बालव करण फल- करण विचार | Balava Karana | Balava Karana Meaning in Hindi | Balava Karana Calculator

ज्योतिष शास्त्र में एक तिथि को जब दो भागों में बांटा जाता है, तो दो करण बनते है. इसे इस प्रकार भी कहा जा सकता है, कि दो करण मिलाकर एक तिथि बनती है. एक करण तिथि के पहले आधे भाग से तथा दूसरा करण तिथि के दूसरे उत्तरार्ध से बनता है. एक चन्द्र पक्ष में 14 तिथियां होती है. तथा दूसरे चन्द्र पक्ष में भी 14 तिथियां होती है. इसके अलावा पूर्णिमा और अमावस्या भी होती है. सभी मिलकर एक चन्द्र मास बनाती है. 

तिथि का आधा भाग करण कहलाता है, और तिथियां 30 होती है. करण 60 ही है. परन्तु ये 11 ही है. शेष तिथियों में ये करण ही पुनरावृ्त होते रहते है. 

11 करणों के नाम निम्न है. इसमें पहले सात करण 8 बार आते है, तथा अंत के चार करण स्थिर प्रकृ्ति के है.  इन चार नक्षत्रों को ध्रुव नक्षत्र कहा जाता है. 

11 करण नाम  | 11 Karana

सभी करणों के नाम इस प्रकार है. बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग, किस्तुघ्न. 

बालव करण गणना कैसे करे़ | How to Calculate Balava Karana

करण निकालने के लिए चन्द्र और सूर्य के अंशों का अन्तर निकालने के बाद प्राप्त संख्या को 6 से भाग करने शेष बचने वाली संख्या करण कहलाती है. 

बालव करण-चरसंज्ञक करण | Balava Karana - Movable Karana

बालव करण चरसंज्ञक है. शेष अन्य चरसंज्ञक करणों में बव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज और् विष्टि है. बाकी के बचे हुए चार करण ध्रुव करण कहलाते है.  

बालव करण- स्वामी | Balava Karana - Lord

बालव करण का स्वामी ब्रह्मा जी है. जिस व्यक्ति का जन्म बालव करण में हुआ हो, और उस व्यक्ति को स्वास्थय संबन्धी किसी प्रकार की कोई परेशानी रहती हो, ऎसे व्यक्ति का ब्रह्मा जी का पूजन करने से स्वास्थय सम्बन्धित रोगों में कमी होती है.  

बालव करण फल | Balava Karana Result

जिस व्यक्ति का जन्म बालव करण समय काल में होता है, वह व्यक्ति धार्मिक आस्था वाला होता है, उसकी रुचि तीर्थ स्थलों का भ्रमण करने में विशेष रुप से होती है. साथ ही वह धर्म-कर्म क्रियाओं में भी बढ-चढ कर भाग लेता है. धार्मिक स्थलों का निर्माण कराने का गुण ऎसे व्यक्ति में पाया जाता है. 

बालव करण-धार्मिक प्रवृ्ति | Balava Karana - Religious nature

धर्म गुरुओं के सम्पर्क में रहना बालव करण में जन्में व्यक्ति को अच्छा लगता है. तथा इससे उस व्यक्ति की धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक उन्नति होती है. भाग्य वृ्द्धि ओर समाज में यश सम्मान प्राप्त करने का गुण ऎसा व्यक्ति रखता है. 

बालव करण-विद्या प्रवीण | Balava Karana - Master of knowledge

बालव करण में जन्म लेने वाला व्यक्ति विद्या में कुशल है. इस करण में जन्म लेने वाला व्यक्ति ज्ञानी और अनेक विषयों का ज्ञाता होता  है. शिक्षा क्षेत्र में कार्य कर वह धन और यश दोनों प्राप्त कर सकता है.  इस योग का व्यक्ति अपनी विद्वता से अपने कुल का नाम रोशन करता है. 

बालव करण- भद्रा कथा | Balava Karana - Bhadra Katha

भद्रा तिथि और बालव करण से संबन्धित एक पौराणिक कथा प्रचलित है. कथा के अनुसार भद्रा तिथि को शनि देव की बहन कहा गया है. एक बार भ्रदा तिथि जो श्याम रंग, लम्बे केश, बडे दांत और डरावने रुप वाली थी. अपने इस रुप और अपने कार्यों के कारण उसे सभी जगह अपयश का सामना करना पडता था. 

इस अपयश से बचने के लिए भद्रा के पिता सूर्यदेव ने ब्रहा जी से कोई उपाय पूछा. इस पर ब्रह्मा जी ने कहा की जो तुम्हारी स्थिति बालव और बव करण के अन्तिम भाग में होगी. जो व्यक्ति तुम्हारा आदर नहीं करेगा, उसके सभी कार्यों में बाधाएं आयेगी.

इस दिन से भद्रा तिथि बालव या बव करण में निवास करती है. इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है.