होली खेलते समय त्वचा का कैसे ध्यान रखे? (How to take care of your skin in Holi)
होली का पर्व अपने साथ खुशियों, उत्साह और उमंग के साथ होली के रंगों को छुडाने की परेशानी लेकर आता है. प्रात: काल में जब हम होली खेलना शुरु करते है तो हमें यह ध्यान ही नहीं रहता है कि हमारी त्वचा पर जो ये रंग लग रहे है, ये हटेगें भी या नहीं... होली खेलते समय अगर कुछ सामान्य सी सावधानियां रखी जायें, तो इस प्रकार की परेशानियों से बचा जा सकता है. होली खेलने से पहले इन उपायों को करते है तो रंग को शरीर पर चढने से बचा सकते है. और बेफिक्र होकर त्यौहार का मजा ले सकते है.
होली पर त्वचा की देख- रेख (Taking care of your skin during Holi)
- होली से एक दिन पूर्व ही अगर शरीर पर विशेष कर चेहरे और हाथ-पैरों पर सरसों का तेल लगा लिया जायें, तो होली के रंग त्वचा से शीघ्र निकल जायेगें. शरीर पर लगाने के साथ ही यह तेल बालों में भी लगा लेना चाहिए. इससे बालों को रंगों से खराब होने से बचा जा सकता है. तेल लगे हुए बाल अपेक्षाकृ्त कम रंग पकडते है. और तेल युक्त बालों से रंग आसानी से निकल भी जाता है.
- अगर किसी व्यक्ति को तेल लगाना अच्छा नहीं लगता है. तो इसके स्थान पर कोई लोशन भी लगाया जा सकता है. इसके बाद जितना भी रंग लगाना चाहें, लगा सकते है. त्वचा पर कोई पक्का रंग नहीं चढ पायेगा.
- कैमिकल रंगों से कभी भी होली नहीं खेलनी चाहिए. इसके लिये रंग खेलने से पहले ही आप अपने मित्र वर्ग को यह बता सकते है कि कैमिकल वाले रंग त्वचा को हानि पहुंचाते है.
- त्वचा को रंगों के प्रभाव से बचाने के लिये त्वचा पर सन क्रीम लगा सकते है. इससे रंग का रासायनिक प्रभाव तथा संभव कम किया जा सकता है.
- होली खेलते समय अपनी आंखों के आस- पास और पलकों पर भी लगा लेना चाहिए. इससे आंखों को रंगों के हानिकारक प्रभाव से बचाया जा सकता है.
- रंग पानी से धोने के बाद आंखों में गुलाब जल डाल कर आराम कर लें, इससे आंखो को आराम मिलेगा.
- होली खेलते समय अगर कोई सूखा रंग आंखों में चला गया है तो आंखों को साफ पानी से धोएं, होली के दिन बार बार पानी से आंखों को धोने भी उचित रह्ता है. पर ऎसे में यह ध्यान रखें, कि आंखों को मसले नहीं, इससे आंखोम में जलन हो सकती है.
- होली का कोई रंग अगर रंगड के लगाया गया हों, तो ऎसे रंग को साबुन के स्थान पर फैश वाश से धोयें, पर धोते समय यह ध्यान रखे कि त्वचा पर लगे रंग को हरगिज रगड के न हटायें. इससे त्वचा को नुकसान हो सकता है.
- होली खेलने के बाद नहाने से एक घंटा पहले मुलतानी मिट्टी को भिगो दें. नहाते समय रंग वाली त्वचा पर भिगाई हुई मुलतानी मिट्टी लगाएं और थोडी देर तक इस पेक को सूखने दे. सूखने के बाद इसे धो दें. यह "मड पेक" शरीर से रंग छुडाने में काफी हद तक मदद करेगा.
- अगर शरीर पर काफी गहरा रंग चढा हों, तो उतरने का नाम ही नहीं ले रहा हो तो आप कैरोसिन में एक कपडा भिगोकर कलर वाले स्थान पर हलके हाथ से लगायें. इससे शरीर पर लगा रंग छूट जायेगा.
- बेसन, मीठा तेल और मलाई इन तीनों में गुलाब जल डालकर मिला ले, और गाढा सा पेस्ट बना लें, इस पेस्ट को चेहरे और हाथ - पांव पर लगायें, और सूखने के बाद हाथ से मसलकर निकाल लें, इससे त्वचा पर लगा रंग उतर जायेगा.
- दो चम्मच नींबू के रस में आधी कटोरी दही मिलाकर, रंग लगी त्वचा पर लगायें. और ताजे या गरम पानी से नहा लें. इससे भी रंग जरूर उतर जायेगा.
- नहाने के बाद शरीर पर क्रीम लगाना ना भूले.
- होली खेलने से आधे घंटे पहले अपने शरीर पर कोल्ड क्रीम, वैसलीन या आँलिव आयल या नारियल का तेल लगाने से त्वचा पर रंगों की पकड हलकी रहती है.
- शरीर के साथ- साथ नाखूनों का भी ध्यान रखना चाहिए. नाखूनों को रंगों के प्रभाव से बचाने के लिये नाखूनों पर नेल पाँलिश लगा लेनी चाहिए. और बढे हुए नाखूनों को काट लें.
- होली पर त्वचा को रंगों से बचाने के लिये पूरे बदन को ढकने वाले वस्त्र पहनने का प्रयास करें. इससे शरीर के कम भाग रंगों के प्रभाव में आयेगें.
- होली के दिन पानी का अधिक प्रयोग होता है, इसलिये इस दिन सफेद या हलके रंग के कपडे इस्तेमाल करने से बचें. हलके रंग के कपडों पर रंग अधिक चढता है.
- विशेषकर महिलाओं को इस दिन पारदर्शी वस्त्र पहनने से बचना चाहिए. इससे वे पानी में भिगने के बाद शर्मिंदगी से बच सकती है.
- ज्वैलरी पहनकर होली न खेलें. होली में जोर-जबरदस्ती करने की स्थिति में ज्वैलरी खोने से बचा जा सकता है.
- होली पर शरीर से रंग छुडाने के लिये उबडन का प्रयोग भी किया जा सकता है.