वर्षफल कुंडली के नवम भाव में अगर हों ये ग्रह तो बन सकते हैं भाग्यशाली

ग्रह स्थिति के परिणाम पराशरी सिद्धांतों पर आधारित यह परिणाम वर्ष कुण्डली में भी उपयोगी होते हैं. ग्रह अपने विभिन्न भावों में अपने आधिपत्य व अपनी स्थिति के अनुसार फल देता है. सभी ग्रह चाहें वह शुभ हों अथवा अशुभ, सदा ही शुभ परिणामदायक होंगे यदि वह उच्चता युक्त या स्वराशि में स्थित हों. यही सिद्धांत राजयोग कारक ग्रहों पर भी लागू होता है.

सूर्य ग्रह | Sun Planet

नवम भाव में स्थित सूर्य व्यक्ति को योग्य संतान देता है. आध्यात्मिक जीवन में प्रगती मिलती है जीवन में उन्नती पाता है. संतान की ओर से सुख पाता है. समाज में उच्च स्थिति को पाता है. सफलता व परिवार का सुख मिलता है, खुशहाली व प्रेम की प्राप्ति होती है. सत्ता का सुख, धन व धर्म कर्म के कार्यों को पाता है.

चंद्र ग्रह | Moon Planet

चंद्रमा कुण्डली में नवम भाव में व्यक्ति धैर्यवान होता है. स्वभाव में सौम्यता बनी रहती है.अच्छे व्यक्तिव के कारण लोग उससे प्रभावित रहते हैं, सभी के साथ मेल जोल रखने वाला व हंसमुख होता है. स्वस्थ जीवन का आनंद लेने वाला होता है. संगीत व कलात्मक अभिरूचियों से प्रसन्न व प्रतिष्ठित रहता है.

मंगल ग्रह | Mars Planet

सत्ताप्रेमी, व स्वभाव में कूटनीतिज्ञ होता है, मंगल पंचम भाव में होने के कारण व्यक्ति उच्च पद को पाता है, सत्ता के सुख और राजा से सम्मान पा सकता है, साहस से भरपूर होता है, सभी से लगाव अधिक हो सकता है. अशुभ ग्रहों के प्रभव के कारण शुभ फलों में कमी आ सकती है. संतान से परेशानी हो सकती है. व्यक्ति के स्वभाव में चतुरता व चालाकी का भाव हो सकता है.

बुध ग्रह | Mercury Planet

बुध के होने के कारण व्यक्ति में शिक्षा में सफलता मिलती है. लोगों से सहायता व सहयोग मिलता है हंसमुख व व्यवहार कुशल होता है, अचानक से प्रोपर्टी से लाभ मिल सकता है. व्यक्ति लेखक या काव्यात्मक हो सकता है, पर अगर पाप ग्रहों से दृष्ट हो तो संतान व विद्या में कमी आती है.

गुरू ग्रह | Jupiter Planet

जातक को विद्वान ज्ञानी बनाता है, धर्म के प्रति आसक्त होता है. शुभ गुणों को पाता है, संतान की ओर से सुख का भाव मिलता है. शुभ युक्त व बली अवस्था में होने के कारण जीवन में लोगों से स्नेह प्राप्त होता है. पीडित होने पर संतान की ओर से दिक्कत होती है

शुक्र ग्रह | Venus Planet

प्रेम से युक्त और कलात्मकता से भरा हुआ बनाता है. धनी, कवि कलाकार व शुभता बनी रहती है. शुक्र के शुभता में होने से वाणी में मिठास आती है, व्यक्ति सभी का प्रेमी बनता है. वैवाहिक संबंधों में मधुरता आती है. शुभता से युक्त होने पर धन लाभ भी देता है. बलिष्ठ होने पर भोग विलास, आभूषणों, सुंदरता, सुगंधित वस्तुओं को प्रदान करता है.

शनि ग्रह | Saturn Planet

यहां स्थित शनि अकेलापन देता है. विवाह में कठिनाई होता है. विदेश में निवास देता है. धन की हानि करा सकता है. अपने लोगों से दूर भी कर सकता है. अशुभता होने पर विवाह में देरी, धन की हानी, व्यवहार में जिद्दीपन आता है. कष्ट, दरिद्र और परिवार से  दूर कर सकता है. .

राहु ग्रह | Rahu Planet

राहु के होने पर धन युक्त व बुद्धि को अस्थिर करता है मानसिक संताप रहता है. संघर्ष बने रहते हैं. कुछ पाने के लिए अत्यधिक संघर्ष की स्थिति से गुजरना पड़ सकता है. संतान संबंधि परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं.मजबूत होने पर प्रतिष्ठा देता है, सम्मान में वृद्धि कराता है, खराब होने पर गुस्सैल स्वभाव, साथी के साथ तनाव बने रहना.

केतु ग्रह | Ketu Planet

सरकार से धन लाभ और हानी भी हो सकती है. विदेश यात्राएं भी देता है. जातक घमंडी व अहंकारी बनता है, छोती बातों में गुस्सा करने वाला होता है. पिता के साथ संबंधों में तनाव की स्थिति बनी रहती है.