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हृदय रेखा की स्थिति व्यक्ति के भीतर मौजूद रोमांटिक संभावनाओं को निर्धारित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस रेखा कि विभिन्न प्रकार की स्थिति द्वारा विपरीत लिंगों के बीच आकर्षण, प्रेम, रोमांटिक जीवन की
ह्र्दय रेखा का आरंभ तर्जनी उंगली के नीचे हथेली को पार करता हुआ कनिष्ठा पर समाप्त होता है। यह रेखा जीवनरेखा और मस्तिष्क रेखा के ऊपर हथेली के शीर्ष पर स्थित है। यह रोमांटिक संभावनाओं, विपरीत लिंग के मध्य आकर्षण ,भावनात्मक
हस्तरेखा शास्त्र में हथेली की रेखाओं का विशेष महत्व है। इसमे सम्मलित लक्षण जैसे क्रास, सितारे, वर्गों और अर्धचन्द्राकार का अध्ययन हथेली द्वारा किया जाता है। यह रेखाएं व्यक्ति का भविष्य, शुभ संकेत और अशुभ संकेत दर्शाती
मस्तष्कि रेखा की स्थिति व्यक्ति की बुद्धिमत्ता, सीखने की प्रवृत्ति, विशिष्ट विधा की दिशा को दर्शाती है तथा व्यक्ति की, बुद्धि और मन के निर्धारण मे महत्वपूर्ण भूमिका को व्यक्त करत है। इस रेखा का आरंभ तीन भिन्न स्थानों से
मस्तिष्क रेखा तर्जनी अंगुली नीचे से आरंभ होती है और यहां से निकलते हुए हथेली पर रुकती है. यह अकसर जीवन रेखा को आरंभ में छूती है. यह रेखा मुख्य रुप से व्यक्ति की मानसिक स्थिति को दर्शाती है। यह रेखा उन कारणों को भी बताती
जीवन रेखा का उदगम शुक्र पर्वत से आरंभ हो कर हथेली के नीचे जाते हुये शुक्र पर्वत को घेरता है। यह रेखा हाथ की सबसे महत्वपूर्ण और विवादास्पद रेखा है। यह रेखा हथेली के अंत तक जाती हुई शुक्र पर्वत पर एक चाप की आकार लिये होती
भाग्य रेखा की स्थिति किस्मत संबंधित निर्णयों का निर्धारण करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भाग्य रेखा की स्थिति से ज्ञात होता है कि व्यक्ति शिक्षा संबंधित क्या फैसला करेगा, कौन सा क्षेत्र चुनेगा, और किन बाधाओ का
भाग्य रेखा को किस्मत की रेखा के रूप में भी जाना जाता है । यह हथेली के केंद्र मे स्थित होती है , इस रेखा का उदगम कलाई से, चंद्र पर्वत से, जीवन रेखा से, मस्तिष्क रेखा या ह्रदय रेखा से होता है । इस रेखा द्वारा उन सभी
सूर्य की रेखा को अपोलो रेखा, सफलता रेखा या प्रतिभा रेखा से भी जाना जा सकता है एवं यह हाथ के आकार पर निर्भर करता है । सूर्य रेखा द्वारा व्यक्ति के जीवन में ख्याति, सफलता और प्रतिभा की भविष्यवाणी की जा सकती है। सूर्य रेखा
मस्तिष्क रेखा का आकार और उसका स्थान निर्धारित करता है कि व्यक्ति का मानसिक स्तर सामान्य है या असामान्य। यदि मस्तिष्क रेखा चन्द्र पर्वत पर मिलती हो तो जातक की कल्पना असामान्य या अप्राकृतिक होती है। यदि मस्तिष्क रेखा एक