आजीवन आजीविका ज्योतिष के माध्यम से | Professional Life through Astrology | Career According to Vedic Astrology

प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य वराहमिहिर के अनुसार लग्न, सूर्य अथवा चन्द्र में जो ग्रह सबसे अधिक बली हों, उस ग्रह से दशम भाव का स्वामी, नवाशं में जिस राशि में स्थित हों, उस राशि की दशा और गोचर में व्यक्ति को धनोपार्जन की प्राप्ति होती है.

इसके अतिरिक्त वराहमिहिर ने यह भी कहा है, कि अगर लग्न, द्वितीय और एकदश भाव में शुभ ग्रह बैठे हो तो व्यक्ति को अनेक साधनों से आय प्राप्त होती है. सरल शब्दों में यह कहा जा सकता है, कि दशम भाव और दशमेश इन दोनों से संबन्ध रखने वाले ग्रहों के अतिरिक्त दशमेश नवांश में जिस राशि में गए, उसके स्वामी भी अपनी दशा और गोचर में व्यक्ति को उचित आय देते है. अपनी आजीविका के विषय में अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिये आप life long से आजीविका रिपोर्ट प्राप्त कर सकते है. ग्रह बली होकर दशमेश हो, तो व्यक्ति की आजीविका किन क्षेत्रों से संबन्धित हो सकती है. आईये इस विषय पर विचार करते है-;

सूर्य | Sun

सूर्य व्यक्ति की रुचि राजनीतिक शास्त्र जैसे विषयों की ओर उन्मुख करता है. कुण्डली में सूर्य अत्यधिक बली हों तो व्यक्ति को राजनीति कार्यों में महारत प्राप्त होती है. वह आजीविका क्षेत्र व जीवन के अन्य क्षेत्रों से भी राजनीतिक करने की प्रवृ्ति रखता है. यहां राजनितिक प्रवृ्ति से अभिप्राय: अपना कार्य निकालने के लिये मीठे-मीठे वादे करना और कार्य निकल जाने के बाद, अपने वादों को भूल जाने की आदत होती है. 

सूर्य के मध्यम स्तरीय बली होने पर व्यक्ति को अर्ध-तकनीकी क्षेत्रों के और झुकाव रहता है. इस स्थिति में व्यक्ति उच्चाधिकारी बनने की योग्यता रखता है. आजीविका क्षेत्र में उसे प्रतिष्ठा प्राप्त होती है. साथ ही उसे प्रबन्ध कार्यो को करने में कुशलता प्राप्त होती है. वित्तीय कार्य से जुडे क्षेत्रों से उसे आय हो सकती है. 

सूर्य के निर्बल होने पर व्यक्ति को आजीविका क्षेत्र में सफल होने के लिये सबसे पहले अपने आत्मविश्वास में वृ्द्धि करनी चाहिए, इसके बाद सूर्य की यह स्थिति उसे भौतिक शास्त्र विषय की ओर ले जा सकती है. 

चन्द्र | Moon

जन्म कुण्डली में चन्द्र बली होकर दशमेश हो, तो व्यक्ति को संगीत, फाईन आर्टस जैसे विषय अपनी और आकर्षित करते है.  ग्रहों से जुडे अन्य शिक्षा क्षेत्रों को जानने के लिये आप इस link Edu year इस चन्द्र के फलस्वरुप व्यक्ति विक्रेता बनने कि योग्यता रखते है. ऎसे व्यक्ति ग्रह व्यवस्था में निपुण होते है. चन्द्र मध्यम बली हों, तो व्यक्ति पैरा मेडिकल से जुडे क्षेत्रों में काम करने की संभावनाएं बनती है. इसके अतिरिक्त किसी व्यक्ति की कुण्डली में चन्द्र दशम भाव में बली होकर स्थित हों, परन्तु दशमेश न हों, तो व्यक्ति इंजिनियर बनने की योग्यता रखता है.   

