अंकशास्त्र में हर अंक एक विशेष ऊर्जा का प्रवाह करता है. हर अंक के अपने कुछ सकारात्मक और नकारात्मक पहलू होते हैं. जन्म के समय हर बच्चे के साथ कुछ खास ऊर्जा आती हैं. जिनके आधार पर वह जीवन में सफलता अथवा विफलता पाता है.
अंक शास्त्र का अगर सूक्ष्मता से अध्ययन किया जाए तब व्यक्ति विशेष के बारे में बहुत सी बाते उजागर होती हैं. हर अंक का अपना महत्व माना गया है. आज हम दिल के नंबर के बारे में बात करेगें. हर व्यक्ति का अपना हर्ट नंबर होता है.
मूलांक 8 का स्वामी ग्रह शनि को माना जाता है इस कारण मूलांक आठ के जातकों पर शनि का प्रभाव देखा जा सकता है. पाश्चात्य मूलांक ज्योतिषियों के मतानुसार भी मूलांक आठ के व्यक्ति शनि के प्रभाव से युक्त होते हैं. 8, 17, 26