कुम्भ राशि में शुक्र का प्रवेश और इसका प्रभाव

कुम्भ राशि शनि देव की राशि है, कुम्भ राशि में जब भी किसी ग्रह का संपर्क होता है तो वह एक महत्वपूर्ण समय होता है. मनुष्य के जीवन में धन, ऐश्वर्य और सुखों की प्राप्ति के कारक रुप में शुक्र ग्रह को अग्रीण स्थान प्राप्त है. इन्हीं से जीवन में मिलने वाले सभी प्रकार के सुखों को पाया जा सकता है. शुक्र राशि परिवर्तित करते हुए जब एक राशि से निकल कर अन्य राशि में प्रवेश करते हैं तो ये स्थिति कई मायनों में परिवर्तनकारी होती है. 

कुम्भ राशि का प्रभाव   

कुम्भ राशि शनि की राशि है ऎसे में ये राशि शनि देव की एक मजबूत राशि होती है जो शनि के शुभ फलों को प्रदान करने में बहुत सहायक होती है. जो भी व्यक्ति कुम्भ राशि के होते हैं उन पर शनि की विशेष कृपा दृष्टि भी देखने को मिलती है. कुम्भ राशि के गुण के साथ ही शनि ग्रह के गुणों का भी इन पर प्रभाव पड़ता है. कुम्भ राशि के मजबूत और आकर्षक स्वरुप को दर्शाती है. यह अपने भीतर कई गुढ़ तथ्य लिए भी होती है. इस राशि के लोगों को समझ पाना आसान नही होता है. इस राशि के लोगों के मन के भीतर अनेक प्रकार की उथल-पुथल का माहौल बना होता है. प्रभावशाली व्यक्तित्व के अधिकार की प्राप्ति में भी ये राशि सफल होती है. 

कुंभ राशि से संबंधित लोगों में संकोच, गंभीरता, संवेदनशीलता जैसी बातों के साथ ही जीवंतता और दिखावटीपन भी हो सकता है. निरर्थक चीजों को खुद पर लादे हुए इनमें गहराई भी झलकती है. इच्छाशक्ति, सशक्त और मजबूत प्रतिबद्धता इनके भीतर मौजूद होगी. ईमानदारी इनका विशेष गुण है चाहे कितना भी दिखावा हो लेकिन सत्य से ये मुकरते नही हैं. मनोवैज्ञानिक दृष्टि के साथ इनकी प्रखरता भी बहुत होती है. निष्पक्ष और सहनशीलता इस राशि के लोगों में देखने को मिलती है. 

कुम्भ राशि नक्षत्र 

कुम्भ राशि में धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वषाढा नक्षत्र आते हैं. कुंभ राशि, राशि चक्र में ग्यारहवें स्थान पर आती है और काल पुरुष के लिए यह लाभ स्थान की राशि बनती है. धनिष्ठा नक्षत्र का 3 और 4 चरण, शतभिषा नक्षत्र के सभी 4 चरण और पूर्वाभाद्र नक्षत्र का 1, 2 और 3 चरण इसमें शामिल होता है. 

धनिष्ठा नक्षत्र का स्वामी मंगल होता है.

शतभिषा नक्षत्र का स्वामी राहु होता है 

पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का स्वामी गुरु होता है.

कुंभ राशि नाम अक्षर 

कुंभ राशि वालों के लिए नाम अक्षर के अंतर्गत -गु, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा अक्षर आते हैं. कुम्भ राशि में जन्म लेने वाले लोगों का नाम इन्हीं अक्षरों से आरंभ है. 

शुक्र ग्रह और कुम्भ राशि मिलान फल 

शुक्र का कुम्भ राशि के साथ होना सामान्य ओर अनुकूल स्थिति का माना जाता है. इसका मुख्य कारण है की ज्योतिष दृष्टि में शुक्र ओर शनि दोनों एक दूसरे के साथ मैत्री भाव निभाते हैं इस कारण से शुक्र ग्रह का कुम्भ राशि में गोचर पंचधा मैत्री के फलों को देने वाला होता है. 

कुम्भ और शुक्र का योग मिलकर व्यक्ति को आकर्षक व्यक्तित्व प्रदान करने वाला होता है. ऎसे व्यक्ति देखने में मध्यम व लंबे कद के, दुबले, क्रियाशील होते हैं. मानसिक रुप से नकारात्‍मक और सकारात्मक के मध्य इनका द्वंद बहुत होता है. आलस्य से दूर रह कर काम में लगे रहने वाले और मजबूत इच्छा शक्ति वाले भी होते हैं. दिमागी रूप से इतने सजग होते हैं कि इन्‍हें प्रशंसा और चापलूसी जैसी बातें आसानी से प्रभावित नही कर पाती है. जीवन के प्रति एक अलग दृष्टिकोण में इनमें देखने को मिल सकता है. आसानी से बहलाया नही जा सकता है. विचरओं में परंपरा और आधुनिकता का संगमन भी होता है. नियमों और सिद्धांतों पर चलना अधिक पसंद करते हैं. सामाजिक रुप से  कई बार खुद को अलग भी कर सकते हैं. अपने साथी को संतोषजनक पाने पर उनका पूरा साथ देंगे लेकिन असहयोग की स्थिति में रिश्ते से अलग होने में देर नहीं लगाते हैं. 

