मूलांक तीन अंक शास्त्र का एक प्रभावशाली मूलांक है. मूलांक तीन के अधिष्ठाता ग्रह बृहस्पति हैं अत: मूलांक तीन के व्यक्तियों पर गुरू ग्रह का बहुत प्रभाव होता है. पाश्चात्य ज्योतिष अनुसार भी इस मूलांक के जातक गुरु
अंक शास्त्र में दो मूलांक अपना विशेष स्थान रखता है. मूलांक दो का स्वामी ग्रह चंद्रमा को माना गया है. चंद्रमा शितलता का कारक है यही अंतर्मन की भावनाओं का संचालन भी करता है. हमारे भीतर की शितलता उसी का आधार है. अशुभ
ज्योतिष कि विद्याओं में अंक विद्या भी एक महत्वपूर्ण विद्या है. अंक विद्या में ‘1’ मूलांक को सूर्य का मूलांक कहा गया है. एक मूलांक को सौभाग्य मूलांक (Destiny Number/ Lucky Number) कहा जाता है. यह नम्बर परिवर्तनशील है.
अंक ज्योतिष एक महत्वपूर्ण विद्या है, जिसके द्वारा अंकों के माध्यम से व्यक्ति के विषय एवं उसके भविष्य को जानने का प्रयास किया जाता है. अंक ज्योतिष में अंकों के माध्यम द्वारा गणित के नियमों का व्यवहारिक उपयोग करके मनुष्य