06 अप्रैल 2023 को शुक्र के वृष राशि में गोचर से शुक्र का बल वृद्धि पाएगा. शुक्र से जुड़े वस्तुओं में भी वृद्धि देखने को मिलेगी, इस समय पर कुछ अच्छी वस्तुओं की प्राप्ति होगी. आस पास की स्थिति भी भौतिक रुप से समृद्धि होने लगेगी. कुछ अच्छी वस्तुओं के प्रति झुकाव होगा तथा कला, फैशन, रचनात्मक चीजों में निखार भी देखने को मिलेगा, वाणी और व्यक्तित्व में बदलाव होगा. तार्किक बुद्धि अच्छी होगी, यह गोचर आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति को बेहतर रुप देने वाला होगा. शुक्र ग्रह को सौंदर्य, भौतिक सुख, प्रेम संबंध आदि का कारक माना जाता है. शुक्र वृषभ राशि और तुला राशि का स्वामी है ऎसे में अपनी स्वराशि में शुक्र का गोचर खास होगा.
ज्योतिष के अनुसार, जिस व्यक्ति की कुंडली में शुक्र की मजबूत स्थिति होती है, वह अपने जीवन में सभी प्रकार की विलासिता और भौतिक चीजों के सुखों का अनुभव कर पाने में सफल होता है लेकिन कुंडली में शुक्र की कमजोर स्थिति इन चीजों से दूर ले जाने वाली होती है.
शुक्र का वृष राशि में गोचर समय
शुक्र का वृष राशि में गोचर 06 अप्रैल 2023 को सुबह 10:59 बजे होगा. यह गोचर एक शुभ स्थिति रहेगी उन के लिए जिनकी कुंडली में शुक्र उत्तम रुप से स्थिति है ओर शुभ फलों का कारक बनता है.
मेष राशि
मेष राशि के लिए शुक्र दूसरे और सप्तम भाव का स्वामी होता है और इस समय दूसरे भाव में गोचर करेगा. शुक्र का गोचर परिवार और आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा रहेगा. शुभ समाचार देने वाला होगा. इस दौरान घर में सुख-शांति का माहौल रहेगा और परिवार के सदस्य आपसी सहयोग करते दिखाई दे सकते हैं. माता का प्रेम आपके लिए अच्छा होगा. परिवार के साथ कुछ अच्छे समय को बिता सकते हैं. जीवन के पलों का आनंद ले सकते हैं. परिवार में किसी प्रकार का शुभ या मांगलिक कार्य भी हो सकते हैं. परिवार में किसी नए सदस्य के आने की दस्तक सुनाई दे सकती है. शुक्र का गोचर साझेदारी से जुड़े कामों के लिए अच्छा रह सकता है काम में व्यवसाय में प्रगति मिल सकती है. प्रगति के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं. पहले से ही किसी परियोजना को निपटाने में लगे हैं तो काम पूरा हो सकता है. ससुराल पक्ष से अनुकूल परिणाम देख पाएंगे. किसी अटके हुए कार्य को पूरा करने में ससुराल का सहयोग मिल सकता है.
