Articles in Category Vedic Astrology

कैसा रहेगा वृषभ राशि वालों के लिए राहु का गोचर

राहु का प्रभाव वृषभ राशि पर होने के कारण वृष राशि वालों के लिए तो अब आने वाला समय काफी बदलावों को दिखा सकता है. राहु एक ऎसा ग्रह है जो अपने प्रभाव का पूर्ण प्रभाव जिस स्थन में बैठा होता है या जिसके

पुरुषोत्तम मास क्या होता है? जाने पुरुषोत्तम मास की कथा और इसकी महिमा

सभी मासों में पुरुषोत्तम मास का बहुत गहरा और गंभीर असर देखने को मिलता है. पुरुषोत्तम मास सभी 12 मासों से अलग होता है. यह प्रत्येक वर्ष में आने वाले मासों से इसलिए भिन्न है क्योंकि यह हर वर्ष नहीं आता

अब मिथुन राशि में बुध होंगे मार्गी, मिल सकते हैं नए मौके

बुध एक ऎसा ग्रह है जो बुद्धि विवेक पर अपना आधिपत्य रखता है. बुध ग्रह का प्रभाव किसी भी व्यक्ति को एक अच्छा जानकार और बेहतर वक्ता बनाने के लिए काफी महत्वपूर्ण हो सकता है. किसी व्यक्ति विशेष, संस्था,

अधिक मास अमावस्या : एक ही मास में दो अमावस्या का योग बनाता है इसे खास

वर्ष 2020 में आने वाले अधिक मास के समय पर, एक मास में दो अमावस्या का योग बन रहा है. दो अमावस्या का योग आश्विन मास पर बनने के कारण ये समय श्राद्ध और तर्पण कार्यों के लिए अत्यंत ही विचारणीय हो जाता है.

मंगल का मीन राशि में गोचर लाएगा नए बदलाव

17 मई 2022 को मंगलवार के दिन मंगल का मीन राशि में प्रवेश होगा. वर्तमान में मंगल पिछले काफी समय से कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं. पर अब आने वाली 17 मई से मंगल अपनी राशि में बदलाव करेंगे. मंगल अब अपनी

अब वक्री बुध होंगे अस्त, पड़ सकती है दोहरी मार

इस साल भी बुध अस्त होने वाले हैं बुध के अस्त होने के कारण कई खास कार्यों पर लग सकती है. बुध का प्रभाव व्यक्ति को बौद्धिकता की उत्तम प्रवीणता देता है. बुध का प्रभाव ही वनस्पतियों पर असर डालता है. बुध

इस बार आश्विन मास में आने वाला अधिक मास है बहुत खास

अधिक मास अर्थात मास की अधिकता को ही अधिकमास कहा जाता है. मास का अर्थ माह से होता है. हिंदू पंचांग गणना में तिथि, दिन मास की स्थिति को समझने के लिए जिस वैदिक गणना आधार लिया जाता है, उसके अंतर्गत ही

2024 में इन पर रहेगी शनि की साढे़साती और शनि ढैय्या

शनि एक धीमी गति के ग्रह हैं ऎसे में इनका गोचर एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है. शनै: शनै: चलने वाले शनि की गति और उनका किसी राशि पर कैसा प्रभाव रहेगा इन सभी बातों को जानने की उत्सुकता तो रहती ही है,

2024 में बनने वाले यमघंटक योग की तिथियां

ज्योतिष में कुछ योगों को अशुभ योगों की श्रेणी में रखा गया है जैसे कक्रय योग, दग्ध योग, कुलिक योग और यमघण्टक इत्यादि योग. यह योग शुभ-मंगल कार्यों को करने के लिए त्याज्य माने जाते हैं अत: शुभ कामों को

वाहन खरीदारी का शुभ मुहूर्त समय

नए और अच्छे वाहन की चाहत तो सभी के मन में रहती है, पर इसके साथ ही जो वस्तु हम ले रहे हैं वो सही रहे कोई दिक्कत न आई और हमारे लिए शुभदायक हो यह सभी बातें मन में चलती ही रहती हैं. इन सभी बातों को ध्यान

