Articles in Category Ascendant

बुध का कन्या राशि में गोचर 2024

कन्या राशि और बुध के मध्य एक बहुत ही गहरा संबंध है. बुध को कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त है इस कारण से कन्या राशि बुध के अधिकार क्षेत्र में आती है. बुध ग्रह के लिए कन्या राशि उसके लिए मजबूत स्थिति

बृहस्पति का कुम्भ राशि गोचर: सभी राशियों पर इसका प्रभाव

बृहस्पति का कुम्भ राशि में प्रवेश 6 अप्रैल 2021 को होगा. वर्तमान समय में बृहस्पति मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. पर 6 अप्रैल 2021 में 00:23 मिनिट पर बृहस्पति का कुम्भ राशि में प्रवेश होगा. इसके साथ ही

कैसा होगा आपके लिए गुरु और शनि का वक्री होना

मई मध्य माह का समय ज्योतिष की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण समय होगा. इस समय के पर दो महत्वपूर्ण घटनाएं होंगी. ये दोनों घटनाएं गुरु और शनि ग्रह से जुड़ी हैं ज्योतिष में किसी भी ग्रह की चाल बहुत तरह के

वाहन खरीदारी का शुभ मुहूर्त समय

नए और अच्छे वाहन की चाहत तो सभी के मन में रहती है, पर इसके साथ ही जो वस्तु हम ले रहे हैं वो सही रहे कोई दिक्कत न आई और हमारे लिए शुभदायक हो यह सभी बातें मन में चलती ही रहती हैं. इन सभी बातों को ध्यान

साल 2025 में जानिए विवाह के लिए शुभ और अशुभ समय

विवाह के लिए शुभ समय और शुभ मुहूर्त को बहुत ध्यान के साथ करना चाहिए. विवाह मुहूर्त के लिए कई बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ती है और बेहतर रुप से ज्योतिष गणना के द्वारा मुहूर्त शास्त्र एवं विवाह

शुभ विवाह मुहूर्त जनवरी 2025 में इस दिन होगी शादियां

निम्न सारणी से विवाह मुहूर्त समय का निर्णय करने के लिये वर-कन्या की राशियों में विवाह की एक समान तिथि को विवाह मुहूर्त के लिये लिया जाता है. उदाहरण के लिये मेष राशि के वर का विवाह - कर्क राशि की

कुंडली में कर्क राशि का गुरु बदल सकता है आपका जीवन

गुरू का गोचर मुख्यत स्वराशि, उच्च और नीच राशि स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाला होता है. जब गुरू कर्क राशि में गोचर करता है तो वह अपनी उच्च स्थिति एवं अनुकूल स्थिति को दर्शाने वाला होता है. इस

बुध ग्रह से जाने कैसी होगी आपकी नौकरी और कैसा रहेगा आपका व्यवसाय

बुध के कारक तत्वों में जातक को कई अनेक प्रकार के व्यवसायों की प्राप्ति दिखाई देती है. बुध एक पूर्ण वैश्य रूप का ग्रह है. व्यापार से जुडे़ होने वाला एक ग्रह है जो जातक को उसके कारक तत्वों से पुष्ट

कर्क लग्न का तीसरा नवांश | Third Navamsha of Cancer Ascendant

कर्क लग्न का तीसरा नवांश कन्या राशि का होता है. इस नवांश के स्वामी बुध हैं. इस नवांश के होने से जातक का रंग साफ और गोरा होता है. आंखें सुंदर तथा पैनी दृष्टि होती है व शरीर कोमल होता है. जातक में अधिक

मिथुन लग्न का प्रभाव और इसमें जन्मे जातक की विशेषताएं

वैदिक ज्योतिष हो, जैमिनी हो या फिर पाश्चात्य ज्योतिष की ही बात क्यूँ ना करे, सभी में राशियों का महत्व माना गया है. जैमिनी ज्योतिष में तो सारी दशाएँ ही राशियों की होती है. राशियों की इस श्रृंखला में

