Articles in Category Puja and Rituals

मासी मागम: जानें कब और क्यों मनाया जाता है मासी मागम उत्सव

मासी मागम एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व है, जिसे मुख्य रूप से दक्षिण भारत, विशेष रूप से तमिलनाडु और पुडुचेरी में मनाया जाता है. यह त्योहार तमिल पंचांग के मासी माह फरवरी और मार्च के बीच की

रामकृष्ण परमहंस जयंती

रामकृष्ण परमहंस भारतीय संत, योगी और आध्यात्मिक गुरु थे, जिनका योगदान भारतीय समाज और धर्म को बहुत गहरे तरीके से प्रभावित करने वाला था. उनकी जयंती, जो हर वर्ष 2 मार्च को मनाई जाती है, भारत के धार्मिक

चौमासी चौदस: जानें इससे संबंधित विशेष बातें

चौमासी चौदस का पर्व विशेष रूप से जैन धर्म में मनाया जाता है. यह त्यौहार विशेष रूप से उन जैन भक्तों द्वारा मनाया जाता है जो साधना, तपस्या और आत्मशुद्धि के मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं. यह पर्व हर

शिव पुराण के अनुसार 12 राशियों के लिए महाशिवरात्रि उपाय

भगवान शिव की पूजा के लिए कुछ विशेष दिन एवं रात्रि बहुत ही महत्वपूर्ण माने गए हैं. प्रदोष व्रत का समय हो या फिर महाशिवरात्रि का समय ये कुछ खास तिथियां भगवान शिव की पूजा को विशेष फलदायी बना देती है

फूलैरा दूज : राधा कृष्ण की खास होली

फूलैरा दूज एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है. यह त्योहार होली से जुड़ा हुआ है और प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है.

जानकी अष्टमी: जाने व्रत विधि और पूजा महत्व

जानकी अष्टमी, जिसे सीता अष्टमी भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान राम की पत्नी सीता की पूजा के रूप में मनाया जाता है. यह पर्व विशेष रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में

गोंतरी तृतीया (माघ माह) का महत्व और प्रभाव

माघ माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गोंतरी तृतीया के रुप में मनाया जाता है. माघ शुक्ल तृतीया तिथि को गौरी पूजन करने का महत्व है. भविष्यपुराण के अनुसार माघ मास की शुक्ल तृतीया अन्य मास

थाई पूसम : थाईपूसम की कथा और महत्व

माघ माह में आने वाली पूर्णिमा तिथि के दौरान थाई पूसम का पर्व मनाया जाता है. तमिल संस्कृति में इस दिन का बहुत महत्व रहा है. इस दिन को भक्त भक्ति और उत्साह के साथ मनाते हैं. थाई पूसम एक हिंदू तमिल

नर्मदा जयंती: माघ सप्तमी पर मनाई जाती है नर्मदा जयंती

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन नर्मदा जयंती का उत्सव मनाया जाता है. इस दिन भक्त माँ नर्मदा का पूजन भक्ति भाव के साथ मनाते हैं. नर्मदा जयंती का पर्व भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपरा का

थाई अमावस्या : जानें कब और क्यों मनाई जाती है थाई अमावस्या

थाई अमावस्या तमिल हिंदू व्रतों में सबसे महत्वपूर्ण दिन है। थाई अमावसई या अमावस्या का दिन तमिल हिंदुओं के बीच बहुत बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है। इस दिन पूर्वजों की पूजा करते हैं और उपवास

माघ गुप्त नवरात्रि : क्यों मनाए जाते हैं माघ माह में गुप्त नवरात्रि

माघ मास की गुप्त नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो विशेष रूप से दस महाविद्या के साथ देवी के नौ रूपों की पूजा-अर्चना के लिए मनाई जाती है. यह पर्व आमतौर पर माघ माह के शुक्ल पक्ष की

सप्तमातृका और अष्टमातृका : कौन हैं आठ दिव्य मातृकाएं

हिंदू धर्म में, देवी को शक्ति के रुप में स्थापित किया गया है जो हर प्रकार के संकट से हमें बचाने वाली होती हैं. हमारे जीवन से समस्याओं को दूर करती हैं. 'मातृका' का अर्थ है दिव्य माँ जो शिव के पसीने से

मेरु त्रयोदशी : भक्ति और साधना का अदभुत संगम

मेरु त्रयोदशी का पर्व जैन धर्म में बहुत ही भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है. भारत अपनी समृद्ध परंपराओं और त्यौहारों के लिए जाना जाता है, जिनका आध्यात्मिक महत्व है. ऐसा ही एक त्यौहार है मेरु त्रयोदशी,

रवि प्रदोष व्रत: भगवान शिव के साथ होती है भगवान भास्कर की पूजा

रवि प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत है जो विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा से जुड़ा हुआ है. यह व्रत हर महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है, जो विशेष रूप से रविवार

कन्नड़ हनुमान जयंती : मार्गशीर्ष माह में क्यों मनाई जाती है हनुमान जयंती

मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि को हनुमान जयंती भी मनाई जाती है. इस त्योहार को हनुमान व्रतम के नाम से भी जाना जाता है. कन्नड़ हनुमान जयंती मुख्य रूप से कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के

मार्गशीर्ष द्बादशी , जानें क्यों है विशेष मार्गशीर्ष मास की द्वादशी

मार्गशीर्ष द्वादशी में आने वाले द्वादशी व्रत का बहुत महत्व है. हर द्वादशी में दो द्वादशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष की द्वादशी और दूसरी शुक्ल पक्ष की द्वादशी. इस द्वादशी में द्वादशी पर गंगा और यमुना जैसी

वैकुंठ एकादशी 2025 - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को वैकुंठदा एकादशी कहते हैं.यह एकादशी व्रत व्यक्ति के कई प्रकार के पापों का नाश करती है. दक्षिण भारत में इस एकादशी को वैकुंठ एकादशी भी कहते हैं. मान्यता है कि

भानु सप्तमी : भानु सप्तमी व्रत और विशेष उपाय

भगवान सूर्य की पूजा का दिन भानु सप्तमी कहलाता है. इस दिन भानु यानि सूर्य की पूजा की जाती है. शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी व्रत रखा जाता है. धर्म ग्रंथों के अनुसार, सूर्य देव की पूजा करने

खंडोबा मार्तण्ड षष्ठी कथा और पूजा विशेष

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को खंडोबा षष्ठी या खंडोबा मार्तण्ड षष्ठी के नाम से भी मनाया जाता है। मान्यता है कि खंडोबा मार्तण्ड षष्ठी का पर्व भगवान शिव के अवतार खंडोवा को समर्पित है। खंडोवा

विवाह पंचमी: क्यों है विशेष मार्गशीर्ष माह पंचमी

वैवाहिक जीवन व्यक्ति को मनचाहा सुख प्रदान करता है. मार्गशीर्ष माह में आने वाली पंचमी तिथि को विवाह पंचमी के नाम से जाना जाता है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन श्री राम और सीता जी का विवाह समारोह मनाया