नई दुकान या व्यवसाय शुरू करने का शुभ मुहूर्त

काम को लेकर सभी के मन नई-नई योजनाएं बनती ही रहती है. हर व्यक्ति यह चाहता है की जब भी वह कोई नय काम शुरू करे तो उसे उक्त काम में अच्छी सफलता मिले. अपने काम से वह धन और मान सम्मान की प्राप्ति करे और

2024 में ग्रहों के वक्री और मार्गी होने का समय

मंगल 2024 | Mars 2024 मंगल 05 फरवरी 2024 को मकर राशि में 21:42 पर प्रवेश करेंगे. मंगल 15 मार्च 2024 को कुंभ राशि में 18:08 पर प्रवेश करेंगे. मंगल 23 अप्रैल 2024 को मीन राशि में 08:38 पर प्रवेश

शनि का मकर राशि में प्रवेश

24 जनवरी 2020 में शनि ग्रह का प्रवेश मकर राशि में होगा. 2020 से 2022 के आरंभ तक शनि मकर राशि में ही गोचर करेंगे. 11 मई 2020 को मकर राशि में ही वक्री होकर गोचर करेंगे. इसके बाद 29 सितंबर 2020 को

निरयण संक्रान्ति प्रवेश काल और पुण्यकाल 2024

वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तब उस समयावधि को संक्रान्ति कहते हैं. भचक्र में कुल 12 राशियाँ होती हैं. इसलिए सूर्य संक्रान्ति भी बारह ही होती है. इन बारह

द्विपुष्कर और त्रिपुष्कर योग 2024

ज्योतिष में खरीदारी करने से संबंधित कई योगों के बारे में विवरण मिलता है. जिनमें शुभाशुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है. इन्ही योग में से ऎसे दो योग हैं द्विपुष्कर योग और त्रिपुष्कर योग. इन योगों में

गण्डमूल नक्षत्र 2024

27 नक्षत्रों में से छ: नक्षत्र ऎसे हैं जिन्हें गंडमूल नक्षत्र कहा जाता है. यह नक्षत्र दो राशियों की संधि पर होते हैं, एक नक्षत्र के साथ ही राशि भी समाप्त होती है और दूसरे नक्षत्र के आरंभ के साथ ही

जानें, 2024 में कब होगी श्री सत्यनारायण व्रत कथा और क्या है इसका महत्व

प्रत्येक माह की पूर्णिमा तिथि को सत्यनारायण व्रत रखा जाता है, लेकिन कभी-कभी यह व्रत चतुर्दशी तिथि में भी रखा जाता है क्योंकि चन्द्रोदय कालिक एवं प्रदोषव्यापिनी पूर्णिमा ही व्रत के लिए ग्रहण करनी

नव संवत्सर 2080 के बारे में हर बात जानिये, क्या होगा इस संवत्सर में ?

22 अप्रैल 2023 को नव विक्रम संवत का आरंभ होगा. 2080 का नव संवत्सर “पिंगल” नाम से पुकारा और जाना जाएगा. इस वर्ष संवत के राजा बुध होंगे और मंत्री शुक्र होंगे. पिंगल नामक संवत के प्रभाव से विकास के

राहु-केतु का राशि परिवर्तन । Rahu Ketu Transit 2024 | Change in Signs of Rahu-Ketu 2024

राहु-केतु का 2024 में राशि परिवर्तन होगा. राहु केतु का राशि में प्रवेश जब भी किसी राशि में होगा तो वह सभी राशियों पर खास रुप से असर डालने वाला होता है. राहु और केतु जब भी जिस राशि में प्रवेश करते हैं

गुरू का धनु राशि में गोचर कैसा रहेगा ? । Transit of Jupiter In Sagittarius Sign । Jupiter transit in sagittarius 2019

गुरु (बृहस्पति) 29 मार्च 2019 को धनु राशि में प्रवेश करेंगे. गुरू वृश्चिक राशि से अब धनु में गोचर करेंगे. देव गुरु बृहस्पति 10 अप्रैल 2019 को वक्री होंगे. 22 अप्रैल 2019 को वक्री अवस्था में एक बार