अंको का वर्गीकरण | Classification of Numbers | Classification of Numbers in Numerology
अंक शास्त्र में को गूढ़ विद्याओ में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. हर अंक के पीछे एक रहस्य छिपा है जिसका सीधा संबंध अलौकिकता से है. हरेक अंक की अपनी स्वतंत्र और विशेष ऊर्जा होती है. सभी नौ अंको की ऊर्जा एक - दूसरे से टकराती है. अंको के समूह बनाए गए हैं और अपने ही समूह से यह मेल खाते हैं. यदि किसी दूसरे समूह से कभी पाला पड़ जाए तो उनके विचार आपस में सदा टकराते ही रह सकते हैं.
ग्रुप 1-5-7 की विशेषताएँ | Characteristics of Numbers 1, 5 and 7
आइए सबसे पहले पुरुष अंकों की बात करते हैं. अंकशास्त्र में 1,5 और 7 अंको की गणना पुरुष अंको में की जाती है. यह अत्यधिक बली अंक होते है. इन तीनों अंक में से कोई एक आपका अंक है तब आपके भीतर सभी काम को करने की क्षमता होगी और आप कार्य का आरंभ करते हैं ना कि पहले से शुरु काम को बीच में से करते हैं.
इन अंको के प्रभाव से आपके अंदर नेतृत्व की भावना कूट - कूटकर भरी होती है. 1,5 या 7 में से यदि आपका कोई अंक है तब आप कभी भी शांत होकर नहीं बैठेगें, हर समय कुछ ना कुछ करते रहना आपकी फितरत में शामिल होगा. आपके अंदर चीजों को अपनी मुठ्ठी में रखने की काबिलियत होती है. जीवन में सभी चीजें आपके हिसाब से चलती हैं अर्थात आप अपने मनोनुकूल ही काम करते हैं और निर्णय लेते हैं.
अंक 2-4-8 की विशेषताएँ | Characteristic of Numbers 2, 4 and 8
इस समूह में अंक 2,4 और 8 की गणना की जाती है. यह तीनो अंक ही स्त्री संज्ञक अर्थात स्त्रियोचित्त व्यवहार वाले माने जाते हैं. इसलिए यदि तीनों में से कोई आपका अंक है तब आपके व्यवहार में स्त्रियों जैसे गुण पाए जा सकते हैं.
जिस प्रकार स्त्रियाँ हर बात की तह तक जाती हैं ठीक उसी तरह आप भी इन अंको के प्रभाव से चीजों की गहराई में जाकर सू़क्ष्म से सू़क्ष्म जानकारी एकत्रित कर सकते हैं.
आप चीजों का प्रबंध करते हैं और दिशा निर्देश देते है और एक - एक बात का बारीकी से अध्ययन करते हैं.
अंक आठ की गणना वैसे तो इसी समूह में होती है लेकिन उसमें कुछ विशेषताएँ पुरुष अंको वाली भी होती है हालांकि जीवन के बहुत से मौड़ो पर निराश व दुर्भाग्यशाली ही रहते हैं. कर्म (karma) और रहस्य (Mystic) दो ऎसे शब्द हैं जिनकी स्पेलिंग का जोड़ आठ आता है. कर्म और रहस्य का जो भी निचोड़ है वह लोगों की जजमेंट पर निर्भर करता है और घटनाओ पर आधारित होता है.
अंक 3, 6 और 9 की विशेषताएँ | Characteristics of Number 3, 6 and 9
अंत में हम अंक 3,6 और 9 की चर्चा करेगें. इस समूह के अंको में स्त्री तथा पुरुष दोनो की ही विशेषताएँ देखने को मिलती है. ये तीनो ही अंक ईश्वर के दिए उपहार की तरह होते हैं और यदि आपका अंक इनमें से कोई एक है तब आपकों कुछ चीजें ईश्वर की कृपा से मिल ही जाती हैं. अपने पिछले अच्छे कर्मो के परिणामस्वरुप आप वर्तमान जीवन में आगे बढ़ते हैं.
आपका अंक 3,6 या 9 होने से आप जीवन को सरलता से लेते हैं. विपरीत परिस्थितियो में भी घबराते नहीं हैं. आपका विचार होता हैं कि संसार की सभी अच्छी और आरामदायक चीजें पाना आपका अधिकार है. आप जन्म से ही भाग्यशाली होते है और आप जीवन में जिस भी चीज की चाह रखते हैं उसे पाते भी हैं.