वक्री मंगल का मिथुन राशि में गोचर - 30 अक्टूबर 2022
मंगल का शुभ प्रभाव व्यक्ति को साहस, ताकत और पराक्रमी बनाता है, जबकि कमजोर अवस्था में ग्रह व्यक्ति के आत्मविश्वास को कमजोर करता है. यह मेष और वृश्चिक राशियों का स्वामी है. इसका राशि बदलाव कई तरह से परिवर्तन से भरा होगा
वक्री मंगल का मिथुन राशि प्रवेश समय
ऊर्जा, भाई, संपत्ति, शक्ति, साहस, पराक्रम और वीरता का कारक ग्रह मंगल व्रकी होगा और मिथुन राशि में इसका वक्री होने का समय 30 अक्टूबर 2022 को 18:54 पर होगा. वक्री मंगल के इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर देखा जा सकता है. आइए जानें इस गोचर के आपकी राशि पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार से :-
मेष राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का गोचर आपके प्रयासों में वृद्धि को दिखाने वाला होगा. साहस और दृढ़ संकल्प को लेकर कठोरता से बचना होगा. तेजी से निर्णय लेना परेशानी दर्शा सकता है. इस समय आवश्यक होगा की धैर्य के सतह काम किया जा यात्राएं अधिक हो सकती हैं. लोगों के साथ मिलने वाले अनुबंध कुछ समय के लिए रुक सकते हैं लेकिन जल्द ही फिर से मिलने के संकेत बनेंगे. व्यवसायी कारोबार में कुछ समस्याओं का सामना करेंगे लेकिन जल्द ही संबंधित क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन होगा. इस गोचर से आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए अधिक उत्सुक होंगे ओर सफलता के लिए मौके भी होंगे. कोई कार्य लंबित हो सकता है तनाव न लेना ही बेहतर होगा. माता-पिता की देखभाल करने की आवश्यकता है, क्योंकि उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है.
वृषभ राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल के दूसरे भाव में गोचर करने से आप धन खर्च में अधिक कर सकते हैं. इसके परिणामस्वरूप आर्थिक रूप से स्थितियां परेशान कर सकती हैं. व्यवसायियों को विदेशों से लाभ मिलेगा. इस समय के दौरान अपने शब्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, और दूसरों की भावनाओं को आहत करने से बचें. सेइस समय गलत संगति से दूर रखना चाहते हैं तो स्वयं को कंट्रोल में रखें. संतान के बारे में सावधान रहने और उनके साथ अधिक समय बिताने की आवश्यकता है. जीवनसाथी की सेहत को लेकर ध्यान अधिक बना रह सकता है क्योंकि उनके स्वास्थ्य में गिरावट संभव है. व्यापार साझेदारी में शामिल होना अभी अधिक अनुकूल नहीं होगा कुछ इंतजार करना अधिक बेहतर होगा.
मिथुन राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल लग्न भाव में गोचर करेगा, जिसका अर्थ है कि इस गोचर का मिथुन पर प्रभाव अधिक होगा. गोचर की शुरुआत से ही स्वभाव में बदलाव देख सकते हैं क्रोध अधिक बढ़ सकता है इसलिए कुछ भी करने - कहने से पहले आपको सावधानी से सोचने की जरूरत है. वाहन चलाते समय सावधान रहें दूसरों की लापरवाही भी परेशानी दे सकती है, वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव की संभावना है, इसलिए इस दौरान किसी भी विवाद से बचने की कोशिश करनी चाहिए. परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्य बनाए रखने की आवश्यकता होगी.
कर्क राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का प्रभाव बारहवें भाव में होगा ऎसे में स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग रहने की आवश्यकता होगी. शारीरिक समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं, फिट रहने और समस्याओं से दूर रहने के लिए नियमित रूप से व्यायाम या योग जैसी गतिविधियों में शामिल होना अनुकूल होगा. बाहरी क्षेत्र से मिलने वाले प्रोजेक्ट कुछ समय के लिए स्थगित हो सकते हैं. जो छात्र विदेश में अध्ययन करना चाहते हैं, वे अपने प्रयासों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं. आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के लिए बचत पर ध्यान दिया जाए. जीवनसाथी की देखभाल करने की आवश्यकता होगी. रक्त संबंधी बीमारियों और अनिद्रा से पीड़ित हो सकते हैं.
सिंह राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का प्रभाव ग्यारहवें भाव में होगा. ऊर्जा से भरपूर होंगे लेकिन जोखिम में काम करने से बचें. सोच में बदलाव होगा, किसी नए काम को शुरु करने की कोशिश हो सकती है. शत्रुओं को परास्त करने में सफल रहेंगे लेकिन अधिक उत्साह से बचना होगा अन्यथा काम हाथ से निकल भी सकता है. इस दौरान लाभ पाना आसान नहीं होने वाला है, लेकिन परिस्थितियों का बहादुरी से सामना करने से आने वाला समय सहक हो सकता है. प्रेम सम्बन्धी मामलों के लिए समय उतना अच्छा नहीं है. प्रेमी से झगड़ा होने की संभावना है. काम में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अपने वरिष्ठ लोगों की बातें सुनना लाभदक होगा.
