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गणेश चतुर्थी मुहूर्त और आसान पूजा विधि

गणेश चतुर्थी का उत्सव बहुत ही उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता रहा है. भगवान श्री गणेश जी का पूजन एवं स्मरण मात्र ही सभी संकटों को दूर कर देने का अचूक उपाय होता है. गणेश जी को चतुर्थी तिथि अत्यंत

जानिए एकादशी व्रत की महिमा, 2024 में इस दिन है एकादशी और ऎसे करें एकादशी पूजा

एकादशी पूजा विधि एकादशी के दिन ब्रह्मामुहूर्त अथवा प्रात:काल समय उठकर, स्‍नान आदि से दैनिक कार्यों से निवृत होकर भगवान श्री विष्णु का स्मरण करना चाहिए. पूजा स्थान पर भगवान विष्णु की प्रतिमा अथवा

जानिए वर्ष 2024 में कब-कब लगेगा पंचक और क्या होगा इसका असर

पंचक अर्थात पांच, किसी कार्य का बार-बार होना और उसकी शुभता में कमी होना. यह नक्षत्र आधारित गणना होती है. जिसमें धनिष्ठा नक्षत्र के तीसरे चरण से रेवती नक्षत्र तक का समय पंचक का समय कहलाता है. पंचक की

वर्ष 2022 पंचांग व्रत और त्यौहार

नववर्ष के आरंभ के साथ ही आरंभ होता है एक बार फिर से व्रत और त्यौहारों के पुनरागमन का समय होता है. इस वर्ष 2021 में आने वाले व्रत और त्योहारों का एक विस्तृत रुप हमें देखने को मिलेगा और ये व्रत और

शुभ विवाह मुहूर्त दिसंबर 2022

हिन्दूओं में शुभ विवाह की तिथि ज्ञात करने के लिये वर-वधू की जन्म राशि का प्रयोग किया जाता है. वर या वधू का जन्म जिस चन्द्र नक्षत्र में हुआ होता है, उस नक्षत्र के चरण में आने वाले अक्षर को भी विवाह की

नवंबर 2022 में ये दिन रहेंगे शादी के लिए सबसे शुभ

शादी जैसे शुभ मांगलिक कार्य के लिए एक अच्छे शुभ दिन का होना बहुत जरुरी माना गया है. प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में कोई न कोई नया अध्याय जुड़ता ही है ऎसे में शादी-विवाह का कार्य भी दो लोगों के जीवन की

घर बैठे जानें, अक्टूबर माह 2022 में शादी विवाह का शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त में किए गए कामों को करने का फल भी शुभ प्रभाव देने वाला होता है. विवाह जैसा कार्य भी एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है. यह ऎसा काम है जो विवाह को एक शुभ आरंभ देता है और दांपत्य जीवन की मजबूत

जुलाई माह 2022 में ये दिन रहेंगे सबसे शुभ विवाह के लिए

निम्न सारणी से विवाह मुहूर्त समय का निर्णय करने के लिये वर-कन्या की राशियों में विवाह की एक समान तिथि को विवाह मुहूर्त के लिये लिया जाता है. उदाहरण के लिये मेष राशि के वर का विवाह - धनु राशि की कन्या

जून 2023 के विशेष विवाह मुहूर्त

हिन्दूओं में शुभ विवाह की तिथि ज्ञात करने के लिये वर-वधू की जन्म राशि का प्रयोग किया जाता है. वर या वधू का जन्म जिस चन्द्र नक्षत्र में हुआ होता है, उस नक्षत्र के चरण में आने वाले अक्षर को भी विवाह की

मई 2023 में विवाह शुभ मुहूर्त की कमी नहीं, चुनें अपनी पसंद की डेट

हिन्दूओं में शुभ विवाह की तिथि ज्ञात करने के लिये वर-वधू की जन्म राशि का प्रयोग किया जाता है. वर या वधू का जन्म जिस चन्द्र नक्षत्र में हुआ होता है, उस नक्षत्र के चरण में आने वाले अक्षर को भी विवाह की

