Articles in Category Rudraksha
रुद्राक्ष धारण करने से मिलती है कर्ज से मुक्ति | Wearing Rudraksh relieves you from debts
आर्थिक रुप से कमजोर एवं कर्ज के कारण परेशान होने से बचने के लिए रुद्राक्ष धारण करना या नित्य इसका पूजन करना बेहद लाभकारी होता है. ऐसे में कौन सा रुद्राक्ष हमे आर्थिक रूप से संपन्न बना सकता है और किस
रूद्राक्षजाबालोपनिषद | Rudraksha Jabala Upanishad | Rudraksha Wearing Rules
रूद्राक्षजाबालोपनिषद रूद्राक्ष से संबंधित उपनिषद है यह उपनिषद सामवेदीय शाखा के अंतर्गत आता है जिसमें भगवान शिव के 'रुद्राक्ष' की महत्ता को व्यक्त किया गया है. इस उपनिषद में रूद्राक्ष से संबंधित अनेक
गर्भगौरी रुद्राक्ष । गौरी पाठ रुद्राक्ष । सर्प मुखी रुद्रा | Garbha Gauri Rudraksha | Gauri Path Rudraksha | Sarpa Mukhi Rudraksha
गर्भ गौरी रूद्राक्ष माता गौरी और उनके पुत्र भगवान गणेश जी का स्वरूप माना जाता है. यह गर्भ गौरी रुद्राक्ष गौरी शंकर के समान ही दिखाई पड़ता है. जहां गौरी शंकर रुद्राक्ष में रुद्राक्ष का आकार एक समान
इक्कीस मुखी रुद्राक्ष | Ekees Mukhi Rudraksha | 21 Mukhi Rudraksha
इक्कीस मुखी रूद्राक्ष भगवान कुबेर को दर्शाता है जो धन-संपदा के स्वामी हैं, इसके अतिरिक्त यह रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतिनिधित्व भी करता है. 21 मुखी रुद्राक्ष सभी रुद्राक्षों में एक बेहतरीन रुद्राक्ष
उन्नीस मुखी रुद्राक्ष और बीस मुखी रुद्राक्ष | Unees Mukhi Rudraksha and Bees Mukhi Rudraksha
उन्नीस मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव-पार्वती तथा गणेश जी का प्रतीक माना गया है. यह रुद्राक्ष प्रभु नारायण का प्रतिनिधित्व करता है. जो भी इसे धारण करता है वह सभी सांसारिक सुखों को प्राप्त करता है तथा जीवन
सत्रह मुखी रुद्राक्ष और अठारह मुखी रुद्राक्ष | Satraha Mukhi Rudraksha and Atharaha Mukhi Rudraksha
सत्तरह मुखी रूद्राक्ष को सीता जी एवं राम जी का प्रतीक माना गया है. यह रुद्राक्ष राजयोग का सुख प्रदान करता है सुख एवं समृद्धि दायक होता है. यह रुद्राक्ष राम सीता जी के संयुक्त बलों का प्रतिनिधित्व
पंद्रह मुखी रुद्राक्ष और सोलह मुखी रुद्राक्ष | Pandraha Mukhi Rudraksha and Solah Mukhi Rudraksha
पंद्रह मुखी रुद्राक्ष पन्द्रह तिथियों से संबंधित है. इस रुद्राक्ष को धारण करने से अपने सभी उद्यमों में सफलता प्राप्त होती है. उर्जा शक्ति द्वारा अपने सभी कार्यों में सफलता पाता है.इस रुद्राक्ष के
तेरह मुखी रुद्राक्ष और चौदह मुखी रुद्राक्ष | Terah Mukhi Rudraksha and Chaudah Mukhi Rudraksha
तेरह मुखी रुद्राक्ष समस्त कामनाओं की पूर्ति करता है तथा दांपत्य जीवन को सुखद एवं ख़ुशियों से भरपूर बनाता है. इच्छा भोगों की प्राप्ति होती है. 13 मुखी रुद्राक्ष को कामदेव का स्वरूप माना गया है. यह सभी
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष और बारह मुखी रुद्राक्ष | Gyarah Mukhi Rudraksha and Barah Mukhi Rudraksha
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष साक्षात रूद्र के सामान माना जाता है. इसे एक मुखी रुद्राक्ष का प्रतिरूप भी कहा जाता है. यह एकादश मुखी रुद्राक्ष सुख समृद्धि दायक होता है. इसे धारण करने से सभी कार्यो में सिद्धि
नौ मुखी रुद्राक्ष और दस मुखी रुद्राक्ष | Nau Mukhi and Dus Mukhi Rudraksha Rudraksha
