Articles in Category Mantra

योगिनी एकादशी उपाय : जानें इस दिन किए जाने वाले राशि उपायों का प्रभाव

हिंदू धर्म में एकादशी व्रतों का विशेष महत्व है, और योगिनी एकादशी उनमें से एक अत्यंत पुण्यदायिनी एकादशी मानी जाती है. यह व्रत आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को आता है. योगिनी एकादशी का नाम

श्री नारायण कवच : जानें नारायण कवच पाठ का लाभ और प्रभाव

नारायण कवच पाठ एक शक्तिशाली वैदिक स्तोत्र है, जो "विष्णु पुराण" और "भगवतम पुराण" में वर्णित है. यह श्री विष्णु भगवान के विभिन्न रूपों और नामों का आवाहन करता है, जो साधक की रक्षा के लिए कवच के रूप में

आषाढ़ माह की कालाष्टमी जानें पूजा विधि और महत्व

आषाढ़ माह की कालाष्टमी भारतीय संस्कृति में व्रत और त्योहारों का विशेष महत्व है. इन्हीं धार्मिक अनुष्ठानों में से एक है कालाष्टमी व्रत, जो भगवान भैरव की पूजा के लिए समर्पित है. कालाष्टमी हर माह कृष्ण

ललिता महाविद्या : गुप्त नवरात्रि पर ललिता सहस्त्रनाम स्त्रोत पाठ

गुप्त नवरात्रि के दौरान देवी पूजन का विशेष प्रभाव हर दिन के साथ बढ़ता चला जाता है। गुप्त नवरात्रि के दौरान भक्ति पूजा में शक्ति की साधना व्यक्ति को आध्यात्मिक बल देने में सहायक होती है। देवी ललिता के

आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी : जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

संकष्टी चतुर्थी एक महत्वपूर्ण हिन्दू पर्व है, जो हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन विशेष रूप से भगवान गणेश को समर्पित होता है। आषाढ़ मास में पड़ने वाली संकष्टी चतुर्थी का

गुप्त नवरात्रि काली पूजा : श्री काली सहस्त्रनाम पाठ पूर्ण होगी साधना

गुप्त नवरात्रि का समय दस महाविद्याओं की शक्ति साधना होती है। काली महाविद्या का समय भक्तों के लिए विशेष होता है। काली साधना में भक्त माघ नवरात्रि और आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का समय विशेष माना गया है। इस

श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम् : बाधाएं होती हैं दूर

विष्णु पूजा हिन्दू धर्म में अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ की जाने वाली एक प्रमुख उपासना है। भगवान श्री हरि के एक हजार नामों का संग्रह विष्णु शस्त्रनाम के नाम से पूजनीय है। इस स्त्रोत का जाप करने से

दुर्गा सप्तशती : संपूर्ण दुर्गासप्तशती अध्याय पूर्ण होगी साधना

दुर्गा सप्तशती प्रथम अध्याय ॥ श्रीदुर्गासप्तशती - प्रथमोऽध्यायः ॥ मेधा ऋषि का राजा सुरथ और समाधि को भगवती की महिमा बताते हुए मधु-कैटभ-वध का प्रसंग सुनाना ॥ विनियोगः ॥ ॐ प्रथमचरित्रस्य ब्रह्मा ऋषिः,

नरसिंह चतुर्दशी पूजा महत्व : जानें तिथि पूजा विधि और महत्व

नरसिंह चतुर्दशी वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के दिन मनाई जाती है। भगवान नरसिंह का संबंध हमेशा से ही शक्ति और विजय से रहा है। मान्यताओं और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु ने इस दिन भगवान

वैशाख मासिक शिवरात्रि: भगवान शिव की आराधना का समय

हिंदू धर्म में शिवरात्रि का विशेष महत्व है. यह पर्व भगवान शिव को समर्पित होता है, जिसे भक्तगण अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं. वर्ष में एक बार महाशिवरात्रि के अलावा हर महीने कृष्ण पक्ष की

वैशाख विनायक चतुर्थी पर्व: पूजा, विशेषता, लाभ एवं धार्मिक महत्व

वैशाख विनायक चतुर्थी पर्व वैशाख माह की मासिक विनायक चतुर्थी के दिन भगवान श्री गणेश की पूजा एवं अराधना की जाती है। वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के समय श्री गणेश वंदना करने से भक्तों को जीवन में

संकटहरा चतुर्थी : जानें कब मनाई जाती है संकटहरा चतुर्थी

संकटहरा चतुर्थी एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है जो हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. इसे संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है, और यह दिन विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा का दिन होता है.

चैत्र द्वादशी : पूजा विधि महत्व और लाभ

चैत्र माह हिन्दू कैलेंडर का पहला माह है, और इसी माह की द्वादशी तिथि को विशेष महत्व दिया जाता है. यह तिथि भारतीय संस्कृतियों में विशेष रूप से व्रत और पूजा के लिए जानी जाती है. इस दिन विशेष रूप से

शिव पुराण के अनुसार 12 राशियों के लिए महाशिवरात्रि उपाय

भगवान शिव की पूजा के लिए कुछ विशेष दिन एवं रात्रि बहुत ही महत्वपूर्ण माने गए हैं. प्रदोष व्रत का समय हो या फिर महाशिवरात्रि का समय ये कुछ खास तिथियां भगवान शिव की पूजा को विशेष फलदायी बना देती है

यशोदा जयंती : संतान सुख के लिए किया जाता है यशोदा जयंती का व्रत

यशोदा जयंती का पर भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है, माता यशोदा भगवान श्री कृष्ण की माता के रुप में सदैव ही पूजनीय रही हैं और उनके मातृत्व प्रेम की परिभाषा संतान और माता के प्रेम की परकाष्ठा को दर्शाती

नर्मदा जयंती: माघ सप्तमी पर मनाई जाती है नर्मदा जयंती

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन नर्मदा जयंती का उत्सव मनाया जाता है. इस दिन भक्त माँ नर्मदा का पूजन भक्ति भाव के साथ मनाते हैं. नर्मदा जयंती का पर्व भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपरा का

वैकुंठ एकादशी 2025 - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को वैकुंठदा एकादशी कहते हैं.यह एकादशी व्रत व्यक्ति के कई प्रकार के पापों का नाश करती है. दक्षिण भारत में इस एकादशी को वैकुंठ एकादशी भी कहते हैं. मान्यता है कि

अगहन अमावस्या : साल की सबसे खास अमावस्या

अगहन मास भक्ति और समर्पण से भरा होता है. ऎसे में इस माह में आने वाली अमावस्या को अगहन अमावस्या के नाम से जाना जाता है. साल भर में आने वाली सभी अमावस्या में से विशेष यह अगहन अमावस्या काफी महत्वपूर्ण

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि

मार्गशीर्ष माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी का दिन गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के रुप में पूजा जाता है. इस दिन भगवान श्री गणेश जी का पूजन विधि विधान के साथ करते हैं. भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और

बैकुंठ चौदस : जानें चतुर्दशी स्त्रोत और पूजा महत्व

बैकुंठ चतुर्दशी आरती कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चौदस के रुप में मनाया जाता है. चतुर्दशी तिथि का ये समय बहुत ही विशेष होता है. वैकुंठ चौदस के दिन के नाम से जाना जाता है. इस वर्ष