेषण दिया गया है। ओपन रीडिंग और प्रश्न रीडिंग ।

ओपन रीडिंग | Open Readings

इस प्रकार की रीडिंग वास्तविक रुप में आपके जीवन के बड़े पहलू पर प्रश्न द्वारा विशिष्ट क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है। यह सामान्य तौर पर कार्य करता है, जब आप जीवन के नये चरण मे प्रवेश करते हैं जैसे- जब आप विवाह कर रहे हैं, कालेज से स्नातक या परिवार की शुरुआत आदि । आप खास बिंदुओं मे विशेष ध्यान केद्रिंत कर सकते हैं, जब आपको पता हो कि किस क्षेत्र मे आप अध्ययन करना चाहते हैं जैसे कैरियर, स्वास्थ्य, इत्यादि ।

प्रश्न रीडिंग | Question Readings

टैरो मे प्रश्न का उत्तर सिर्फ हाँ या ना में नही दिया जा सकता । टैरो आप का मार्गदर्शन नही कर सकता । वास्तविक रुप से टैरो सहायक के रुप मे आपको सही दिशा बता सकता है। टैरो कार्ड द्वारा सफल प्रश्न पूछने के लिए कुछ सुझाव इस प्रकार है -

  • अपने विकल्पो को खुला रखना- आप सदैव प्रश्न पूछ्ते समय कई विकल्प खुले रखें, विशेष रूप से प्रयास करें कि एक उद्देश्य पूछने के बजाय व्यक्तिपरक प्रश्न करें। संभावनाओं और विकल्पों की संख्या के साथ एक बेहतर तरीके से टैरो कार्ड मार्गदर्शन द्वारा आपकी मदद कर सकता है।
  • उचित विवरण- आपका प्रश्न आपकी समस्या पर केंद्रित हो न कि अनावश्यक रुप से विस्तृत हो। समस्या के खास पहलू को देखने के बजाय, अधिक विस्तृत रुप से इसे देखना चाहिये। आपको केवल विस्तार के न्यूनतम स्तर को व्यक्त करना चाहिये।
  • अपनेपर ध्यान केंद्रित - यदि आप अपने बारे में पूछ रहे हैं, तो आप को यकीन होना चाहिये कि आप सिर्फ अपने बारे में पूछ रहे हैं बजाय कि कोई ओर जो इस समस्या की जड़ हो।
  • तटस्थ -आपको प्रश्न सदैव तटस्थ होकर करने चाहिये। आप सदैव प्रश्न पूछने से पहले सही नही हो सकते हैं।
  • सकारात्मक- आप सुनिश्चित करें कि आप प्रश्न पूछ्ते समय नकारात्मक के बजाय सकारात्मक तरीके से पूछे विशिष्ट घटना द्वारा यह आपकी मदद कर सकता है।