Articles in Category Love Relationships
कुण्डली में बने ये योग तो होती है लव मैरिज
प्रेम संबंधों को लेकर युवाओं के मन में बहुत सी कल्पनाएं जन्म लेती रहती है. उम्र के इस पड़ाव पर जब व्यक्ति अपने साथी की तलाश में होता है तो उसका मन किन बातों से प्रभावित होगा यह कहना आसान नहीं होता
जैमिनी कुण्डली से प्रेम संबंधों का आंकलन | Analysis of love relationships through Jaimini Astrology
जैमिनी ज्योतिष द्वारा प्रेम संबंधों को समझने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम दिए गए हैं जिन्हें समझकर हम कुण्डली को पढ़ने की समझ रख सकते हैं. प्रेम संबंधों को समझने के लिए लग्न और उसकी स्थिति को ध्यान में
कुण्डली से प्रेम संबंधों का आंकलन | Analysis of Love Relationships in Astrology
ज्योतिष में ग्रहों की स्थिति और योग के निर्माण से प्रेम संबंधों के विषय में भी जाना जाता है. रिश्तों की मजबूती तथा स्थिरता को समझने में ज्योतिष एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. कुण्डली में प्रेम
विवाह सहम - Vivah Saham - Sensitive Marriage Point in Horoscope
जन्म कुण्डली में सप्तम भाव से विवाह का विश्लेषण किया जाता है. विवाह कब होगा, कैसा होगा आदि सभी बाते सप्तम भाव, सप्तमेश तथा इनसे संबंध बनाने वाले ग्रहों के आधार पर देखी जाती हैं. सबसे पहले तो सप्तम से
कुंडली कैसे मिलायें? अपनी कुंडली स्वयं मिलाएं इस तरीके से
हिन्दू धर्म में विवाह करने से पूर्व वर-वधू दोनों की कुण्डलियों का मिलान किया जाता है. कुण्डली मिलान में बहुत सी बातों का विचार किया जाता है जिसमें से मांगलिक योग, अष्टकूट मिलान तथा दशाक्रम इत्यादि को