Articles in Category Rudraksha

रुद्राक्ष के लाभ | Benefits of Wearing Rudraksha

रुद्राक्ष के विषय में उसके गुणों को देखकर उनके महत्व को परिभाषित किया जाता है. रुद्राक्ष को आध्यात्मिक रुप में अधिक उपयोग में लाया जाता है. इसके अतिरिक्त रुद्राक्ष औषधि रुप में भी उपयोग में लाया जाता

रुद्राक्ष धारण विधि | Rudraksha Dharan Vidhi

रुद्राक्ष जाबालोपनिषद, शिवपुराण, कालिका पुराण, लिंग पुराण, काल संहिता, निर्णय सिंधु इत्यादि ग्रंथों में रुद्राक्ष के महत्व को अभिव्यक्त किया गया है. इन सभी में भगवान शिव के प्रिय 'रुद्राक्ष' की

रुद्राक्ष कहां पाए जाते हैं | Where Can You Find Rudraksha in India

रुद्राक्ष के वृक्ष भारत समेत विश्व के अनेक देशों में पाए जाते हैं. यह भारत के पहाड़ी क्षेत्रों तथा मैदानी इलाकों में भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं. रुद्राक्ष का पेड़ किसी अन्य वृक्ष की भांति ही

सात मुखी और आठ मुखी रुद्राक्ष | Saat Mukhi Rudraksha and Aath Mukhi Rudraksha

सात मुखी रुद्राक्ष | Saat Mukhi Rudraksha सात मुखी या कहें सप्तमुखी रुद्राक्ष सात माताओं तथा सप्तऋषियों का प्रतिनिधित्व करता है. यह अत्यंत उपयोगी तथा लाभप्रद रुद्राक्ष है इसके उपयोग से धन-संपत्ति,

पांच और छह मुखी रुद्राक्ष | Panch and Chheh Mukhi Rudraksha

पंच मुखी रुद्राक्ष | Panch Mukhi Rudraksha पांच मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव प्रतिनिधि है इसे कालाग्नि के नाम से जाना जाता है. यह रुद्राक्ष शिव द्वारा नियंत्रित तथा बृहस्पति द्वारा संचालित है. पंचमुखी

तीन और चार मुखी रुद्राक्ष | Teen and Char Mukhi Rudraksha

तीन मुखी रुद्राक्ष | Teen Mukhi Rudraksha तीन मुखी रुद्राक्ष अग्नि देव का स्वरूप माना गया है. इस त्रिमुखी मुखी रुद्राक्ष के सत्तारूढ़ ग्रह मंगल हैं. यह रूद्राक्ष स्त्री हत्या जैसे पापों से मुक्ति

एक मुखी रुद्राक्ष और दो मुखी रुद्राक्ष | Ek Mukhi Rudraksha and Do Mukhi Rudraksha

एकमुखी रूद्राक्ष | Ek Mukhi Rudraksha एक मुखी रुद्राक्ष का प्रतीक भगवान शिव को माना जाता है तथा इस एकमुखी रुद्राक्ष का सतारुढ़ ग्रह सूर्य है अत: सूर्य द्वारा शुभ फलों की प्राप्ति तथा सूर्य की

रुद्राक्ष | What is Rudraksha | Importance and Magnificence of Rudraksha

रुद्राक्ष अर्थात ‘प्रभु शिव का वास’ हमारे अध्यात्मिक स्वरूप से जुडा रूद्राक्ष हमें भगवान शिव का सानिध्य प्रदान करता है. प्रभु को अपने में धारण करने का मार्ग है यह रुद्राक्ष. इस अति पवित्र वस्तु के