जन्मदिन का ग्रह व जन्म समय का ग्रह | Time and Planet of Birth

व्यक्ति का जन्म जिस दिन को हुआ हो उस दिन को जन्मदिन का दिन तथा उस दिन के ग्रह को जन्मदिन का ग्रह कहा जाता है. जातक का जन्म जिस भी समय हुआ हो उसे जन्मसमय का ग्रह कहते हैं. जन्म दिन के ग्रह को किस्मत जगाने वाला ग्रह अर्थात जिसका उपाय हो सके, कहेंगे तथा जन्म समय का ग्रह किस्मत का ग्रह अर्थात जिसका उपाय न हो सके, कहलाता है. जन्म दिन और जन्म समय का ग्रह जब एक ही हो जाये तो ऎसा ग्रह जातक को सदा शुभ फल प्रदान करता है. कभी भी बुरा फल नही देता जातक के कष्टों का निवारण होत अहै जीवन में वह उच्च स्थान को पाने में सक्षम होता है.

उदाहरण स्वरूप मान लो किसी जातक का जन्म रविवार को प्रात: 9 बजे हुआ तो उसका जन्म दिन और जन्मसमय दोनों का ग्रह सूर्य हुआ. तो उस जातक को सूर्य से कभी भी अहित नही मिलेगा. जातक के जीवन में सूर्य के प्रभाव स्वरुप सम्मान एव लाभ प्राप्त होता है. लाल किताब के नियमों का पालन करते हुए यदि इन बातों को समझा जाए तो ग्रहों के उचित उपाय द्वारा व्यक्ति अनुकूल फलों की प्राप्ति में सफल हो सकता है.

जन्मदिन और जन्म समय के ग्रह | The planet of birth time and the planet of birthday

सप्ताह में कौन सा दिन होगा तथा दिन में कौन सा समय किस ग्रह का होगा इस सिद्धांतों लाल किताब में निम्न प्रकार से समझा जा सकता है.

  • सूर्य - सूर्य ग्रह के लिए रविवार का दिन होगा तथा इसका समय सुबह 8 बजे से 10 बजे तक रहेगा.
  • चंद्रमा- चंद्र ग्रह के लिए सोमवार का दिन रहेगा. इसका समय सुबह 10 बजे से 11 बजे तक माना जाएगा.
  • मंगल - मंगल ग्रह के लिए मंगलवार का दिन माना जाएगा तथा इसके लिए सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक का समय है.
  • बुध - बुध ग्रह के लिए बुधवार का दिन माना जाएगा. इसके लिए समय दोपहर 4 बजे से सूर्यास्त तक रहेगा.
  • बृहस्पति - बृहस्पति ग्रह के लिए बृहस्पति वार का दिन माना जाएगा और इसके लिए सूर्योदय से सुबह 8 बजे तक का समय होगा.
  • शुक्र - शुक्र ग्रह के लिए शुक्रवार का दिन मान्य है और समय दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक है.
  • शनि - शनि ग्रह के लिए शनिवार का दिन होगा और संपूर्ण रात्रि का समय लिया जाएगा.
  • राहु - राहु ग्रह के लिए बृहस्पतिवार का दिन मान्य होगा और सुर्यास्त के बाद तथा रात्रि से पूर्व का समय मान्य है.
  • केतु - केतु ग्रह के लिए रविवार का समय लिया जाता है ओर सूर्योदय से दो घंटेपहले से सूर्योदय तक का समय माना जाता है.


जन्मदिन के ग्रह को जन्मदिन के ग्रह का पक्का घर मानना चाहिए क्योंकि जन्मसमय का ग्रह अन्य ग्रह के पक्के घर में होगा. जन्मदिन का ग्रह राशिफल या उपाय के काबिल माना है अतः उक्त ग्रह से संबंधित वस्तुओं, रिश्तेदारों व उस भाव से संबंधित व्यवसाय पर अपना बुरा असर कभी नही देता है. अगर कभी बुरा असर दे भी तो उपाय से उसके अशुभ असर से बचा जा सकता है.