हिन्दूओं में शुभ विवाह की तिथि ज्ञात करने के लिये वर-वधू की जन्म राशि का प्रयोग किया जाता है. वर या वधू का जन्म जिस चन्द्र नक्षत्र में हुआ होता है, उस नक्षत्र के चरण में आने वाले अक्षर को भी विवाह की तिथि ज्ञात करने के लिये प्रयोग किया जाता है. विवाह की तिथि सदैव वर-वधू की कुंडली में गुण-मिलान करने के बाद निकाली जाती है क्योंकि विवाह की तिथि तय होने के बाद, कुण्डलियों की मिलान प्रक्रिया नहीं करनी चाहिए.

निम्न सारणी से विवाह मुहूर्त समय का निर्णय करने के लिये वर-कन्या की राशियों में विवाह की एक समान तिथि को विवाह मुहूर्त के लिये लिया जाता है. उदाहरण के लिये वृष राशि के वर का विवाह - वृष राशि की कन्या से हो रहा हो, तो दोनों के विवाह के लिये 2, 4 (चंद्र दान), 7, 8, 9 तिथियाँ एक समान होने के कारण शुभ रहेगी.

दिसंबर 2022 में निम्न तिथियों में विवाह करना शुभ रहेगा. यहां जन्म राशि से अभिप्राय: चन्द्र स्थित राशि से है. इन विवाह मुहूर्तो में त्रिबल शुद्धि, सूर्य-चन्द्र शुद्धि व गुरु की शुभता का ध्यान रखा गया है..

वर(लड़के) की चंद्र राशि विवाह की तारीख
मेष राशि विवाह मुहुर्त नहीं है
वृष राशि 2, 4 (चंद्र दान), 7, 8, 9
मिथुन राशि 2, 4, 7, 8, 9, 14
कर्क राशि 2, 4, 7, 8-9 (चंद्र दान) 14
सिंह राशि विवाह मुहूर्त नहीं है
कन्या राशि 2, 7, 8, 9, 14
तुला राशि 2, 4, 8 (25:44 बाद), 9, 14
वृश्चिक राशि 2, 4, 7, 8, (25:44 तक), 14
धनु राशि विवाह मुहुर्त नहीं है.
मकर राशि 2, 7, 8, 9
कुम्भ राशि 2, 4, 8 (25:44 बाद), 9, 14
मीन राशि 2, 4, 7, 8 (25:44 तक), 14
वधु(लड़की) की चंद्र राशि विवाह की तारीख
मेष राशि 2, 4, 7, 8, 9, 14
वृष राशि 2, 4, 7, 8, 9
मिथुन राशि 2, 4, 7, 8, 9, 14
कर्क राशि 2, 4, 7, 8, 9, 14
सिंह राशि 2, 4, 7, 8, 9, 14
कन्या राशि 2, 4, 7, 8, 9, 14
तुला राशि 2, 4, 7, 8 (25:44 बाद), 9, 14
वृश्चिक राशि 2, 4, 7, 8 (25:44 तक), 14
धनु राशि 4, 7, 8, 9, 14
मकर राशि 2, 7, 8, 9
कुम्भ राशि 2, 4, 8 (25:44 बाद), 9, 14
मीन राशि 2, 4, 7, 8 (25:44 तक), 14