वृषभ राशि
वृष राशि के लिए शुक्र लग्न और छठे भाव का स्वामी होता है और इस समय गोचर में लग्न पर ही इसका असर होगा. शुक्र इस समय मानसिक क्षमताओं, दृष्टिकोण को प्रभावित करने वाला होगा. यह गोचर काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है. शुक्र का प्रभाव व्यक्तित्व को निखारने वाला होगा. इसके साथ ही स्वभाव में सुधार होगा. रहन सहन, पहनावे, खान पान में बदलाव दिखाई देगा. खरीदारी भी अधिक रह सकती है. प्रेम संबंधों के लिए अच्छा होगा. नए रिश्ते भी आरंभ हो सकते हैं. साथी के बीच प्रेम बढ़ेगा, साथी हर हाल में साथ देता दिखाई देगा. जीवन साथी के साथ प्रेम बढ़ेगा. स्वास्थ्य के मामले में कमजोर स्थिति हो सकती है. मानसिक तनाव या फिर संक्रमण इत्यादि से पीड़ित रह सकते हैं. शांत और धैर्य के साथ काम करना उचित होगा. तनाव से छुटकारा पाने के लिए अभिरुचि से जुड़े कामों में शामिल होना अच्छा होगा.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए शुक्र बारहवें, पांचवें भाव का स्वामी होगा. अभी के समय शुक्र का पंचम भाव में गोचर होगा. विदेश यात्रा का योग बनेगा. खर्च की अधिकता होगी. स्वास्थ्य के लिए कमजोर स्थिति रह सकती है. अनिद्रा नेत्र रोग, तनाव चिंता जैसी बातें असर डाल सकती हैं. बारहवें भाव में गोचर के कारण खर्चों में वृद्धि देखने को मिलेगी. महंगी वस्तुओं की खरीदारी होगी कुछ अपव्यय में भी वृद्धि रहने वाली है. आकर्षक एवं लुभावनी चीजों पर अधिक धन खर्च कर सकते हैं. इसके अलावा इस समय आय से अधिक खर्च खुद पर तथा परिवार की जरूरतों को पूरा करने में होगा. व्यक्तिगत रूप से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है. पैसा जमा करना ही इस स्थिति से बचाव कर सकता है. लंबे समय से विदेश जाने के इच्छुक लोगों को इस गोचर का लाभ मिलेगा. विदेश यात्रा पर जाने का अनुकूल समय होगा. प्रेम संबंधों में कुछ बातें दूरी बढ़ा सकती हैं, संबंधों को लेकर सजग रहना होगा. जीवन सतही के स्वास्थ्य के कारण चिंता अधिक रह सकती है.
कर्क राशि
कर्क राशि के लिए शुक्र ग्यारहवें और चौथे भाव का स्वामी होता है और इस समय गोचर में एकादश भाव को प्रभावित करने वाला होगा. इस गोचर का असर दोस्तों पर, लाभ, उपलब्धियों, इच्छाओं पर सीधेतोर पर होगा. इनकम में वृद्धि का समय होगा. कुछ इच्छाएं पूर्ण होती दिखाई देंगी. काम के स्थान पर कुछ प्रमोशन मिलने के भी योग भी बन सकते हैं. इस गोचर का प्रभाव सामाजिक रुप से जुड़ने का होगा तथा कुछ उपलब्धियों को पाने के लिए भी उचित होगा. आय के कुछ अन्य स्रोतों इस समय सामने आ सकते हैं. उधार या कहीं अटका हुआ धन मिलने का समय भी रहेगा. बड़े भाई बंधुओं की ओर से आर्थिक सहयोग एवं मार्गदर्शन भी मिलेगा. शेयर बाजार इत्यादि से कुछ लाभ की उम्मीद बन सकती है प्रेम और रोमांस में आप काफी रोमांच को पाएंगे. दोस्तों के साथ भ्रमण के अवसर मिलेंगे.
सिंह राशि
सिंह राशि के लिए शुक्र दशम और तीसरे भाव का स्वामी होता है और इस समय शुक्र का गोचर दसवें घर पर होगा. यह समय करियर, व्यवसाय, प्रसिद्धि और सामाजिक स्थिति को प्रभावित करने वाला होगा. कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्ति के बेहतर अवसर मिल सकते हैं. पदोन्नति प्राप्त हो सकती है. अपने सहकर्मियों के साथ मिलकर कुछ सकारात्मक चीजों को प्राप्त कर सकते हैं. घरेलू क्षेत्र में सुखद माहौल भी प्राप्त होगा. अपने बड़ों का प्रेम प्राप्त होगा. माता या किसी स्त्री पक्ष की सहायता से कुछ आवश्यक कामों को पूरा कर पाने में भी सफल रह सकते हैं. जीवन साथी के साथ कुछ दुरी हो सकती है, अपने क्रोध को नियंत्रित रखते हुए काम करना ही अनुकूल संबंधों की आधारशीला बन सकता है.