नौ मुखी रुद्राक्ष नवशक्ति संपन्न नवदुर्गा का प्रतिनिधि है. इसे भैरव का स्वरूप माना जाता है. यह रुद्राक्ष माँ दुर्गा के स्वामित्व में उनकी नौ शक्तियों को अपने में समाहित किए हुए है. इस रुद्राक्ष को
गौरी शंकर रुद्राक्ष | Gauri Shankar Rudraksha
गौरी शंकर रुद्राक्ष माता पार्वती एवं भगवान शिव का प्रतीक है जैसा क नाम से ही स्पष्ट होता है कि यह रुद्राक्ष शिव पार्वती जी की एक अदभुत संगम का रुप है. इसे धारण करने से सभी प्रकार के दांपत्य सुखों की
गणेश रुद्राक्ष | Ganesha Rudraksha | Ganesh Rudraksha
गणेश रुद्राक्ष भगवान श्री गणेश जी का प्रतिनिधित्व करता है. इस रूद्राक्ष की आकृति भी गणेश जी के जैसी प्रतीत होती है. इस लिए इस रुद्राक्ष पर सुंड के समान एक उभार भी होता है, यह रुद्राक्ष धारण करने से
रुद्राक्ष वर्ण और रंग के अनुसार | Description and Colour of Rudraksha
रुद्राक्ष के विषय में अनेक बातों का विचार उसके महत्व को व्यक्त करता है. रुद्राक्ष एक बेहतरीन रत्न है जो अनेक प्रकार के लाभों को दर्शाता है रुद्राक्ष द्वारा व्यक्ति का मन अति पावन रुप को पाता है तथा
रुद्राक्ष की पहचान | Asli Rudraksha ki Pehchan
रुद्राक्ष एक अमूल्य मोती है जिसे धारण करके या जिसका उपयोग करके व्यक्ति अमोघ फलों को प्राप्त करता है. भगवान शिव का स्वरूप रुद्राक्ष जीवन को सार्थक कर देता है इसे अपनाकर सभी कल्याणमय जीवन को प्राप्त
रुद्राक्ष के आकार और भेद | Rudraksha Size and Differences
रुद्राक्ष को धारण करना या इसका उपयोग चिंता, कष्ट, दु:ख और पापों का अंत करने वाला माना गया है. शास्त्रों के अनुसार रुद्राक्ष का असर और प्रभाव उसके रूप, रंग, आकार पर बहुत निर्धारित करता है. रुद्राक्ष
रूद्राक्ष के प्रकार | Different Kinds of Rudraksha Beads | Types of Rudraksha
रूद्राक्ष पर पड़ी धारियों के आधार पर ही इनके मुखों की गणना की जाती है. रूद्राक्ष एकमुखी से लेकर सत्ताईस मुखी तक पाए जाते हैं जिनके अलग-अलग महत्व व उपयोगिता हैं. एक मुखी रुद्राक्ष को साक्षात शिव का
विभिन्न राशियों के लिए रुद्राक्ष | Rudraksha for Different Rashi (Zodiac Signs)
रुद्राक्ष अपने अनेकों गुणों के कारण व्यक्ति को दिया प्रकृति का बहुमूल्य उपहार है मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के नेत्रों से निकले जलबिंदु से हुई है. अनेक धर्म ग्रंथों में रुद्राक्ष
रुद्राक्ष माला | Rudraksha Mala | Benefits of Wearing Rudraksha Mala
रुद्राक्ष अपने विभिन्न गुणों के कारण व्यक्ति को दिया गया ‘प्रकृति का अमूल्य उपहार है’ मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के नेत्रों से निकले जलबिंदुओं से हुई है. अनेक धर्म ग्रंथों में
रुद्राक्ष के स्वास्थ्य लाभ | Health Benefits of Rudraksha
रुद्राक्ष स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक माना गया है. आयुर्वेद में रुद्राक्ष को महान औषधि संजीवनि कहा है. रुद्राक्ष स्वास्थ्य लाभ के लिए अनेक प्रकार से उपयोग किया जा सकता है. त्रिदोषों से मुक्ति हेतु
रुद्राक्ष मंत्र | Rudraksha Mantra
रुद्राक्ष भगवान शिव के नेत्रों से उत्पन्न अश्रु हैं, जिनकी उत्पत्ति त्रिपुर नामक दैत्य को मारने हेतु जब भगवान शंकर ने कालाग्निनामक शस्त्र जब धारण किया तभी हजारों वर्षों के उपरांत नेत्र खुलने पर उनमें