शुक्र का कुम्भ राशि में गोचर प्रभाव 

शुक्र के कुम्भ राशि में आने पर व्यक्ति के भीतर प्रगतिशील,स्वतंत्र विचार अधिक दिखाई देते है. भावनात्मक अभिव्यक्ति से भागना इनकी कमजोरी होती है. कुछ मनमौजी, दृढ़ और अकेले रहना अधिक पसंद करते हैं. मित्रों के साथ मस्ती, सहायता करना, बौद्धिक वार्तालाप में कुशल होते हैं. 

जहां कुंभ राशि में जन्मे लोग कुछ संकोची और शांत स्वभाव के देखने को मिलते हैं पर अगर शुक्र की स्थिति कुम्भ में होतो उनका एक उन्मुक्त और स्वच्छ्ंद व्यवहार भी दिखाई दे सकता है. ऊर्जावान होकर काम करना पसंद करते हैं. गूढ़ विचारशील और बौद्धिकता से भरे होते हैं. शुक्र जल्दी और आसानी से परिवर्तन की क्षमता देने वाला होता है. व्यक्ति को इसी के कारण से समूह या एक समुदाय अच्छा भी लग सकता है. दूसरे लोगों के साथ घिरे रहने का प्रयास भी करते हैं.

कुंभ में जन्मे जातकों के लिए सबसे बड़ी समस्या यह एहसास है कि वे सीमित या विवश हैं। सभी के लिए स्वतंत्रता और समानता की इच्छा के कारण वे हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और गतिविधि सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे। कुंभ राशि में जन्मे लोगों की ठंडे और असंवेदनशील व्यक्तियों रूप में एक प्रतिष्ठा है, लेकिन यह समय से पहले अंतरंगता के खिलाफ सिर्फ उनका सुरक्षा तंत्र है। उन्हें एक स्वस्थ तरीके से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और दूसरों पर भरोसे के लिए सीखने की जरूरत है।

बौद्धिक उत्तेजना कुंभ राशि के लिए अब तक की सबसे बड़ी कामोद्दीपक होती है। एक व्यक्ति के साथ एक दिलचस्प वार्तालाप की तुलना में कुंभ को आकर्षित करने योग्य कुछ भी नहीं है। खुलापन, संवाद, कल्पना और जोखिम की इच्छा इस राशि के जीवन के परिप्रेक्ष्य में अच्छी तरह से समाने वाले गुण हैं। इस गतिशील व्यक्ति के साथ एक लंबी अवधि के रिश्ते चाहने वाले लोगों में निष्ठा और ईमानदारी सबसे जरूरी है। प्यार में वे वफादार और प्रतिबद्ध हैं हक जताने वाले नहीं - वे अपने साथियों को स्वतंत्रता देंगे और उन्हें बराबर मानते हैं।

परिवार और दोस्त 

शुक्र का कुम्भ राशि में होना आपको परिवार के प्रति संवेदनशील और भावुक बनाता है. मिलनसार होकर सभी को साथ लेकर चलने की प्रवृत्ति भी इनमें देखी जा सकती है. लोगों का करीबी होने के लिए समय की जरूरत है और ये स्थिति उस समय को देने वाली होती है. दोस्तों के साथ कुछ नयी चीजों पर काम करते हैं कुछ नए आविष्कार करने का मौका भी मिलता है. मजबूत विचारों के साथ काम करते हैं. अपनी प्रिय वस्तु के लिए आत्म बलिदान जैसा कदम भी उठाने से पिछे नही हटते हैं.

रचनात्मकता से युक्त काम करने में आगे रहना चाहते हैं. अखंडता इनका गुण भी है परिवार हो या मित्रता, उम्मीदें बहुत अधिक रखते हैं और दूसरों के लिए उन उम्मीदों को पूरा भी करने वाले होते हैं.

नौकरी और व्यवसाय 

कुम्भ राशि में सूर्य का गोचर नौकरी में उत्साह भर देता है और व्यावसायिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए व्यक्ति बेहतरीन कुशलता का उपयोग करता है. व्यक्ति में अपनी सोच की शक्ति का बेहतर रुप से उपयोग करने की उल्लेखनीय क्षमता होती है. विकास और प्रदर्शन में सक्षम बनाने वाला काम अनुरूप होता है. प्रतिभा को साझा करने की इच्छा और तीक्ष्ण बुद्धि से काम करने वालों को प्रेरणा मिलती है. 

आर्थिक मामलों में आप बचत और निवेश में संतुलन बनाना जानते हैं. फैशन के प्रति सजग होंगे लेकिन व्यर्थ के दिखावे से भी बचते हैं. चमक दमक से थोड़ा दूर रहना पसंद करते हैं लेकिन अपनी उपस्थिति को बहुत अच्छे ढंग से दिखा सकते हैं. अभिनय, लेखन, शिक्षण, कला इत्यादि से जुड़े क्षेत्र अनुकूल रह सकते हैं. दिशा निर्देशों के बिना समस्या का समाधान करने की स्वतंत्रता ज्यादा पसंद आती है. 

 शुक्र ग्रह का गोचर एक प्रमुख घटना है और सभी ग्रहों की तरह शुक्र भी एक महत्वपूर्ण ग्रह है. यह जीवन में सभी प्रकार के सुखों का द्योतक है और यही वजह है कि, शुक्र का गोचर व्यक्ति के जीवन में अनेक शुभ घटनाओं की दस्तक लाता है। वास्तव में शुक्र एक ऐसा ग्रह है जो नैसर्गिक रूप से शुभ माना जाता है और आमतौर पर शुभ प्रभाव ही देता है जब तक की कुंडली में इसकी स्थिति अत्यधिक प्रतिकूल ना हो.