शनि अपनी एक स्वराशि मकर से निकल कर अब अपनी दूसरी स्वराशि कुंभ में गोचर करने वाला है. शनि के लिए मकर राशि से निकल कर कुंभ में प्रवेश करना बहुत से बदलावों के लिए अनुकूलता लिए होगा. इस समय के दोरान वायु तत्व में भ्रमण करते हुए शनि विचारधारों से जुड़ने तथा खोज की शुरुआत का समय दर्शाता है तथा साथ ही इस समय पर अपनी एक विचारधार से अलग कुछ नवीनताओं का आरंभ भी इस समय पर ही होगा. कुंभ राशि शनि मजबूत अवस्था में स्थित होता है. शनि का एक राशि में गोचर समय लगभग ढ़ाई साल का होता है और ऎसे में यह एक लम्बा समय अब कुंभ में व्यतीत करने वाले हैं शनि गोचर का काफी गहरा प्रभाव अब आपके समक्ष होगा. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का मेष राशि पर असर

मेष राशि वालों के लिए अब शनि का गोचर एकादश भाव में होगा. इस समय पर शनि की तीसरी दृष्टि मेष पर होगी. आर्थिक क्षेत्र में नए स्त्रोत उभर सकते हैं. आप कुछ नए लोगों के साथ मेल जोल में होंगे और आपके लिए नई संभावनाएं काफी महत्वपूर्ण होगा. शनि का ये गोचर आपके परिश्रम को बेहतर फल देने में सहायक हो सकता है. आर्थिक प्रगति के अवसर भी मिल सकते हैं. शनि की दृष्टि मानसिक तनाव को दिखा सकती है और साथ ही कई नई जिम्मेदारियां भी आपके सामने खड़ी हो सकती हैं. इस समय स्वयं को दृढ़ संकल्प से मजबूत बनाए रखने की जरूरत होगी. जो लोग अपने काम की शुरुआत का विचार रखे हुए हैं वह इस समय इस काम के लिए अब तैयार दिखाई देंगे. अपने व्यवसाय का आरंभ कर सकते हैं. प्रेम संबंधों में आप उत्सुकता के साथ आगे बढ़ना चाहेंगे तथा आप इस समय किसी के साथ नए संबंधों की शुरुआत भी कर सकते हैं. उच्च शिक्षा प्राप्ति के मौके मिलेंगे. सामाजिक क्षेत्र में भी आप काम कर पाएंगे और किसी समारोह अथवा सम्मेलन में भी आप शामिल हो सकते हैं. आलस्य और व्यर्थ की चिंताओं से बचें तथा पुराने बातों को भूल कर आगे बढ़ना उचित होगा. 

वृषभ राशि वालों पर शनि गोचर का प्रभाव

वृष राशि वालों के लिए शनि का गोचर दशम भाव पर होगा. यह समय आपके कर्म क्षेत्र में होने वाले बदलावों को दर्शाने वाला होगा. इस समय पर नौकरी और व्यवसाय के क्षेत्र में होने वाले बदलाव महत्वपूर्ण होंगे और साथ ही घरेलू मोर्चे पर भी स्थितियां बदलाव को दिखाने वाली होंगी. कुछ नई चीजों को प्राप्त करने का समअय भी होग अतो घर से दूर जाने के अवसर भी होंगे. नई चीजों के साथ जुड़ने और अवसरों को अपनाने का समय होगा. जो लोग काम की तलाश में हैं उन्हें अब अवसर मिल सकते हैं. अधिकारियों के साथ तालमेल की कमी हो सकती है और साथ ही सरकारी पक्ष से जुड़ने के लिए अधिक प्रयास करने होंगे लेकिन सामाजिक क्षेत्र में लोकप्रियता पाने का समय भी मिलेगा. राजनिति से जुड़े क्षेत्र में आप को काम का मौका मिल सकता है. दांपत्य जीवन में साथी का सहयोग सहायक हो सकता है ओर विदेश यात्राओं का समय भी देखने कि मिल सकता है साथ ही बाहरी संपर्क भी स्थापित हो सकते हैं. 

