सिंह लग्न का सातवां नवांश तुला राशि का होता है जिसका स्वामी शुक्र है. इस लग्न में जन्में जातका का रंग रूप प्रभावशाली और आकर्षक होता है. दिखने में सुंदर चेहरे पर लालिमा लिए हुए और रूपवान होता है. नैन नक्श तीखे होते हैं. शरीर ह्रष्ट-पुष्ट होता है, बोलने में मधुर भाषी और कुशल होता है. अपनी वाक चातुर्य से यह दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम होता है. जातक में कूटनीतिज्ञता का भाव बहुत होता है वह किसी भी परिस्थिति को समझने में सक्षम रहता है और स्थिति के अनुरूप आचरण करने की कोशिश भी करता है.

व्यक्ति के गुणों में वृद्धि, धन प्राप्ति, साहस और शक्ति होती है. धर्म व सत्यवादी आचरण इनमें रहता है. खेलकूद व घूमने फिरने के शौकिन होंगे. शत्रुओं पर नियंत्रण करना अच्छे से जानते हैं. काम को लेकर जल्दबाजी रह सकती है, कल्पनाओं की उडा़न अधिक रह सकती है. लोगों से मेलजोल बनाने वाले होते हैं, कार्यों के प्रति आप निष्ठावान रहते हैं और काम में मन लगाकर कार्य करते हैं.जिम्मेदारियों को निभाने की पूरी चाह रखते हैं. आप उदारवादी रवैया भी अपनाते हैं. किसी भी विषय के बारे में समझ रखने की कोशिश कर सकते हैं. अच्छे वक्ता हो सकते हैं, आर्थिक स्थिति जीवन के मध्य भाग से बेहतर रहेगी. बौद्धिक क्षमता के द्वारा आप अपनी कार्ययोजनाओं को आगे तक ले जाने की चाह रखेंगे.

सिंह लग्न के सातवें नवांश का प्रभाव | Effect of Seventh Navamsha of Leo Ascendant

जातक में साहस और हिम्मत बनी रहती है वह कठिन स्थिति में भी अपने विचारों की उपयोगिता को समझने वाला होता है. अपने कार्यों के प्रति सजग रहते हुए आगे बढ़ते रहने की ललक भी व्यक्ति में खूब बनी रहती है. व्यक्ति अपनी बौद्धिक क्षमता द्वारा अनेकों कार्यों को करने की कोशिश करता है. इनमें बाहुबल द्वारा कामों को पूरा कर लेने की भी अच्छी खासी प्रवृत्ति होती है, जिसके कारण यह विजय पाने में सफल रहते हैं. जातक की भाषा में अधिकारपूर्ण भाव झलकता है जिससे इनका एक अलग ही चरित्र उभर कर आता है और इन्हें सम्मानजनक स्थान की प्राप्ति भी होती है.

सहयोगियों का प्रभाव अधिक रहता है, सोच प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाती. उत्तम स्तर की बौद्धिक रचनाओं की ओर झुकाव होता है. आर्थिक कामों को निपटाने में काफी निपुण रहते हैं. जातक में निडरता, सांमंजस्य का विचार और विचारों में स्थिरता की अभिव्यक्ति रहती है. एक अच्छे रूप में यह अपनी प्रतिभा को निखारने की कोशिश भी करते हैं जिससे इनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है. इन्हें किसी एक जगह पर रहकर काम करने में मजा नहीं आता यह अपने स्थान में परिवर्तन की चाह भी रखते हैं जिस कारण इनके पूर्ण प्रदर्शन में कमी आ सकती है. इस नवांश के प्रभाव स्वरूप व्यक्ति ऐश्वर्य और आराम पसंद करने वाला होता है. सौंदर्य और सजावट का आकर्षण इनमें सदैव बना ही रहता है.

सिंह लग्न के सातवें नवांश का महत्व | Significance of Seventh Navamsha of Leo Ascendant

व्यक्ति में आत्मविश्वास खूब होता है व दूसरों के समक्ष एक अच्छा ओहदा पाने वाले होते हैं. जातक किसी भी क्षेत्र से जुडा़ हुआ हो वह उसमें पारंगता हासिल कर लेने की प्रवृत्ति रखता है. राजनीति के क्षेत्र में भी इनका प्रभुत्व कायम रहता है. सत्ता पक्ष से भी इन्हें काफी लाभ मिलता है. समाज में उच्च वर्ग के लोगों के साथ इनका संबंध दृढ़ता को पाता है,जातक राजनीति से संबंधित कामों से धनार्जन करने का विचार रखता है. अपने रौबदार व्यवहार और कुशल वाक कला द्वारा लोगों को अपनी ओर कर लेने के प्रयासों में सफल रहता है और इसके निर्णयों को समझने में सभी लोग अपना सहयोग भी देते हैं.

जातक का वैवाहिक जीवन सुखद रूप से व्यतीत करने के लिए जातक को प्रयासरत रहना होता है. जीवन साथी के रूप में सहयोग करने वाला साथी प्राप्त होता है. साथी में निड़रता व उदंड का भाव रहता है. वह सत्य का आचरण करने वाला होता है और स्पष्ट वक्ता होता है. व्यवहार कुशलता इनमें खूब होती है तथा यह स्थिति को संभालने की कोशिश भी करते हैं. साथी में क्रोध अधिक हो सकता है जिस कारण कई बार दांपत्य जीवन में कई बार तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है इसलिए संभवत: इन बातों को समझने का प्रयास करना चाहिए और एक दूसरे को बेहतर रूप से समझने की कोशिश करनी चाहिए. अपने ज्ञान और अनुकूल आचरण की योग्यता से जातक दूसरों के मन में स्थान बना सकता है स्वयं पर नियंत्रण ही इन्हें आगे तक ले जाने में सहायक हो सकता है.