कर्क लग्न के दूसरे नवांश की विशेषताएं

कर्क लग्न का दूसरा नवांश सिंह राशि का होता है, जिसके स्वामी सूर्य होते हैं. इस नवांश में जन्मा जातक सौंदर्य व जोश से युक्त होता है. जातक का रंग गुलाबीपन लिए हुए साफ होता है.आंखें मोटी व तेजवान होती हैं. शरीर से मजबूत व ताकतवर होता है. चेहरा गोल और आभायुक्त होता है. इनके घुटने काफी मजबूत होते और पैदल चलने की अच्छी क्षमता होती है.

जातक का व्यवहार मिलनसार और भावुक होगा वह अपने में सीमित रहने वाला होता है. जातक में क्रोध होता है किंतु वह जल्द ही शांत भी हो जाता है. इनका स्वभाव उदारतापूर्ण और स्नेहशील होता है. किसी के दूख को समझने की योग्यता इनमें होती है और अपने प्रयासों से यह दूसरे की मदद करने की भी पूरी कोशिश करते ही हैं. इनके अधिक मित्र नहीं हों किंतु जिनसे भी मैत्री संबंध बनाते हैं उन्हें निभाने की पूरी कोशिश करते हैं अधिकांशत: भावुक होते हैं और अपनी भावनाओं को दूसरों के सामन जल्दी से दिखाते नहीं हैं.

अकेला रहना इन्हें अच्छा लग सकता है और एक जगह रहकर काम करने की चाह भी रखते हैं. परिवर्तन में अधिक विश्वास नहीं रखते और जो भी कार्य हो उसे अपने मन अनुसार ही करते हैं. कभी कभी इनमें अंह की भावना भी अधिक हो सकती हैं किंतु यह उसे दबाने में काफी हद तक सफल रहते हैं. जीवन में कल्पनाओं का सागर बहता रहता है किंतु वास्तविकता की भी समझ रखते हैं.

विद्वता के गुण इनमें होते हैं, गुरूजनों की संगती भी इन्हें खूब प्राप्त होती है. सामाजिक कार्यों में यह भाग लेते रहते हैं और अपना सहयोग भी देने की चाह रखते हैं. यात्राओं पर जाने का अधिक मन न हो परंतु फिर भी कुछ धार्मिक यात्राएं करते रहते हैं. धर्मिक विचारों से युक्त प्रतिभा संपन्न व्यक्ति होते हैं.

कर्क लग्न के दूसरा नवांश का महत्व | Importance of Second Navamsha of Cancer Ascendant

कर्क लग्न के दूसरे नवांश सिंह के होने से यहां नवांश में दूसरा भाव उदय हो रहा होता है जिसके फलस्वरूप जातक को परिवार से संबंधित बातों पर अधिक ध्यान देना होता है. उसका झुकाव भी अपने कुटुंब की ओर बना रहता है. परिवार के प्रति व अपने दायित्वों का निर्वाह करने की पूरी कोशिश भी करता है.

इनके संबंध उच्च स्तर के होते हैं जिनसे इन्हें लाभ की अच्छी प्राप्ति होती है. राजनीतिज्ञयों से संपर्क बनाने में काफी कुशल होते हैं. अपने संपर्कों के माध्यम से इन्हें लाभ की भी प्राप्ति होती है. इनमें आकर्षण खूब होता है और जिससे इन्हें अन्य लोगों के साथ संपर्क साधने में आसानी होती है, अपनी कम प्रतिक्रियाओं के बावजूद भी यह अच्छे रिश्तों को पा लेने में सफल रहते हैं.

कार्यों के प्रति यह सामान्यत: ईमानदार ही होते हैं. अपनी लग्न ओर मेहनत का अच्छे से परिचय देते हैं. अपने द्वारा किए हुए वादों को व्यर्थ नहीं जाने देते हैं ओर उसे निभाने की भी पूरी कोशिश करते हैं. कभी-कभी इनके स्वभाव में क्रूरता व उग्रता देखी जा सकती है जिसके कारण इनके कार्यों को नकारात्मकता के आधार पर टिका हुआ माना जा सकता है.

आर्थिक रूप से संपन्न होते हैं और परिवार की ओर से भी इन्हें कुछ संपत्ति की प्राप्ति हो पाती है. इनका दांपत्य जीवन परिवार के सानिध्य को पाता है. दांपत्य जीवन के सुख दुख परिवार के साथ मिलकर आसानी से व्यतीत होने लगते हैं, परंतु कुछ मामलों में जीवन साथी के व्यवहार में स्वाभिमान की अभिव्यक्ति अधिक झलकती है.

साथी में भी क्रोध होता है जिस कारण की बार एक दूसरे की बातों को न समझ पाने की स्थिति में तनाव का सामना करना पड़ता है. किंतु यदि शांति के साथ बातों को समझने का प्रयास करेंगे तो काफी कुछ स्थिति संभल सकती है. जीवन साथी चरित्रवान होता है और कार्यकुशल भी होता है. आपके साथ सहयोगी बनकर जीवन के पथ पर साथ निभाने की पूरी कोशिश भी करता है.

आर्थिक रूप से यह संपन्न होते हैं और कर्मठता से भी अच्छा धन कमाने की योग्यता रखते हैं. आर्थिक स्थिति और परिवार की शांति को बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं. स्वास्थ्य की दृष्टि से सामान्यत: यह ठीक ठाक रहते हैं. यदि अपने मन को मजबूत रखें तो कई प्रकार की विचारधारों में उलझने से बच सकते हैं.