कन्या राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का गोचर दशम भाव को प्रभावित करने वाला होगा. काम में बदलाव देखने को मिल सकता है. नए संपर्क बन सकते हैं काम की अधिकता हो सकती है. करियर में तेजी का समय भी होगा. काम पर आपके अधिकार क्षेत्र का विस्तार होगा. जो बेरोजगार हैं और नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें अपने प्रयासों में सफलता मिलेगी. इस दौरान अपने विरोधियों से सावधान रहने की आवश्यकता है, साथ ही इस दौरान आपको अपने गुस्से पर भी काबू रखना चाहिए, घर पर कुछ निर्माण से जुड़े काम भी इस समय पर हो सकते हैं. व्यर्थ के मतभेदों से बचना ही शांति का काम करेगा.
तुला राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का नवम भाव में गोचर होने से वृथा की भागदौड़ अधिक रह सकती है. आय में वृद्धि की संभावनाएँ होंगी लेकिन उनका मिल पाना कठिन इस दौरान काम से संबंधित यात्रा भी अधिक रहने वाली है. पिता के साथ किसी बात को लेकर विवाद होने की भी संभावना है. जल्द ही स्थिति में शांति उत्पन्न होगी और सब कुछ ठीक हो जाएगा. सामाजिक दृष्टि से देखें तो यह गोचर आपके लिए काम की अधिक को दिखाने वाला होगा. लोगों के सामने अपने विचारों को सही ढंग से व्यक्त न कर पाएं ऎसे में चीजें कुछ परेशानी भी दे सकती हैं. ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है.
वृश्चिक राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का असर अष्टम घर पर होगा, इसके कारण अपना ध्यान रखने की आवश्यकता अधिक होगी. इस दौरान कुछ रीरिक कष्ट हो सकते हैं. भोजन में बाहरी खान पान को कम शामिल करें और संतुलित आहार से इनमें से कई समस्याएं खत्म होंगी. इस दौरान एक तरफ अप्रत्याशित लाभ होने के योग हैं तो वहीं दूसरी तरफ भाई-बहनों के साथ मनमुटाव की भी संभावना बनी हुई है. जीवनसाथी के साथ झगड़ा कर सकते हैं, इसलिए क्रोध से बचें और शांति के साथ चीजों को निपटाएं. इस समय किसी प्रकार की उधारी या कर्ज चुकाने में सफलता प्राप्त हो सकती है.
धनु राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का असर सातवें घर पर होने से संबंधों के लिए चुनौतिपूर्ण समय हो सकता है. रिश्तों में विवाह या साझेदारी जैसे कार्यों को लेकर सजगता बनाए रखें. जीवनसाथी के स्वभाव में थोड़ी आक्रामकता देख सकते हैं जिससे मनमुटाव उत्पन्न हो सकता है. साथी के स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ चिंता रह सकती है. काम पर पदोन्नति की उम्मीद रहेगी पर इंतजार कुछ अधिक लम्बा खिंच सकता यह गोचर आर्थिक पक्ष में उतार-चढ़ाव वाला रह सकता धन का अत्यधिक खर्च घरेलू जीवन एवं अपने ऊपर अधिक हो सकता है. मानसिक तनाव से मुक्ति पाने के लिए काम से कुछ दिन की छुट्टी लेकर कुछ आत्मचिंतन करना अच्छा होगा, सैर पर निकल जाएं यात्रा करें ऎसा करने से दिक्कतों से कुछ राहत मिल सकती है.
मकर राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल के छठे भाव में गोचर करने से कई कानूनी मामलों में रुकावट होने की संभावना है. इस दौरान आपको कोई भी गैरकानूनी काम करने से बचना चाहिए, शार्टकट के चक्कर में परेशानी होगी. गुस्से पर नियंत्रण रखने और उन सभी स्थितियों से दूर रहने की आवश्यकता है जहां विवाद हो सकता है. ख़र्चे बढ़ सकते हैं और काम के सिलसिले में यात्रा भी करनी पड़ सकती है. अपने काम में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होगी. स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है और छात्र जातकों के लिए प्रतियोगिताओं का स्तर काफी कठिन दिखाई देता है.
कुंभ राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का प्रभाव इस समय पांचवें भाव पर होगा. शिक्षा को लेकर एकाग्रता की कुछ कमी रह सकती है. अपने परिणाम में बेहतर प्रदर्शन के लिए अधिक परिश्रम करना होगा. खेलकूद या अन्य गतिविधियों में शामिल होने का मौका मिल सकता है. छोटी-छोटी बातों पर प्रेमी के साथ कुछ अनबन भी हो सकती है. इस अवधि में किसी नए संगठन में शामिल होने की योजना बना सकते हैं. स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरूरत है क्योंकि इस दौरान सेहत कमजोर रहने की संभावना है. सामाजिक रूप से अधिक मेलजोल होगा और किसी नए व्यक्ति से जुड़ सकते हैं.
मीन राशि पर वक्री मंगल का असर
वक्री मंगल का चौथे भाव में गोचर सुख में बदलाव को दिखाता है. माता की सेहत या स्वास्थ्य में बदलाव देखने को मिल सकता है. घर पर ट्रैवलिंग इत्यादि से जुड़े प्लान बना सकते नई संपत्ति या वाहन भी खरीदने के लिए कोशिशें तेज हो सकती हैं. पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव की संभावना है. दांपत्य जीवन में सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि गलतफहमियां जीवन में समस्याएँ खड़ी कर सकती हैं. परिवार के किसी बड़े से वैचारिक मतभेद होने की स्थिति में खुद को शांत करने का प्रयास करें क्योंकि झगड़ों से स्थिति और बिगड़ सकती है.