बुध दृष्टि फलकथन : कर्क-सिंह-कन्या राशि को बुध का देखना कर सकता है बेचैन
कर्कस्थ बुध योगफल | Mercury Aspecting Cancer
कर्कस्थ राशिगत में बुध के होने पर जातक में वाक चातुर्य के साथ एक हास्यात्मक पुट भी आता है जो उसकी शैली को अलग ही अंदाज देता है. इस प्रभाव में जातक में हास्य और व्यंग की चाटुकारिता आती है. जिससे सभी के समक्ष वह अपनी अलग ही पहचान पाता है. विद्वता में उसके चमक बढ़ती है और वह अपने वाक्यों से सभी को चकित कर सकता है. अपने पांडित्य से वह सभा को सम्मोहित करने की कला जानता है.
कर्कस्थ बुधफल के अनुरूप व्यक्ति को विदेश से अधिक प्रेम होता है, वह परदेस गमन की चाह भी खूब रखता है. जातक की चाह विदेश में जाकर कार्य करने की व अध्ययन करने की होती है वह उच्च शिक्षा की चाह के लिए इन स्थानों पर जाने का इच्छुक होता है. व्यक्ति की तर्क संगत बातों के समक्ष सभी विचारवान रहते हैं तथा उसकी विद्वता के प्रशंसक होते हैं.
कलात्मकता की ओर झुकाव बना रहता है. मन से चंचल होता है टिक कर रह पाना इनके लिए आसान नहीं है कुछ न कुछ करने की कोशिश करते रहते हैं. बहुत बोलने वाला हो सकता है. बहुत से कार्यों में लगा रहने वाला होता है कुछ न कुछ नया करने की चाहत बनी रहती है. प्रसिद्धि पाता है और वंश के नाम को आगे बढाता है. पर साथ ही जातक में अपने नाम और किर्ति को अच्छे से अभिव्यक्त करने कि कला होती है उसके बल पर वह अपने काम भी निकलवाना जानता है.
सिंहस्थ बुधयोगफल | Mercury Aspecting Leo
सिंहगत बुध के होने पर जातक में ज्ञान और कला की अच्छी समझ होती है. अपनी योग्यता से धनार्जन भी करते हैं और प्रसिद्धि भी पाते हैं. जातक में साहस होता है वह अपने फैसलों के बारे निश्चिंत रहता है. जातक में झुठ बोलने की प्रवृति भी देखी जा सकती है. स्मरण शक्ति में भी कुछ कमी रह सकती है. अपने में अधिक मस्त रहने वाला होता है दूसरों की छाप से अलग अपनी पहचान बनाने की चाह रखने वाला होता है.
इस स्थान पर होने से बुध जातक को ज्ञान में भरपूर उन्नत बनाता है. शिक्षा के क्षेत्र में जातक काफी अच्छा प्रदर्शन कर सकता है. उसकी मौलिक सूझबूझ अच्छी रहती है ओर वह अपने ज्ञान से दूसरों को प्रभावित करता है. प्रतियोगिता में अच्छा कर सकता है ओर सभी से आगे भी जा सकता है प्रसिद्धि खूब पाता है उसके कामों में योग्यता की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ती है.
आर्थिक रूप से काफी संतुष्ट रहता है ओर धन की आमद बनी रहती है. यह स्वतंत्र रहकर काम करने की चाह रखते हैं दूसरों का हस्तक्षेप इन्हें पसंद नहीं होता है. भाई बंधुओं का सहयोग अधिक नहीं मिल पाता है या वह होते ही नहीं हैं स्त्रियों से दूरी ही अधिक रहती है. समान्यत: समाज में इनकी छवि अच्छी बनी रहती है.
कन्यास्थ बुधफल | Mercury Aspecting Virgo
कन्या में बुध के होने से जातक न्याय प्रिय होता है और किसी के साथ बुरा न करने की कोशिश करता है. यहां बुध की स्थिति उच्चता को पाती है. इस कारण से यहां स्थित होने पर यह जातके मौलिक गुणों को बढा़ने में सहयोग करता है. जातक वाणी में ओज रहता है वह भावों को अभिव्यक्त करने में भी सहयोगी रहती है. वाचाल होता है हर बात का जवाब है इनके पास, भाषण देने में काफी प्रभावशाली रह सकता है.
लेखन संबंधी कार्यों से जातक अच्छा नाम कमाता है, लेखन में उसकी दक्षता अच्छी होती है विचारों को बहुत ही प्रभावशाली तरीके से लेखने द्वारा अभिव्यक्त कर सकता है. कविता इत्यादि में भी जातक का रूझान हो सकता है. विज्ञान व अन्य कलाओं का जानकार हो सकता है. बोलने में मधुर होता है भाई बंधुओं में बडा़ हो सकता है, मित्रों की अधिकता पाता है और उनसे प्रेम भी पाता है. स्वाभिमानी होता है तथा विनीत भाषण करने वाला, उदारगुणों से युक्त योग्य व्यक्तित्व का स्वामी होता है.
कन्या राशि में स्थित होने से बुध बलशाली होता है तथा अतिरिक्त बल प्राप्त होता है जातक सामान्यतया व्यवहार कुशल होता है व कठिन परिस्थितियों व गंभीर मसलों को कूटनीति से सुलझा लेता है. जातक शांत स्वभाव का होते हैं कार्यों को पूरा करने में चतुराई से काम लेता है. जातक सांसारिक जीवन जीने में सफल होते हैं तथा अपनी धुन के बहुत पक्के होते हैं तथा लोगों की कही बातों पर विचार न करके अपने काम में रमे रहते हैं.
"बुधगतदृष्टि फलाध्याय - भाग 1"
"बुधगतदृष्टि फलाध्याय - भाग 3"