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए शुक्र नवम और द्वितीय भाव का स्वामी है और वृष राशि में नवम भाव में गोचर होगा. यात्राओं का योग होगा. यात्रा द्वारा लाभ प्राप्ति की अच्छी संभावनाएं होंगी. प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होती दिखाई देगी. धार्मिक कार्यों में शामिल हो सकते हैं. वरिष्ठ लोगों का दृष्टिकोण इस समय काम आएगा. संबंधों के लिए ये गोचर जीवन में अनुकूलता देने वाला हो सकता है. साथी के साथ कोई गलतफहमी हो रही थी या वाद-विवाद की स्थिति बन रही थी तो इस दौरान वह चीजें समाप्त होंगी. रिश्तों में मजबूती का समय होगा. पिता या किसी बड़े व्यक्ति का पूरा सहयोग भी मिल सकता है. धर्म के प्रति सक्रियता बढ़ेगी, आर्थिक जीवन के मामले में भी अच्छा लाभ मिलने की संभावना है.
तुला राशि
तुला राशि के लिए शुक्र आठवें और लग्न भाव का स्वामी होता है और गोचर में यह आठवें भाव में होगा. इस समय आपकी पैतृक विरासत, विचारों, लड़ाई-झ्गड़ों, गुप्त विरोधियों, अचानक होने वाली चुनौतियों पर असर डालने वाला होगा. राशि से अष्टम भाव में होने से अचानक कुछ लाभ मिलने की संभावना होगी. धन लबह होगा लेकिन जोखिम वाला निवेश घाटा भी दे सकता है. स्वास्थ्य के मामले में आपको थोड़ा संभल कर रहने की जरूरत होगी. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बनी रह सकती हैं. इस समय कोई घटना घट सकती है और सकारात्मक या नकारात्मक दोनों तरह से प्रभावित कर सकती है. वाहन चलाते समय विशेष ध्यान रखने की जरुरत होगी. छोटी समस्या भी बड़ी परेशानी हो सकती है. लापरवाही से बचना होगा. स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरुरत होगी. आध्यात्मि दृष्टिकोण विकसित होगा. प्रेम संबंधों की बात करें तो स्थिति मिलीजुली सी रह सकती है. मांगलिक कार्यक्रम होने की संभावना अधिक रह सकती है.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए शुक्र सप्तम और द्वादश भाव का स्वामी होता है और इस समय गोचर में सप्तम भाव को प्रभाव देगा. ऎसे में विवाह, साझेदारी और दीर्घकालिक समझौतों पर इसका असर दिखाई दे सकता है. जीवनसाथी की सेहत का खास ख्याल रखने की आवश्यकता होगी क्योंकि सेहत में थोड़ी गिरावट का समय है. स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से खुद भी कुछ छोटी-मोटी परेशानियों से जूझना पड़ सकता है. खान-पान का ध्यान रखें और बाहर के भोजन से परहेज बेहतर होगा. प्रेम जीवन में सफलता मिलेगी, कार्यक्षेत्र में बदलाव दिख सकता है. वरिष्ठ आपको पूरा सहयोग दे सकते हैं इसके बावजूद इस समय आपको अधिकांश निर्णयों के बारे में ठीक से सोचने की जरूत होगी. पारिवारिक जीवन में अशांति हो सकती है, संबंधों में कुछ वाद-विवाद होने की संभावना बनी रहेगी. जिन लोगों के अपने संबंध कमजोर थे वे संबंध सुधारने में कामयाब भी होंगे. विदेश यात्रा अथवा लम्बी दूरी की यात्राएं इस समय पर हो सकती हैं. इस गोचर के दौरान विवाह से जुड़ा रिश्ता भी कहीं पक्का होने की संभावना है. कार्यस्थल की स्थिति में पहले से थोड़ी मजबूती दिखाई दे सकती है. साझेदारी के काम में लाभ मिल सकता है.