मिथुन राशि वालों पर शनि गोचर का प्रभाव

मिथुन राशि वालों के लिए शनि का गोचर नवम भाव में होगा. भाग्य स्थान पर शनि की स्थिति के चलते अटके हुए कामों को गति मिल सकती है. सामाजिक एवं लोक कल्याण से जुड़े कामों में शामिल होने के मौके मिल सकते हैं. आध्यात्मिक एवं मांगलिक क्षेत्र में आप काम कर पाएंगे. कुछ नई चीजों को खोज सकते हैं और साधना तथा ज्ञान को दूसरों तक पहुंचाने की कोशिश भी कर सकते हैं. इस समय आपके स्वभाव में बदलाव भी देखने को मिल सकता है. धैर्यवान और शांत रह कर काम कर सकते हैं. ये समय लम्बी यात्राओं का संकेत भी देता है. इस समय पर विदेश से संपक का भी अच्छा समय देखने को मिल सकता है. भाई बंधुओं के साथ आप कुछ अधिक समय बिता पाएंगे. धार्मिक, परोपकारिया एवं सामाजिक कार्यों में आगे बढ़ने की संभावनाएं जन्म लेंगी. इस समय पर घुटनों और मांस्पेशियों में दर्द इत्यादि से प्रभावित हो सकते हैं. इस समय कसरत या योग इत्यादि को दिनचर्या में शामिल करना स्वास्थ्य एवं मानसिकता के लिए शुभ होगा. 

कर्क राशि वालों पर शनि गोचर का प्रभाव

कर्क राशि के लिए शनि का गोचर अष्टम भाव स्थान पर होने वाला है. इस स्थान पर शनि का गोचर आपके जीवन में गहराई और गुप्त संकेतों की स्थिति को दर्शाने वाला होगा. अब काम पर शनि का दृष्टि प्रभाव होने से नौकरीपेशा लोगों को अपने कर्म क्षेत्र से जुड़े मसलों का सामना करने का समय होगा. पद बदलाव ओर स्थान परिवर्तन होगा. कर्मचारियों के साथ संभल कर रिश्ते बनाए रखने की जरुरत होगी. गुप्त चिंताओं का दौर भी असर डाल सकता है. षड़यंत्र या साजिश के शिकार होने का समय भी होगा. इस समय व्यर्थ की शंकाओं से स्वयं को मुक्त रखना होगा. गुटबाजी से दूर रहना होगा. साझेदारी, जीवनसाथी या रिश्तों के मध्य मतभेद या ग़लतफ़हमियां उत्पन्न हो सकती हैं इस समय स्थिति को शांति से निपटाने का समय होगा. पुराने मतभेदों को समाप्त करने का समय है और अवचेतन मन की गहराई से जुड़ने का समय है. गुप्त धन प्राप्ति, पैतृक संपति सुख मिल सकता है. 

कुंभ राशि में शनि गोचर का सिंह राशि पर असर 

सिंह राशि वालों के लिए सप्तम भाव में शनि का गोचर होगा. ये समय विवाह से जुड़े मुद्दे सामने हो सकते हैं. इस समय के दौरान कुछ नई पार्टनरशिप का आरंभ होगा. आप कुछ फैसले ले सकते हैं. परिपक्व फैसले और सटीक सुझावों का समय दिखाई देगा. जीवन में कुछ सहयोग की तलाश आपके लिए काफी संभावनाओं को दिखाने वाली होगी. स्वास्थ्य से जुड़े मसलों में अपनों और दूसरों के ख्याल को लेकर आप को मजबूत बनाए रखना चाहिए. इस दौरान शल्य चिकित्सा या चोट इत्यादि से परेशानी भी रह सकती है. बाहरी लोगों के साथ संपर्क का समय होगा. कुछ यतराएं हो सकती हैं. सामाजिक रुप से स्वयं की छवि को लेकर आप काफी आगे रहने वाले हैं. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का कन्या राशि पर असर

