हस्तरेखा शास्त्र में अंगूठे का महत्व - भाग 2 | Importance of Thumb in Palmistry - Part 2

सामुद्रिक शास्त्र के अन्तर्गत हस्तरेखा विज्ञान आता है. कई व्यक्तियों के पास अपना जन्म विवरण नहीं होता है तब उनका हाथ देखकर उनके आने वाले समय के बारे में बताया जा सकता है. हथेली की सभी बातों के साथ अंगुलियों का भी अवलोकन किया जाता है. अंगुलियों में भी अंगूठे का अपना अत्यधिक महत्व माना गया है. एक अकेले अंगूठे से व्यक्ति के व्यक्तित्व का आंकलन आसानी से किया जा सकता है.

अंगूठे के सिरे का अवलोकन | Analysis of two ends of your Thumb

सबसे पहले हम अंगूठे के सिरे से विषय को आरंभ करते हैं. यदि अंगूठे का सिरा अर्थात आगे का भाग भरा सा है तब ऎसा व्यक्ति उत्साही व आत्मविश्वासी होता है. मनोबल ऊंचा रहता है. यदि अंगूठे का पहला पोर गदा जैसा मोटा है तब ऎसा व्यक्ति हिंसक प्रवृति का होता है, जो जरा-जरा सी बात पर भड़क उठता है.

पहला पोर यदि पतवार की तरह सीधा सपाट हो तब ऎसा व्यक्ति जिद्दी प्रवृति का होता है. पहला सिरा चौकौर होने पर व्यक्ति में शासन करने की योग्यता बहुत अच्छी होती है और वह अच्छा शासक बन सकता है. यदि अंगूठे का सिरा नुकीला हो तब व्यक्ति में संकल्प शक्ति की कमी होती है.

अंगूठे का दूसरा पोर बीच में से पतला होने पर व्यक्ति बात करने में हिचकता है. वह किसी से भी खुलकर बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है. दूसरा पोर मध्य से पतला होने पर व्यक्ति के काम में कला नजर आती है. जो भी काम करता है उसे कलात्मक रुप में करता है.

यदि अंगूठे का दूसरा पोर मोटा है तब व्यक्ति को भय नहीं लगता है, वह भय से मुक्त रहता है लेकिन उसके काम सफाई से नहीं होते हैं. सभी कामों में फूहड़पन ही झलकता है.

अंगूठे से तर्जनी अंगुली के मध्य के अंतर का विश्लेषण | Analysis of Space between Thumb and Index Finger

इस भाग में हम अंगूठे से तर्जनी अंगुली तक के अंतर को समझने का प्रयास करेगें. यदि चारों अंगुलियों को मिलाकर फैलाया जाए तब अंगूठा अलग हो जाता है. जब यह अंगूठा अलग होकर 90 अंश का कोण बनाए तब व्यक्ति के स्वभाव में संतुलन दिखाई देता है. ऎसे व्यक्ति की सोच व विचारों में भी संतुलन होता है.

यदि हाथ को फैलाने पर अंगुली और अंगूठे के मध्य 90 अंश से कम का कोण बनता है तब व्यक्ति रुढ़िवादी व परंपरावादी होता है. वह अपनी परंपराओ से प्रेम करने वाला होता है. यदि हाथ को फैलाने से 90 अंश से अधिक का कोण बनता है तब ऎसा व्यक्ति मनमानी करने वाला होता है. वह किसी की नहीं सुनता है और निरंकुश शासक की तरह हो सकता है.

अंगूठे के झुकाव का अवलोकन | Analysis of a Bent Thumb

अंत में हम अंगूठे के झुकाव का अवलोकन करेगें. यदि अंगूठे को फैलाने पर यह हथेली से बाहर की ओर झुकता है तब व्यक्ति हिंसा का भाव नहीं रखता है. आसानी से क्रोध नहीं आता है. अगर अंगूठा फैलाने पर हथेली में अंदर की ओर झुकता है तब व्यक्ति हिंसक प्रवृति का होता है. अगर अंगूठा हाथ में सीधा खड़ा रहता है तब व्यक्ति संतुलित विचार का होता है. वह आसानी से विचलित नहीं होता है.

“हस्तरेखा शास्त्र में अंगूठे का महत्व - भाग 1”