सिंह लग्न का चौथा नवांश मेष राशि का होता है. यह नवांश मे जन्मे बच्चे पर मंगल ग्रह का प्रभाव भी रहता है क्योंकि मेष नवांश के स्वामी ग्रह मंगल हैं. नवांश लग्न के प्रभाव के कारण जातक का रंग मध्यम, कमर पतली और आंखें भूरापन लिए होती हैं. देह से शक्तिशाली होते हैं. शत्रु इनसे परास्त रहते हैं और यह उन पर विजय पाते हैं. जातक के हृदय में बदला लेने की भावना होती है किंतु किसी का अहित नहीं करना चाहता, जातक का स्वभाव काफी उग्र भी हो सकता है क्रोध अधिक आता है जिस कारण लोग आपसे असहज भी हो सकते हैं.
इनमें क्रोध अधिक रह सकता है जरा सी बात भी इन्हें ठेस पहुंचा सकती है और यह बदला लेने के लिए आतुर हो सकते हैं. यह शांत स्वभाव के नहीं होते इन्हें जल्द ही गुस्सा आ जाता है. अकेले रहना अधिक पसंद हो सकता है. अपनी योजनाओं को पूरा करने में परिश्रम से लगे रहते हैं. यह योग्यता और कौशल का सही उपयोग करना जानते हैं. पारिवारिक व सामाजिक सुख शांति के लिए प्रयत्नशील रहते हैं. कुछ मामलों में एक दूसरे से उदासीनता का भाव भी झेलना पड़ता है लेकिन तालमेल से जीवन की राह आसान बना ही लेते हैं.
सिंह लग्न का पहला नवांश प्रभाव | Effects of Leo Ascendant’s First Navansh
जीवन में भाग्य का अहम रोल आता है. अचानक होने वाली घटनाएं भी जीवन को प्रभावित करती है. पैतृक धन लाभ भी मिलता है अपनी आथिक जीवन को मजबूत करने में लगे रहते हैं, सहनशीलता में कमी रह सकती है क्रोध के कारण लोगों से दूरी भी बन सकती है. जातक को अपने वरिष्ठजनों का साथ मिलता है और जीवन में आगे बढ़ते रहने की चाह भी रहती है, खर्चे भी अधिक होते हैं, इस कारण धन की लालसा बनी रहती है.
जातक की कद काठी मजबूत व कंधे चौडे़ होते हैं. व्यक्तित्व आकर्षक होता है जिस कारण अन्य लोग भी इनकी ओर खिंचे चले आते हैं. प्रभावशाली भाव अभिव्यक्ति के फलस्वरुप आपको अन्य लोगों का साथ भी मिलता है. अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की योग्यता रखते हैं. इससे प्रभावित जातक में विलासिता के प्रति भी आकर्षण होना स्वभाविक होता है. साज सम्मान व सौंदर्य से इन्हें विशेष प्रेम होता है.
जीवन साथी का स्वभाव कुछ तेज होता है. योजनाओं को पूर्ण करने में खूब मेहनत करेंगे और जीवन कि परेशानियों से निपटने की पूरी कोशिश करेंगे. शिक्षा के क्षेत्र में व्यक्ति अपना अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करता है और उसे सफलता भी मिलती है. प्रतियोगिता में यह अपने प्रयासों से काफी बेहतर स्थान पाता है. जातक अपनी शिक्षा के लिए विदेश भी जा सकता है और इसी के साथ साथ उसे बहुत मेहनत भी करनी पड़ती है.
कई बार व्यवधानों के आने से उसे रूकावट का सामना करना पड़ सकता है व्यर्थ के अटकाव जातक के लिए काफी परेशानी वाले रह सकते हैं साथ ही उसे इन सब से कई बार निराशा भी हाथ लग सकती है किंतु यदि जातक प्रयासरत रहे तो वह अपनी राह को पाने में काफि हद तक सफल हो सकता है.
सिंह लग्न के पहले नवांश का महत्व | Importance of Leo Ascendant’s First Navansh
जातक व्यापार करने में काफी रूचि रखने वाला रह सकता है. खेल कूद में भी इनकी रूचि बनी रहती है. अनेक प्रकार की भाषाओं को सीखने की चाह भी इनमें रहती है. वाद विवाद को सफलता पूर्वक अपने पक्ष में कर लेना इनकी विचारधारा की परिपक्कवता को दर्शाता है. विद्वता का रूप आपके प्रयासों एवं आपके कामों में स्पष्ट रूप से झलकता है. बौद्धिक गुणों से विकसित जातक कार्यों में ऊँचाईयों को छूने वाला होता है.
जातक की बुद्धि काफी प्रखर होती है, परिवार की परंपराओं के प्रति इनकी आस्था रहती है जो इन्हें संस्कारों से युक्त रखने में सहायक बनती है. अपने काम को बढाने में लगे रहने कि चाह इनमें खूब होती है. दांपत्य जीवन में साथी का साथ मिलता है और गुणवान जीवन साथी की प्राप्ति भी होती है.
दांपत्य जीवन में यह काफी संतुष्ट होते हैं. जीवन साथी से आप अधिक सहयोग प्राप्त करते हैं. जीवन साथी तीक्ष्ण बुद्धि वाला होता है. और जीवन से सुख शांति बनाए रखने का प्रयास करता है किंतु वैचारिक मतभेदों की अधिकता विवाद का रूप ले सकती है कई बार एक दूसरे को न समझ पाने की स्थिति भी इनके लिए परेशानी का सबब बन सकती है.