चंद्र और सूर्य | Sun and Moon लाल किताब कुण्डली के तीसरे भाव में चंद्रमा के होने से जातक का स्वभाव का शांत तथा साधु जैसा प्रतीत होता है वह लोभ से परे स्वयं के सामर्थ्य से कुछ बनने की कोशिश करने वाला होता है. वह अपना
लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर को धर्म स्थान कहा गया है. इस घर का कारक ग्रह बृहस्पति है जिसके फलस्वरूप यह स्थान गुरू मंदिर भी कहा जाता है. धर्म भाव में जो भी ग्रह होता है या गोचर में चलकर आता है उसे भाग्य का ग्रह कहते