वर्ष फल कुण्डली में एकादश भाव के फलों को जानने के लिए उनमें सभी विभिन्न भावों में स्थित ग्रहों के कारकों का फल देखना होता है जिसके अनुसार वह अपने फल देने में सक्ष्म होते हैं. इसमें से कुछ इस प्रकार हैं कि यदि भाव स्व राशि स्वामी हो या शुभ ग्रहों से दृष्ट हो तो उत्तम व बलिष्ठ होता है, इसी के द्वारा जातक को अच्छे फलों की प्राप्ति होती है. विभिन्न लग्नों की कुण्डलियों में ग्रह विभिन्न परिणामदायक हैं. कुण्डली के बलिष्ठ होने के लिए ग्रह यदि वह उच्चता युक्त या स्वराशि में स्थित हो तो वह शुभ परिणामदायक होंगे.
सूर्य ग्रह | Sun Planet
सूर्य के एकादश भाव में मजबूत होने पर व्यक्ति को सत्ता का सुख और उच्च पद की प्राप्ति हो सकती है. व्यक्ति धनी व दानी बनता है, धर्म कर्म के कार्यों में अपना धन लगाता है.पैतृक व्यवसाय में सफलता है. परंतु यदि सूर्य कमजोर हो तो धन की हानी, व्यवहार में क्रोद्ध और जिद्दीपन आता है.
चंद्र ग्रह | Moon Planet
चन्द्र के एकादश भाव में होने पर यदि वह मजबूत स्थिति में हो तो जातक को धनी व व्यवहार से सौम्य बनाता है. जमीन जायदाद से युक्त होता है.स्त्रियों से सहायता पाता है. प्रेम से युक्त और कलात्मकता से भरा हुआ बनाता है. व्यक्ति का स्त्रियों से लगाव रहता है. पर यदि यह अशुभ ग्रहों से प्रभावित हो तो धन हानी या पैतृक संपत्ति विवाद हो सकता है.
मंगल ग्रह | Mars Planet
मंगल के एकादश भाव में होने के कारण लोगों से सहायता व सहयोग मिलता है और सफलता मिलती है, जोशीला वक्ता होता है.अचानक से प्रोपर्टी से लाभ मिल सकता है. परंतु यह कमजोर हो तो व्यक्ति में अत्यधिक क्रोध व गुस्सा हो सकता है. परिवार में कलह हो सकती है या संपत्ति को लेकर कोई विवाद उभर सकता है.
बुध ग्रह | Mercury Planet
एकादश भाव में बुध के स्थित होने के कारण जातक धनी व बुद्धिमानी बनता है. कई विद्याओं में निपुण होता है. जातक की भाष में सौम्यता व मधुरता बनी रहती है. लेखन व कलात्मक कार्यों में रूझान रह सकता है. कमजोर व निर्बल होने पर वाणी में दोष उत्पन्न हो सकता है, साथ ही शिक्षा में रुकावट का सामना करना पड़ सकता है.
बृहस्पति ग्रह | Jupiter Planet
एकादश भाव में बली अवस्था में होने के कारण व्यक्ति ज्ञानी और योग्यता से भरा होता है. परिवार में मुखिया का स्थान पाता है, मित्रों से युक्त होता है. संगीत के प्रति रूचि रखता है. व्यक्ति आकर्षक ओर योग्यता से भरा और बुद्धिमान होगा.
शुक्र ग्रह | Venus Planet
शुक्र के शुभता में होने से वाणी में मिठास आती है, धनवान और यात्रा के शौकिन होता है. व्यक्ति सभी का प्रेमी बनता है. वैवाहिक संबंधों में मधुरता आती है. रंगमंच, नृत्य कला के प्रति लागाव, कवि कलाकार व शुभता बनी रहती है.
शनि ग्रह | Saturn Planet
शनि के एकादश भाव में होने के कारण कई सेवकों से युक्त होता है, राजनीति व सरकार से लाभ मिलता है. विद्या प्राप्ति में रूकावट आती है. जातक को कष्ट, दरिद्र और परिवार से दूर कर सकता है.
राहु ग्रह | Rahu Planet
राहु के होने पर धन युक्त, सेना अध्यक्ष, विद्वान, विदेश में धन लाभ पाता है. तनाव व अलगाव रहा होगा और सफलता पाने के लिए अत्यधिक संघर्ष की स्थिति से गुजरना पड़ सकता है. मानसिक रुप से दुविधा बनी रह सकती है और उत्तेजना विद्यमान रहेगी.
केतु ग्रह | Ketu Planet
नैतिक तथा सफल, शुभ विचारों से युक्त, कई स्थानों पर सुखपूर्वक यात्राएं, सरकार से हानि मिल सकती है मानसिक उग्रता बनी रहेगी. वाणी में कर्कश और उतावलापन बना रह सकता है.