जब माता-पिता अपने बच्चे का नामकरण करते हैं तब उम्र भर के लिए वही नाम उसकी सबसे बड़ी विशेषता बन जाता है. नाम होगा या बदनाम होगा, दोनो ही सूरतो में नाम का महत्व होगा. व्यक्ति का नाम उसके जीवन के भूत, वर्तमान तथा भविष्य की
अंक शास्त्र में दो मूलांक अपना विशेष स्थान रखता है. मूलांक दो का स्वामी ग्रह चंद्रमा को माना गया है. चंद्रमा शितलता का कारक है यही अंतर्मन की भावनाओं का संचालन भी करता है. हमारे भीतर की शितलता उसी का आधार है. अशुभ