कर्क लग्न : होते हैं भावुक, आईये जानते हैं इनके जीवन के रहस्यों को

भचक्र में स्थित सभी बारह राशियों का अपना स्वतंत्र महत्व होता है. सभी के अपने कारकत्व, विशेषताएँ और महत्व होता है. जब कोई एक राशि लग्न में उदय होती है तब उसका प्रभाव व्यक्ति विशेष की कुंडली पर पड़ता

मिथुन लग्न का आठवां नवांश | Eighth Navamsha of Gemini Ascendant

मिथुन लग्न का आठवां नवांश वृष राशि का होता है. इस राशि के नवांश स्वरूप जातक देखने में हष्ट-पुष्ट व बलशाली होता है.गठा हुआ शरीर होता है. इस नवांश के स्वामी ग्रह शुक्र हैं इसमें जन्मे जातक की त्वचा

सिंह लग्न: सब पर भारी पड़ते हैं सिंह लग्न वाले

अभी तक हम आपके समक्ष वैदिक ज्योतिष की बहुत सी बातों की चर्चा हम करते आ रहे हैं. वैदिक ज्योतिष के मूलभूत आधार बिंदुओ की हम चर्चा करते आ रहे है. इन्हीं कड़ियों को आगे बढ़ाते हुए आज हम सिंह राशि की

कन्या लग्न में जन्मे जातक की विशेषताएं और फलकथन

आज हम आपको कन्या लग्न के बारे में सामान्य जानकारी देने का प्रयास किया जाएगा. आने वाले समय में इसकी आपको विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी. कन्या लग्न के व्यक्ति की विशेषताएँ, उसके लिए शुभ्-अशुभ

तुला लग्न | Libra Ascendant | Characteristics of Libra Sign

वैदिक ज्योतिष में व्यक्ति विशेष के लग्न पर काफी जोर दिया गया है. जन्म कुंडली में लग्न के आधार पर ही फलकथन किया जाता है. लग्न यदि बली है तब व्यक्ति बहुत सी परेशानियों को झेलने में कामयाब रहता है और

वृश्चिक लग्न | Scorpio Ascendant - Characteristics of Scorpio Sign

आज हम आपको वृश्चिक लग्न के बारे में बताने का प्रयास करेगें. वृश्चिक लग्न की क्या विशेषताएं होती है और कौन से ग्रह इस लग्न के लिए शुभ होते हैं और कौन से अशुभ होते हैं. साथ ही यह भी बताया जाएगा कि इस

जानिये धनु लग्न और इसमें जन्मे जातक के बारे में विस्तार से

वैदिक ज्योतिष में बारह राशियों का वर्णन किया गया है. इन्हीं बारह राशियो में से ही कोई एक राशि व्यक्ति विशेष के लग्न में उदय होती है. जो राशि लग्न में उदय होती है उसी के अनुसार व्यक्ति का व्यक्तित्व

धनु लग्न | Sagittarius Ascendant | Characteristics of Sagittarius Sign

वैदिक ज्योतिष में बारह राशियों का वर्णन किया गया है. इन्हीं बारह राशियो में से ही कोई एक राशि व्यक्ति विशेष के लग्न में उदय होती है. जो राशि लग्न में उदय होती है उसी के अनुसार व्यक्ति का व्यक्तित्व

आईये जाने मकर लग्न और उसकी विशेषताएं

वैदिक ज्योतिष में बहुत सी बातो की जानकारी मिलती है. जब तक हम वैदिक ज्योतिष की सामान्य जानकारी नहीं रखेगें तब तक इसकी बारीकियों को नहीं समझ पाएंगे. किसी भी विद्या को समझने के लिए पहले उसकी मूलभूत

मीन लग्न | Pisces Ascendant | Characteristics of Pisces Sign

लग्नों की श्रृंखला में आपको सभी ग्यारह लग्नों के बारे में बताया गया है. उसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए हम आज भचक्र के अंतिम लग्न अर्थात मीन लग्न की बात करेगें. इस लग्न के लिए शुभ्-अशुभ ग्रहों के बारे