अंक पांच का स्वामी ग्रह बुध को माना गया है और बुध को ग्रहो का राजकुमार माना जाता है. हर समय यह बली रहता है. बहुत से गुणो तथा अवगुणो से भरा होता है लेकिन फिर भी अंक पांच के जातको की कुछ अपनी विशेषताएँ होती है जो इसे बाकी
अंक शास्त्र में सभी अंकों का अपना - अपना महत्व माना गया है. आपके नाम की स्पैलिंग के सभी हिज्जो के जोड़ से अंत में जो अंक मिलता है वह आपका नामांक कहा जाता है. अंक दो के सकारात्मक पहलू | Positive Traits of Life Number 2