जानिये मिथुन लग्न के तीसरे नवांश का फलकथन
मिथुन लग्न का तीसरा नवांश धनु राशि का होता है और इसके स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं. इस नवांश के होने से जातक में साहस की कमी नहीं होती है. जातक अपने परिश्रम और मेहनत के बल पर आगे बढ़ता रहता है. जीवन में कुछ न कुछ परिवर्तनों की मांग इसमें बनी रहती है. इस नवांश में जन्मे जातक का रंग साफ और चेहरा सुंदर होता है. जातक का बाहुबल अधिक होता है और किसी के भी समक्ष खडा़ होने का सामर्थ्य रहता है.
चेहरा लम्बा और भरा होता है. आंखों में लालिमा रहती है. बल से पूर्ण होता है. मन में सपनों की नई आकांक्षाएं जन्म लेती रहती हैं. किसी न किसी काम को करने में लगा रहने की चाह भी रहती है. मेहनत करने पर भी अधिक थकान महसूस नहीं होती. गीत संगीत में रूचि रखते हैं और वाणी में मधुरता तथा स्वभाव में आकर्षण का भाव निहित होता है. जातक को अपने मित्रों और सहयोगियों से सहायता मिलती रहती है.
जातक के दांपत्य जीवन में सुख बना रहता है और इसी ओर अधिक ध्यान भी रहता है जीवन साथी के प्रति इनका लगाव बना रह सकता है. संतान पक्ष की ओर से सुख की प्राप्ति बनी रह सकती है संतान गुणों से सम्पन्न होती है.
मिथुन लग्न का तीसरा नवांश का प्रभाव | Effects of Third Navamsa of Gemini Ascendant
जीवन के प्रति व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हैं, इनके खुले विचार ओर दार्शनिक प्रवृत्ति इन्हें जीवन के रहस्यों को को जानने में सहायक बनती है. कई बार विचारों को लेकर द्वंद की स्थिति भी उत्पन्न होती है जिसमें इस बात का पता लगना कठिन हो जाता है कि किस राह को पकडा़ जाए इसलिए ऎसे समय का निश्चय कर पाना इनके लिए काफी परेशानी वाला होता है.
जातक बहुमुखी प्रतिभा से युक्त होता है. आशावादी दृष्टिकोण के द्वारा मार्ग पर आगे बढ़ता जाता है. उत्साह सदैव बरकरार रहता है इस कारण से यह दृढ़ विचारधार के व्यक्ति भी होते हैं. पर कई बार अधिक दृढ़ता भी परेशानी का सबब बन सकती है इस तथ्य को सदैव ध्यान में रखते हुए ही आगे बढ़ना चाहि जिससे की अन्य को इस बात से परेशानी न हो.
द्विस्वभाव राशि होने से कल्पनाओं का क्षेत्र भी काफी विस्तृत रहता है. बदलाव की प्रवृत्ति बनी रहती है और जीवन में कुछ न कुछ अलग करने की चाह भी रहती है. इनकी अधिकांश ऊर्जा इस कारण भी नष्ट होती रहती है क्योंकि एक राह में लगे रहना अधिक सुविधाजनक होता और व्यक्ति की ऊर्जा भी उसी काम में पूर्णता से लगी रहती है.
प्रेम संबंधों में चंचलता बनी रहती है, अर्जित धन का उपयोग पूरी तरह से करते हैं, निश्चय में अटल होते हैं और अपने फैसलों को लेकर काफी संवेदनशील भी रहते हैं. प्राय: अपने लक्ष्यों से विचलित नहीं होते. क्रोधी स्वभाव के हो सकते हैं पर जल्द ही शांत भी हो जाते हैं. आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने के लिए प्रयासरत रहते हैं.
विद्वान लोगों का साथ मिलता है तथा गुरूजनों से सम्मान की प्राप्ति है. समाज में सम्मान और पद प्राप्ति होती है. अपने विनम्र स्वभाव के कारण जातक अन्य लोगों के साथ सहज हो जाता है. जीवन साथ काम में चुस्त व दक्ष होता है. व्यवहार कुशलता बनी रहती है. जीवन साथी से सहयोग व साथ की प्राप्ति होती है.
शारीरिक रूप से मजबूत होता है, स्वास्थ्य अनुकूल रह सकता है. सामाजिक और पारिवारिक कार्यों में पूर्ण रूप से सहयोग करने वाला होगा. जीवन में उतार-चढा़वों से निकलते हुए आगे बढते हैं कभी-कभी अगर निराशावादी हो भी जाएं तो उस समय से जल्द उबरने की कोशिश भी करते हैं.
जीवन साथी सहयोगी स्वभाव वाला होता है. सुंदर और आकर्षक नैन नक्ष वाला होता है साथ ही परंपराओं को मानने वाला और धर्म के प्रति उन्मुख होगा. सामाजिक रूप में आपके लिए सम्मान प्राप्त करेगा और जीवन साथी के साथ अनेक धार्मिक स्थलों का भ्रमण करने का अवसर भी प्राप्त होगा.