धनु राशि
धनु राशि के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव का स्वामी होता है और इस समय गोचर में छ्ठे भाव को प्रभावित करने वाला होगा. यह समय आपकी प्रतिस्पर्धाओं, स्वास्थ्य, विरोधियों, खर्चों की स्थिति इत्यादि पर असर डालने वाला होगा. स्वास्थ्य और दिनचर्या पर आप कुछ बदलाव देख सकते हैं. जीवन में कुछ चुनौतियां दिखाई दे सकती है विशेष कर प्रेम संबंधों में थोड़ा स्थिति कमजोर रह सकती है इसलिए बहसबाजी तथा जल्दबाजी के निर्णयों से बचना चाहिए अन्यथा बात अधिक बढ़ सकती है.इस दौरान आपके विरोधी भी कार्यस्थल पर अधिक सक्रिय रह सकते हैं. नुकसान पहुंचाने और हावी होने की कोशिश भी कर सकते हैं. ऎसे में अधिक सावधान रहने की जरुरत होगी. आर्थिक जीवन में कई कीमती चीजों पर पैसा खर्च कर सकते हैं. आर्थिक संकट के चलते बैंक या किसी अन्य संस्था से ऋण लेने का विचार कर सकते हैं. परिक्षाओं में बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. स्वास्थ्य पर इस गोचर का असर कफ की अधिकता, संक्रमण से जुड़े रोग दे सकता है.
मकर राशि
मकर राशि के लिए शुक्र पंचम और दशम भाव का स्वामी बनता है और अब ये समय पंचम भाव में गोचर की स्थिति को दर्शाता है. इस समय पर प्रेम संबंधों, संतान, शिक्षा से जुड़े कामों पर इसका असर दिखाई देगा. छात्रों को अच्छे फल मिल सकते हैं. शुक्र का आपकी राशि से इस भाव में गोचर प्रेम जीवन में अनुकूलता को दर्शाने वाला होता है. मित्रों के साथ समय बिताने में भी आप आगे रह सकते हैं. प्रेम का आनंद लेने में भी आपको सुख की प्राप्ति हो सकती है. विवाह से जुड़े मसलों में आप को आगे बढ़ने का समय मिल सकता है. जीवन साथी से सहयोग मिल सकता है, साथी आपको आकर्षित करने में आगे रह सकता है वह इच्छाओं को पूरा करने के लिए तैयार रह सकता है.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए शुक्र नवम और चतुर्थ भाव का स्वामी होता है, शुक्र का यह गोचर आपके चौथे भाव में होगा. इस समय पर परिवार, रिश्ते, संपत्ति, माता को चतुर्थ भाव अधिक प्रभावित होता है. इस समय पर गोचर कुछ खर्च को बढ़ा सकता है. इस समय बहुत से लोग नया घर और वाहन इत्यादि खरीद सकते हैं. घर की मरम्मत, सजावट पर खर्च इत्यादि रह सकता है. घर से दूर जाना पड़ सकता है. स्वास्थ्य में कुछ गिरावट हो सकती है. स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता होगी. कार्यस्थल पर स्थिति बेहतर करने की जरुरत होगी. अपने प्रदर्शन में सफल हो सकते हैं. कार्यस्थल पर आपको अपने सहयोगियों और अधिकारियों से प्रशंसा भी प्राप्त हो सकती है.
मीन राशि
मीन राशि के लिए शुक्र आपके तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है और इस समय गोचर में शुक्र तीसरे भाव में ही गोचर होगा. इस समय पर संचार कौशल, छोटे भाई-बहनों पर इस का अधिक प्रभावित होगा. इस समय मीडिया, कला और अभिनय से जुड़े लोगों को कार्यक्षेत्र में लाभ मिलने के योग दिखाई देंगे. अच्छी लाइफस्टाइल से लोगों को बहुत आसानी से प्रभावित कर उनके दिलों में अपने लिए एक खास जगह भी बना पाएंगे. इसके अलावा कार्यक्षेत्र में भी सफलता मिल सकती है. अपनी मेहनत के बल पर अपनी आमदनी में वृद्धि करने में सक्षम होंगे. कई लोगों को इस समय किसी छोटी यात्रा पर जाना पड़ सकता है. यह गोचर आपको समाज में प्रसिद्धि दिलाने वाला हो सकता है. इस समय आपको अपने भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिल सकता है. कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए अपनी सेहत का ख्याल रखने की जरूरत होगी.