सात मुखी और आठ मुखी रुद्राक्ष | Saat Mukhi Rudraksha and Aath Mukhi Rudraksha
सात मुखी रुद्राक्ष | Saat Mukhi Rudraksha
सात मुखी या कहें सप्तमुखी रुद्राक्ष सात माताओं तथा सप्तऋषियों का प्रतिनिधित्व करता है. यह अत्यंत उपयोगी तथा लाभप्रद रुद्राक्ष है इसके उपयोग से धन-संपत्ति, कीर्ति और विजय प्राप्त होती है. सात मुखी रूद्राक्ष महालक्ष्मी का स्वरूप माना गया है यह शनि द्वारा संचालित होता है. आर्थिक, शारीरिक और मानसिक विपत्तियों से ग्रस्त लोगों के लिए यह कल्पतरू के समान है.
किसी भी तरह की विषाक्तता से ग्रस्त व्यक्ति यदि इसे धारण करे तो वह इस कष्ट से मुक्ति अवश्य प्राप्त करता है. इसे धारण करने से कार्य, व्यापार आदि में बढ़ोतरी होती है. ज्योतिष अनुसार मारक ग्रह की दशा होने पर इसे धारण कर सकते है यह रक्षा कवच का कार्य करता है और व्यक्ति अकाल मृत्यु के भय से भी मुक्त हो जाता है.
सप्त मुखी रुद्राक्ष के लाभ | Benefits of Saat Mukhi Rudraksha
सप्त मुखी रुद्राक्ष आकार में गोल होता है. इसे धारण करके व्यक्ति लोभ ओर मद के भाव से मुक्त होता है. शनि द्वारा शासित होने के कारण शनि के प्रभावों से मुक्ति हेतु इसे धारण कर सकते हैं. चोरी, व्यभिचार और हत्या जैसे जघन्य पापों से मुक्त करता है. व्यक्ति को आध्यात्मिक सुख प्रदान करता है. दुश्मनों को नष्ट करता है , यश सम्मान तथा जीवन में प्रगति लाता है.
इसे पहनने से देवी महालक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसे धारण करने से धन की कमी दूर होती है. काल सर्प रोग के बुरे प्रभावों से बचाव होता है. शरीर पर किसी भी प्रकार के विष का असर दूर हो जाता है. तथा शनि के कुप्रभाव को समाप्त करता है
औषधिय लाभ | Health Benefits of Saat Mukhi Rudraksha
सात मुखी रूद्राक्ष को धारण करने से अनेक प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं. यह गठिया दर्द, सर्दी, खांसी, पेट दर्द, हड्डी एवं मांसपेशियों में दर्द, लकवा, मिरगी, बहरापन, मानसिक चिंताओं, अस्थमा जैसे रोगों पर नियंत्रण करता है. इसके अतिरिक्त यौन रोगों ,हृदय की समस्याओं , गले के रोगों में भी फ़ायदेमंद है.
सात मुखी रुद्राक्ष मंत्र | Saat Mukhi Rudraksha Mantra
ॐ हूं नमः
सात मुखी रुद्राक्ष को "ॐ श्रीं श्रीयै नम:" मंत्र का जप करते हुए गले या दाएँ बाज़ू में पहन सकते हैं.
अष्टमुखी रुद्राक्ष | Aath Mukhi Rudraksha
आठ मुखी रुद्राक्ष अष्टदेवियों का प्रतिनिधि है तथा भगवान गणेश का रूप है. आठ मुखी रुद्राक्ष ज्ञान, विद्या को प्रदान करने वाला होता है. इसे धारण करने से व्यक्ति में इन्द्रीयों को नियंत्रित करने की शक्ति प्राप्त होती है तथा भूत,प्रेत जैसी बाधाओं का भय समाप्त होता है. आठ मुखी को धारण करने से द्वेष, ईर्ष्या जैसे भाव दूर होते हैं. मन में आस्था तथा सात्विक विचारों का प्रवाह होता है.
इसे पहनने से मन एकाग्र रहता है भटकाव से मुक्ति मिलती है. मुकदमे में विजय प्राप्त होती है. दुर्घटना एवं शत्रुओं से रक्षा होती है. अष्ट मुखी रुद्राक्ष को विनायक अर्थात विध्नहर्ता माना जाता है. यह व्यापार में सफलता सट्टे, जुए तथा आकस्मिक धनप्राप्ति में सहायक होता है. इसे धारण करने वाले व्यक्ति पर किसी भी प्रकार के तांत्रिक क्रियाओं का असर नहीं होता है.
आठ मुखी रुद्राक्ष के लाभ | Benefits of Aath Mukhi Rudraksha
अष्ट मुखी रुद्राक्ष मुक्ति प्राप्त करने तथा कुंडलिनी जागरण में सहायक होता है. आठ मुखी रुद्राक्ष को भैरव नाथ का रूप भी कहा जाता है. असाध्य रोगों से मुक्ति तथा मान सम्मान में वृद्धि करता है. राहु के बुरे प्रभावों से मुक्ति हेतु इसे धारण कर सकते हैं
औषधीय उपयोग | Health Benefits of Aath Mukhi Rudraksha
फेफड़ों की बीमारी, पैर का दर्द, चर्मरोग, मोतियाबिंद, श्वास रोग इत्यादि में नियंत्रण करता है. प्रोस्ट्रेट एवं पिताश्य के इलाज में उपयोगी होता है.
अष्टमुखी रुद्राक्ष मंत्र | Aath Mukhi Rudraksha Mantra
ॐ गणेशाय नमः , ॐ हूं नमः
"ॐ गं गणपतये नम:" मंत्र का जप करते हुए धारण करना चाहिए.