मंगल | Mars

मंगल व्यक्ति को अग्नि से जुडे क्षेत्रों में कार्य करने के अवसर दे सकता है. इस्कए अतिरिक्त यह व्यक्ति को शल्य चिकित्सक बनने के गुण देता है. इसके बली होने से व्यक्ति को तर्क शास्त्र में योग्यता प्राप्त होती है. यह दशमेश हो, तो व्यक्ति में तकनीकी कार्य करने का गुण स्वत: आ जाता है. 

मंगल का प्रभाव व्यक्ति को इंजिनीयर, मशीनों का जानकार बनाता है, औजार में उसकी सामान्य रुचि होती है. इस स्थिति में उसकी आजीविका सैनिक, पुलिस इससे संबन्धित दवा- विक्रता से संबन्धित हो सकती है. दवाई के निर्माण का कार्य भी मंगल के कार्यक्षेत्रों की श्रेणी में आता है.  

बुद्ध | Mercury

बुध का दशमेश होकर बली होना, व्यक्ति को एकाउन्टेंसी, पत्रकारिता इससे संबन्धित जैसे विषयों में आजीविका दे सकता है.  बुध से जुडे कार्यक्षेत्रों में पढने-लिखने, अकाउन्टेन्सी से जुडे कार्य आते है. डाक-संचार से संबन्धित लोग, संचार के माध्यमों का कार्य बुध के अन्तर्गत आता है. बुध का बली होना व्यक्ति को संवाददाता, दुभाषिया बनने की योग्यता होती है. 

गुरु | Jupiter 

जिस व्यक्ति की कुण्डली में गुरु दशमेश होकर, बली हो, उस व्यक्ति को साहित्य अध्ययन में रुचि रहती है. वह वितिय कार्य करने की योग्यता रखता है. दर्शन शास्त्र जैसे विषय व्यक्ति को सरलता से अपनी ओर खींचते है. इसके अतिरिक्त यह व्यक्ति वितिय सलाहकार बन सकता है. और प्रबन्धन क्षेत्र में कार्य कर आजीविका प्राप्ति कर सकता है.

गुरु के बली होने से व्यक्ति में न्याय करने का गुण आता है. वह वकील और प्रवक्ता बन सकता है. शिक्षक और धर्म क्षेत्रों में कार्य करना उसके यश में वृ्द्धि करता है. 

शुक्र | Venus

शुक्र बली होकर व्यक्ति को नृ्त्य, संगीत, चिकित्सा और कला से जुडे क्षेत्रों में आजीविका प्राप्ति के अवसर देता है. इस योग के व्यक्ति को होटल मैनेजमेन्ट , टूरिज्म आदि के कार्य पसन्द आते है. कमप्यूटर एनिमेशन, ग्राफिक्स आदि कार्य करने से ऎसा व्यक्ति धनोपार्जन कर सकता है. 

शुक्र के प्रभाव क्षेत्र में आने वाले अन्य कार्यक्षेत्रों में कास्मेटिक्स, कपडे, गहने, सुगन्ध और बनाव-श्रंगार का सामान आता है. सौन्दर्य प्रसाधन सामग्री से जुडे कार्य करने से व्यक्ति को आय हो सकती है. वह फैशन से जुडे क्षेत्रों में कार्य कर सकता है. 

शनि | Saturn

जिस व्यक्ति की कुण्डली में शनि बली हो, और साथ ही दशमेश भी हों, ऎसे व्यक्ति को मैकेनिकल कार्य करना पसन्द होता है. इंजिनियरिंग के क्षेत्रों में वह शीघ्र योग्यता प्राप्त कर लेता है. शनि व्यक्ति में मेहनत का गुण लाता है, और इसके फलस्वरुप व्यक्ति मेहनत और संघर्ष से पीछे नहीं हटता है. यह व्यक्ति व्यक्ति को उच्च स्तर का इंजिनियर बनाता है.  शनि साढेसाती का प्रभाव व्यक्ति की आजीविका पर विशेष रुप से पडता है. साढेसाती के प्रभाव को जानने के लिये Sadesati  देखा जा सकता है.