शनि का गोचर कन्या राशि के छठे भाव में होने वाला है. नौकरी के क्षेत्र में नई संभावनाएं मिल सकती हैं. छात्र अपने लिए नए मार्ग को देख पाएंगे.  कुछ नए मौके मिल सकते है पद प्राप्ति का समय होगा ओर आने वाले समय में प्रतियोगिताओं में शामिल होने का मौका मिल सकता है.  कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयासों से अच्छे परिणामों को पा सकते हैं. नए प्रोत्साहन या वेतन में वृद्धि की प्राप्ति के लिए किया गया संघर्ष काम आएगा. कर्म क्षेत्र में बदलाव दिखाई देंगे, कुछ लोग सकारात्मक रुप से सहयोग दे सकते हैं. विरोधी पक्ष चाहे जितना दबाव बनाए आप अपनी सफलता को पाने के लिए आगे रह सकता है. इस समय पर कर्ज इत्यादि से दूर रहना ही जरुरी होगा तथा व्यर्थ के व्ययों से खुद को बचाने की आवश्यकता भी होगी. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का तुला राशि पर असर

शनि का तुला राशि में गोचर पंचम भाव को प्रभावित करने वाला होगा. इस समय पर आपके रिलेशन, शिक्षा, बच्चों ओर नई विचारधाराओं से आगे बढ़ने का होगा.  इस समय नए प्रवेश संस्थनाओं से जुड़ सकते हैं. अच्छे सकारात्मक लाभ भी मिल सकते हैं. छात्र अपनी पढ़ाई के लिए कहीं दूर भी जा सकते हैं. इस समय विदेश में जाने का समय भी बनता है. उच्च शिक्षा के लिए बाहर जा सकते हैं अपनी पसंद के कुछ कामों में शामिल हो पाएंगे. नई भाषाओं से जुड़ सकते हैं . रिश्तों में अब बंधन मजबूत हो सकते हैं या फिर इस समय रिश्ते अंत भी हो सकते हैं. आप अपने क्षेत्र में अच्छे लाभ प्राप्त कर सकते हैं. जो लोग संतान जन्म की इच्छा रखे हुए हैं उन्हें इस समय लाभ मिल सकता है. अपने शौक पूरा करने के मौके अब मिल सकते हैं. संपत्ति या नौकरी से जुड़े काम के मौके मिल सकते हैं. पद प्राप्ति ओर पद से मुक्ति दोनों ही स्थिति सामने होंगी. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का वृश्चिक राशि पर असर

शनि का गोचर इस समय चतुर्थ भाव में होने से अब स्थान बदलाव, घर से दुर जाने या नई रिश्तों से जुड़ने का होगा. घरेलू कार्यों में निर्माण से जुड़े काम हो सकते हैं. इस समय काम होने में विलंब की स्थिति बनी रह सकती है. आप के लिए कुछ न कुछ बदलाव सामने हो सकते हैं. कुछ बाधाएं सामना होंगी लेकिन किसी का सहयोग सहायक बन सकता है. संपति की खरिद फरोखत का समय होगा. काम में बदलाव होंगे और नई संभावनाएं आपको कुछ अच्छी कमाई का साधन होगा. छोटे बच्चों की शिक्षा से जुड़े मुद्दे चिंता दे सकते हैं. अपने काम की शुरुआत के लिए भी समय अनुकूल रह सकता है. सेहत पर परेशानी और चिंता होगी. शरीर में गैस्ट्रिक स्थिति तनाव दे सकती है. अधिक खर्चों की स्थिति बनी रह सकती है. परिवार में खर्च अधिक बना रहेगा. भौतिक सुख सुविधाओं की प्राप्ति होगी लेकिन उनसे सुख प्राप्ति मिलन अथोड़ा मुश्किल को दर्शाता है. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का धनु राशि पर असर

