ग्रिल, ला क्रोइक्स मिस्टिक और सोलोमन वलय | The Grille, La Croix Mystique and the Ring of Solomon
ग्रिल (रेखाओं का जाल) | The Grille
ग्रिल हाथ पर बहुत कम देखा जाता है। यह अधिकतर हथेली में पर्वत पर मौजूद होता है। यह एक बिंदु के माध्यम से हाथ की ऊर्जा को नष्ट करता है। हाथ में इन संकेतों की उपस्थिति दर्शाती है कि व्यक्ति की ऊर्जा लगातार चिंता और झुंझलाहट से नष्ट हो जाएगी। जब यह पर्वत पर स्थित होता है, तो यह पर्वत के गुणों की सफलता में बाधाओं को दर्शाता है। विभिन्न पर्वत पर ग्रिल्स के कुछ सामान्य संकेत नीचे प्रदान किये जाते है:
ग्रिल जिसे रेखाओं का जाल भी कहते हैं, हाथ पर बहुत कम देखा जाता है। यह छोटी छोटी रेखाओं से बना हुआ जाल सा होता है। इस रेखाओं का जाल बहुत अच्छा नहीं माना जाता है। इन रेखाओं के जाल का प्रभाव व्यक्ति को मानसिक रुप से परेशान करता है। हाथ पर अलग-अलग जगह पर बना यह जाल अपने रुप से प्रभावित करता है।
ला क्रोइक्स मिस्टिक | La Croix Mystique
यह चिन्ह हृदय और मस्तिष्क रेखा के बीच स्थित होता है। यह भाग्य रेखा और मस्तिष्क रेखा से हृदय रेखा के लिए एक पंक्ति या दो अलग रेखाएं जो किसी भी मुख्य रेखा के साथ नहीं जुड़ी हैं द्वारा बनाई जा सकती है।
यह चिन्ह दर्शाता है कि व्यक्ति रहस्यवाद, गुप्त विधा और अंधविश्वास मे दक्ष होता है। यदि यह चिन्ह गुरु के पास स्थित है, तो दर्शाता है कि व्यक्ति गुप्त विधा का ज्ञान निस्वार्थ भाव से ग्रहण गर्व और प्रसिद्धि के लिए करता है ।
यदि ‘क्रोइक्स मिस्टिक' चतुर्भुज मध्य में भाग्य रेखा पर या शनि पर्वत के ठीक नीचे स्थित हो तो दर्शाता है कि व्यक्ति धर्म के बारे में अध्ययन करने का इरादा रखता है और गुप्त विधा की ओर झुकाव होता है। वह पुस्तकों के रूप में अपने शोध को संक्षिप्त करता है।
यदि यह चिन्ह चतुर्भुज के नीचे चंद्र पर्वत के पास स्थित हो तो व्यक्ति अंधविश्वास का अध्ययन करता है जो कि गुप्त विधा का एक भाग है, ऐसा करने में अपना जीवन बिताता है और अपने अध्ययन द्वारा अन्य लोगों को प्रभावित करता है। वह सुंदर रहस्यवादी कविता को भविष्यसूचक दृष्टिकोण के साथ दृढता के साथ लिखता है।
सोलोमन वलय | The Ring of Solomon
सोलोमोन रिंग भी रहस्यवाद और गुप्त विधा की ओर झुकाव का प्रतिनिधित्व करता है। लेकिन इस स्थिति में स्वामी का लक्ष्य होगा विषय मे महारथ हासिल करने की या उपयोगी बनाने के लिये।
सोलोमन वलय अगर तर्जनी ऊँगली की जड़ में स्थित होता है तो व्यक्ति काफी आध्यात्मिक दृष्टि से काफी मजबूत होता है। वलय स्पष्ट और बिना किसी प्रकार के कटा-फटा हुआ हो, तो यह स्थिति बेहतर होती है. आध्यात्कि ज्ञान अच्छा होता है. जातक की अन्तर्दृष्टि अच्छी होती है. गहन चिंतक होता है.
यह अलौकिक ज्ञान और आकर्षण का चिन्ह होता है। शुक्र पर्वत पर वलय स्पष्ट होने पर व्यक्ति भावना प्रधान और संवेदनशील होता है. व्यक्ति प्रेम और आकर्षण से बंधा होता है ओर इस कारण गलच चीजों की ओर भी रुख कर बैठता है.
शनि व्यक्तियों के यह रेखा स्थित होती है वह व्यक्ति गहन दार्शनिक चिन्तन करने वाला होता है, जिस कारण यह सम्बंधित व्यक्ति को नकारात्मक रवैये, निराशावाद, उदासी एवं विषमता की ओर ले जाती हैं।