कर्क लग्न का आठवां नवांश कुम्भ राशि का होता है, इस राशि के स्वामी शनि हैं यह नवांश राशि शनि की मूलत्रिकोण राशि भी है जिस कारण इस नवांश का प्रभाव शनि की शुभता को अधिक विस्तार से दर्शाने में सहायक होता है. कर्क लग्न में यदि जातक का आठवां नवांश कुम्भ से संबंधित होता है तो जातक के जीवन में अष्टम भाव से संबंधित बाते अधिक बनी रह सकती हैं क्योंकि यह राशि जन्म कुण्डली के आठवें भाव को अभिव्यक्त करती है.

इनके जीवन में कई बातें अचानक से प्रभाव डालने वाली होंगी साथ ही जातक अपने को स्वतंत्र रूप से सामने नहीं लाना चाहेगा. जातक पतला और लंबे कद का श्यामल रंग का होता है. इनके लंबे और घने बाल होते हैं. चेहरे की बनावट सुंदर होती है जिससे गंभीरता का आभास होता है. इनकी आंखे चमकदार होती है इनके व्यक्तित्व से लगता है कि उनमें किसी प्रकार का दिखावा नहीं है.

व्यक्ति के स्वास्थ्य सुख में वृ्द्धि होती है उसमें आत्मविश्वास भी बढता है. जातक के धन संबन्धी परेशानियों में कमी होती है परंतु साथ ही खर्चों में भी अधिकता हो सकती है और व्यापार क्षेत्र भी बाधित हो सकता है लेकिन अधिनस्थों के सहयोग से अपने काम को सुचारू रूप से आगे ले जाने में सफल रह सकते हैं इनमें कठोर प्रशासक होने के गुण नहीं होते जिए कारण इनकी कुछ योजनाएं पूर्ण रूप नहीं ले पाती हैं. परंतु आपकी उदारता भी आपके साथ अन्य लोगों को जोड़ने में सहायक होती है और जातक काफी हद तक अपनी योजनाओं को पूरा करता है.

व्यक्ति को किसी से संवाद करने कि प्रबल इच्छा नहीं पाई जाती है. यह दूसरों की बात को सुनना पसंद नहीं करते और ऐसा करने पर कभी कभी वे उदंड माने जा सकते हैं लेकिन ऎसा नहीं होता क्योंकि यह अपने को सीमित रखते हैं इसलिए लोग इन्हें सही से समझ नहीं पाते हैं. यह लुभावने और आकर्षक स्वाभाव वाले होते हैं परंतु शर्मिले संवेदनशील भी होते हैं इन्हें स्वयं की विशेषताओं को दूसरों के सम्मुख दिखाने की चाह होती है लेकिन उसे यह उचित प्रकार से अभिव्यक्त नहीं कर पाते हैं.

इस नवांश के प्रभाव से जातक काफी मजबूत इच्छाशक्ति और जो उन्हें उचित लगता है उसके लिए अतिम क्षण तक लड़ने को तैयार रहने वाला हो सकता है. जातक में दूरदर्शीता के गुण देखे जा सकते हैं जिस कारण कुछ बातों के बारे में यह सही निर्णय ले सकते हैं. यह मार्गदर्शक होते हैं और किसी की सहायता के लिए भी सदैव तत्पर रहते हैं. यह दूसरों के विचारों के प्रति भी सहनशील होते हैं. इसलिए लोगों को समझने की कला भी इनमें खूब होती है.

यह एक अच्छे श्रोता हो सकते हैं इन्हें मित्रों का साथ मिलता है और यह उनका ख्याल रखते हैं उनकी सहायता के लिए सदैव तैयार रहने वाले होते हैं परंतु इनमें क्रोध भी अधिक होता है इसलिए छोटी सी बात भी इन्हें पर्शान कर सकती है जिसके लिए वह संबंधों से दूर होने की कोशिश कर सकते हैं लेकिन मन से यह जुडे़ रहने की इच्छा रखते हैं.

जातक में आदर्शवादी रूप भी देखा जा सकता है अपने नियमों के अनुरूप चलने की चाह रखते हैं ओर इसलिए कुछ लोग इन्हें कठोर भी मान सकते हैं. इनका मन रोमांटिक होता है और यह प्रेम की भावना से पूर्ण होते हैं परंतु प्रेम में अधिक सफल नहीं हो पाते हैं विचारों में कुछ न कुछ तकरार बनी ही रहती है जो इन्हें संभलने नहीं देती है. यह व्यवहारिक, लुभावने और मिलनसार स्वाभाव वाले होते हैं, ऐसी प्रकृति के लोग अपने दायरे से बाहर जाकर भी लोगों की मदद करते हैं लेकिन उनमें भावनात्क सहयोग का आभाव होता है.

जातक को दुर्घटनाओं से सावधान रहना चाहिए जातक को हड्डियों में अक्सर दर्द की शिकायत रह सकती है. चलने में थकावट जल्द हो जाती है यह रक्त और रक्त संवहन की समस्या से प्रभावित हो सकते हैं. यह कोई काम या बात समझ लेते है तो उसे पूरी तरह सोच विचार कर कार्य करते है परन्तु किसी बात को समझने में समय लग सकता है पर जब जान लेते हैं तो उसमें प्रवीणता लाने की पूरी कोशिश करते हैं.

जातक कुछ आलसी हो सकता है. इनमें कल्पनाशिलता के गुण अच्छे होते हैं. दूसरों की क्मियों और दोष को बताने में आप काफी कुशल प्रतीत होते हैं.वैवाहिक जीवन में कुछ न कुछ परेशानियां उभर सकती हैं. दांपत्य जीवन सुखमय न रहने की संभावनाएं उभर सकती हैं.