धनु राशि वालों के लिए शनि का गोचर तीसरे स्थान पर होगा. शनि का तृतीय भाव में गोचर आप के प्रयासों में धीमा पन दे सकता है. कुछ मामलों में यह स्थिति आलस्य का प्रभाव भी दर्शाने वाली होती है. इस समय पर लोगों के साथ जुड़ाव बढ़ सकता है काम के क्षेत्र में लोगों के साथ बातचीत की कुशलता मिल सकती है. समाज में कार्यों को लेकर आप भी शामिल हो सकते हैं. कुछ नए विचार तथा आध्यात्मिक क्षेत्र से जुड़ाव का भी समय होगा. इस समय अभिरुची से जुड़े मामले आगे बढ़ सकते हैं भाग्य संतान शिक्षा एवं प्रेम संबंधों पर भी इस स्थिति का असर होगा. आकस्मिक लाभ ओर अचानक होने वाले घटनाक्रम आप को अचंभित कर सकते हैं. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का मकर राशि पर असर

मकर राशि के लिए शनि का गोचर अब दूसरे भाव पर होगा, यह भाव धन भाव कहलाता है ऎसे में शनि का प्रभाव मकर राशि वालों की वाणी और उनके आर्थिक क्षेत्र पर गहरा प्रभाव छोड़ने वाला होगा. इस समय पर धन प्राप्ति ओर लाभ के संकेत कुछ विस्तार को पाएंगे. पुराने कर्ज से अब पुन: प्राप्ति की मांग संपुर्ण हो सकती है. परिवार से जुड़े व्यापार का समय होगा. पारिवारिक कारोबार में अच्छे लाभ की प्राप्ति का समय भी यहां दिखाई देता है. व्यवहारिक रुप से कार्य कर सकते हैं परंपराओं की ओर परिपेक्ष काफी सटीकता से सामने होगा. परिवार में किसी सदस्य का आगमन हो सकता है. संचित धन से लाभ की प्राप्ति का समय होगा. शेयर अथवा अन्य कार्यों में लाभ प्राप्ति होगी. वाणी में कुछ कठोरता का समावेश हो सकता है. अपने मन अनुसार कार्य करने की प्रवृत्ति में वृद्धि का समय होगा. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का कुंभ राशि पर असर

कुंभ राशि पर शनि का गोचर लग्न भाव पर होगा. आपके व्यक्तित्व को दर्शाने वाला समय होगा. इस समय मानसिक विचारधाराओं में बदलाव का समय दिखाई देगा. अपने मनोकूल प्रभावों को पाने के लिए मानसिक चेतना का स्तर तो काम करने वाला होगा. गृहस्थी के आरंभ का समय है. जीवनसाथी के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखने की आवश्यकता होती है. विदेशी कंपनियों से संपर्क का समय होगा. सामाजिक क्षेत्र में भी आप काम कर पाएंगे और किसी समारोह अथवा सम्मेलन में भी आप शामिल हो सकते हैं. आलस्य और व्यर्थ की चिंताओं से बचें तथा पुराने बातों को भूल कर आगे बढ़ना ही उचित होगा.

शनि के कुंभ राशि गोचर का मीन राशि पर असर

मीन राशि वालों के लिए शनि का गोचर बारहवें भाव में होगा. इस समय पर शनि की तीसरी दृष्टि धन पर होगी. आर्थिक क्षेत्र में नए स्त्रोत उभर सकते हैं. आप कुछ नए लोगों के साथ मेल जोल में होंगे और आपके लिए नई संभावनाएं काफी महत्वपूर्ण होगा. शनि का ये गोचर आपके खर्चों में वृद्धि का भी होगा. ये समय चीजों को लेकर कुछ मानसिक तनाव को दिखा सकता है और साथ ही कई नई जिम्मेदारियां भी आपके सामने खड़ी हो सकती हैं. इस समय स्वयं को दृढ़ संकल्प से मजबूत बनाए रखने की जरूरत होगी. जो लोग अपने काम की शुरुआत का विचार रखे हुए हैं वह इस समय इस काम के लिए अब तैयार दिखाई देंगे. अपने व्यवसाय का आरंभ कर सकते हैं. इस समय किसी के साथ नए संबंधों की शुरुआत भी कर सकते हैं. उच्च शिक्षा प्राप्ति के मौके मिलेंगे.