जन्म कुण्डली में किसी भी घटनाओं को अध्ययन करने के संदर्भ में प्रत्येक भाव का आंकलन किया जाता है. कुण्डली से संबंधित फलों को जानने के लिए उनमें सभी विभिन्न भावों में स्थित ग्रहों के कारकों का फल देखना होता है जिसके अनुसार वह अपने फल देने में सक्ष्म होते हैं.

सूर्य ग्रह | Sun Planet

ज्योतिष अनुसार तीसरे भाव में सूर्य के स्थित होने से व्यक्ति अपने लोगों का प्रिय होता है. सम्माननीय व्यक्ति होता है.धन वैभव से संपन्न होता है. स्वस्थ धैर्यशील एवं सहिष्णु होता है, संभ्रांत स्त्रियों से प्रीति रखने वाला होता है.

चंद्र ग्रह | Moon Planet

चन्द्र के प्रभाव स्वरूप सुख पाने वाला, सभी की इच्छाओं को समझने वाला, संपत्तिवान होगा, शास्त्रों एवं काव्य में रूचि रखने वाला हो सकता है. परंतु पाप ग्रहों एवं पाप राशि से ग्रस्त होने पर काफी कष्टकारी भी बन जाता है.

मंगल ग्रह | Mars Planet

मंगल ग्रह के तीसरे भाव में होने पर व्यक्ति संघर्ष करने वाला साहस से पुर्ण होता है, प्रयासों में तत्पर रहता है. प्रभाव स्वरूप जातक भाईयों के मध्य सबसे बडा़ या सबसे छोटे हो सकता है. परंतु यदि शत्रु राशि में हो तो धन व सुख से रहित होता है.

बुध ग्रह | Mercury Planet

तृतीय भाव में बलिष्ठ बुध हो तो जातक साहसी होता है, स्वजनों से प्रेम करने वाला होता है. मलिन हृदय वाला होता है. अपने कार्यों की सिद्धि में तत्पर रहने वाला तथा निपुण होता है.

बृहस्पति ग्रह | Jupiter Planet

बृहस्पति के तृतीय भाव में होने के फलस्वरूप जातक अपने भाई बहनों का सुख पाने वाला होता है, धन से संपन्न होता है, परंतु धन का खर्च करने वाला होता है. जातक में कुछ आलस्य भी हो सकता है लेकिन काम के प्रति सहज भाव से लगा रहने वाला होता है.

शुक्र ग्रह | Venus Planet

शुक्र के बलिष्ठ होने पर व्यक्ति मोह से ग्रस्त रहने वाला होता है, दूसरों के प्रति आसक्ति रखने वाला हो सकता है. कला से युक्त होता है, व्यक्ति में कलात्मक समझ होती है, जीवन में प्रेम व सौंदर्य की अभिव्यक्ति बनी रहती है. भाई बहनों का साथ पाता है तथा उनसे प्रेम की प्राप्ति होती है, सुंदर वस्त्रों को धारण करने की चाह रखने वाला होता है. प्रकृति से प्रेम व यात्रा इत्यादि से लाभ और आनंद की प्राप्ति होती है.

शनि ग्रह | Saturn Planet

शनि के तृतीय भाव में होने के कारण जातक भाई बहनों से प्रेम में कमी पाता है, उसे साथ मिलने में कमी मिलती है, धन की प्राप्ति में निपुण होता है और संतान को पाने वाला तथा अपने वैभव का सुख भोगने की चाह रखने वाला होता है. बलिष्ठ होने पर जिम्मेवार व्यक्ति व दर्शन शास्त्र का जानकार बन सकता है. अध्ययन और लेखन से लाभ पाता है, अशुभ होने पर भाईयों से तनाव हो सकता है. सफलता पाने के लिए कठोर परिश्रम करता है.

राहु ग्रह | Rahu Planet

राहु के होने पर व्यक्ति अपने भाई बहनों के मध्य छोटा या सबसे बडा़ होगा. कभी कभी इसे भाई नाशक भी कहा जाता है, संबंधों में तनाव की स्थिति हो सकती है. धन एवं सुख की प्राप्ति होती है, राहु यदि उच्च का हो तो व्यक्ति दान करने वाला बनता है, साहसी व निर्भय होगा. भाग्यशाली, शुभ कामों से लाभ पाने वाला हो सकता है.

केतु ग्रह | Ketu Planet

स्वराशि और उच्चता युक्त होने पर शत्रु का नाश करने वाला, विवाद में विजय दिलाने में सहायक हो सकता है. ऎश्वर्य की प्राप्ति होती है. परंतु साथ ही साथ चिन्ता तथा उद्वेग बना रह सकता है.