घर बैठे जानें अप्रैल 2023 माह के शुभ विवाह मुहूर्त

विवाह कार्य एवं अत्यंत ही शुभ व मांगलिक कार्य होता है तो ऎसे में इस कार्य में एक अच्छे शुभ मुहूर्त की तलाश हर किसी के मन में भी रहती है. माता-पिता अपने बच्चों के लिए विवाह मुहूर्त देखना चाहें या फिर

मार्च 2024 ये दिन रहेंगे विवाह के लिए शुभ मुहूर्त समय

विवाह को हर धर्म संप्रदाय में एक अत्यंत ही पवित्र बंधन के रुप में देखा जाता है. यह दो लोगों के जीवन का एक नया अध्याय होता है जिसे दोनों को एक साथ मिलकर लिखना होता है. एक सुखी दांपत्य जीवन की इच्छा हर

फरवरी 2024 में शादी-विवाह मुहूर्त डेट

आप फरवरी 2024 में शादी के लिए कोई शुभ मुहूर्त खोज रहे हैं तो यहां मिलेंगे फरवरी माह में होने वाले विवाह के सभी शुभ मुहूर्त समय. आप खुद अपनी राशि से जान सकते हैं की फरवरी 2024 में आपके लिए कौन सा दिन

शुभ विवाह मुहूर्त जनवरी 2024 में इस दिन होगी शादियां

निम्न सारणी से विवाह मुहूर्त समय का निर्णय करने के लिये वर-कन्या की राशियों में विवाह की एक समान तिथि को विवाह मुहूर्त के लिये लिया जाता है. उदाहरण के लिये मेष राशि के वर का विवाह - कर्क राशि की

विवाह मुहूर्त 2024 : इन दिनों में भूलकर भी न करें मांगलिक कार्य

विवाह के लिए शुभ समय और शुभ मुहूर्त को बहुत ध्यान के साथ करना चाहिए. विवाह मुहूर्त के लिए कई बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ती है और बेहतर रुप से ज्योतिष गणना के द्वारा मुहूर्त शास्त्र एवं विवाह

मार्च 2024 में इस समय करें वाहन की खरीदारी तो होगा फायदा | March 2024 Auspicious Dates and Timings to Buy Vehicle

नए और अच्छे वाहन की चाहत तो सभी के मन में रहती है, पर इसके साथ ही जो वस्तु हम ले रहे हैं वो सही रहे कोई दिक्कत न आई और हमारे लिए शुभदायक हो यह सभी बातें मन में चलती ही रहती हैं. इन सभी बातों को ध्यान

त्रिकोण शोधन करने का तरीका | Method To Compute Trikon Shodhan

सर्वाष्टकवर्ग में मंडल शोधन करने के पश्चात त्रिकोण शोधन करना होता है. जन्म कुण्डली में स्थित बारह राशियों को अग्नि, पृथ्वी, वायु और जल के आधार पर चार वर्गों में विभाजित किया जाता है. इस तरह से हर एक

संकटनाशनगणेशस्तोत्रम् | Sankat Nashan Ganesha Stotram

संकटनाशनगणेशस्तोत्रम भगवान गनपति जी का अत्यंत प्रभावि स्त्रोत है. इसके स्मरण मात्र से सभी संकटों का नाश होता है. यदि प्रतिदिन इस स्त्रोत का पाठ किया जाए तो व्यक्ति को सभी परेशानियों से निजात मिलने

तिथि क्या है और ज्योतिष में इसका महत्व क्यों है, जानिये.

ज्योतिष में तिथियों का एक महत्वपूर्ण स्थान है. हिन्दु धर्म में तिथियों के आधार पर मुहूर्त्त निकाले जाते हैं और उनके अनुसार विभिन्न कार्य किए जाते हैं. सभी कार्यों का मुहुर्त तिथियों के अनुसार बाँटा

हल योग और उसका आप पर प्रभाव

हल योग अपने नाम के अनुसार ही दिखाई भी देता है. हल जो भूमि को खोदकर उसमें से जीवन का रस प्रदान करता है और उसी को पाकर ही जीव अपने जीवन को बनाए रखने में सफल होता है यही हल योग जब कुण्डली में निर्मित