जिस हाथ की हथेली और उंगलिया वर्गाकार होती है उसे वर्गाकार हाथ के रूप में जाना जाता है। इस तरह के हाथ बहुत आम हैं और जीवन के कई क्षेत्रों में यह देखे जा सकते हैं। सामान्यतः ऐसे हाथ के नाखून छोटे और वर्गाकार होते हैं। ऐसे
हस्तरेखा शास्त्र में हाथ का संपूर्णता से अध्ययन किया जाना चाहिए। इसलिए, हस्तरेखा शास्त्र को दो वर्गों में अर्थात कीरोनोमी और कीरोमेन्सी मे विभाजित किया गया है। हस्तरेखा शास्त्र की पहली शाखा मे हाथों और उंगलियो के आकार