विवाह को हर धर्म संप्रदाय में एक अत्यंत ही पवित्र बंधन के रुप में देखा जाता है. यह दो लोगों के जीवन का एक नया अध्याय होता है जिसे दोनों को एक साथ मिलकर लिखना होता है. एक सुखी दांपत्य जीवन की इच्छा हर लड़के-लड़की के मन में रहती ही है. अपने जीवन साथी के साथ जीवन के हर पल को जीने की चाह लिए दो लोग एक साथ इस प्रेम के बंधन में बंधते हैं.

विवाह संस्कार को हिन्दुओं में एक अत्यंत पवित्र एवं शुभ मांगल्य जीवन की आधारशिला के रुप में देखा जाता है. इस संस्कार को करने के लिए एक शुभ मुहूर्त की आवश्यकता भी होती है. शुभ समय पर किए गए कार्यों का परिणाम भी हमें शुभ रुप में ही प्राप्त होता है. इस लिए शादी-विवाह के कार्य को करने के लिए एक शुभ मुहूर्त का चयन करते समय अत्यंत सावधानी और बहुत सी बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक भी होता है.

हिन्दूओं में शुभ विवाह की तिथि को जानने के लिये वर-वधू की जन्म राशि का प्रयोग किया जाता है. वर और कन्या की राशियों में विवाह की एक समान तिथि को शुभ विवाह मुहूर्त के लिये लिया जाता है. उदाहरण के लिये मेष राशि के वर का विवाह - मीन राशि की कन्या से हो रहा हो, तो दोनों के विवाह के लिये तिथियाँ एक समान होने के कारण शुभ रहेगी.

मार्च 2025 में निम्न तिथियों में विवाह करना शुभ रहेगा. यहां जन्म राशि से अभिप्राय: चन्द्र स्थित राशि से है. इन विवाह मुहूर्तो में त्रिबल शुद्धि, सूर्य-चन्द्र शुद्धि व गुरु की शुभता का ध्यान रखा गया है.

वर(लड़के) की चंद्र राशि विवाह की तारीख
मेष राशि 1,2,6,7,12
वृष राशि 1,2,6,7,12
मिथुन राशि 1,2,6,7,12
कर्क राशि 1,2,6,7,12
सिंह राशि 1,2,6,7,12
कन्या राशि 1,2,6,7,12 
तुला राशि 1,2,6,7,12
वृश्चिक राशि 1,2,6,7,12
धनु राशि 1,2,6,7,12
मकर राशि 1,2,6,7,12
कुम्भ राशि 1,2,6,7,12
मीन राशि 1,2,6,7,12 
वधु(लड़की) की चंद्र राशि विवाह की तारीख
मेष राशि 1,2,6,7,12
वृष राशि 1,2,6,7,12
मिथुन राशि  1,2,6,7,12
कर्क राशि 1,2,6,7,12
सिंह राशि 1,2,6,7,12
कन्या राशि 1,2,6,7,12
तुला राशि 1,2,6,7,12
वृश्चिक राशि 1,2,6,7,12 
धनु राशि 1,2,6,7,12 
मकर राशि 1,2,6,7,12
कुम्भ राशि  1,2,6,7,12
मीन राशि 1,2,6,7,12