मकरगत शुक्र का योगफल | Venus Aspecting Capricorn

मकरगत शुक्र के होने पर जातक के व्यय अधिक रह सकते हैं, उसे अपनी आर्थिक स्थिति पर निगाह बनाए रखी चाहिए. व्यक्ति को अज्ञात भय का डर सताए रहता है. परेशानियों और संकटों से ग्रस्त रह सकता है लेकिन सूझबूझ द्वारा इन समस्याओं से बचने में भी सफल रहता है. जातक में अधिक शारीरिक क्षमता का अभाव हो सकता है. जातक अपने से अधिक उम्र की स्त्रियों के प्रति आकर्षित रह सकता है तथा किसी बुरे कर्म को करने में भी अधिक उत्साहित रह सकता है.

जातक की भावनाओं में कटुता आ सकती है. वह हृदय रोग संबंधी परेशानियों से त्रस्त भी रह सकता है. जातक को अपने स्वास्थ्य का भली भांति ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. लोभ की प्रवृत्ति भी रह सकती है जिस कारण वह झूठ व ठगी जैसे कामों की ओर प्रवृत्त रह सकता है. परंतु यदि जातक पाप कर्मों की ओर आकर्षित होता है तो उसे इस कारण से बहुत सी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है.

इसलिए जहां तक संभव हो सके व्यक्ति को अपने कर्मों में शुभता लाने का प्रयास अवश्य करना चाहिए जिससे की उसकी स्थिति में कोई बुरा प्रभाव हावी न हो सके. व्यक्ति को अस्थिर बनाने वाली हो सकती है. विपरीत लिंग वाले व्यक्ति में इनकी विशेष अभिरूचि होती है. इनके कई प्रेम प्रसंग होते हैं. भोग विलास में इनका मन रमता है. माता पिता से विवाद और मनमुटाव होने की संभावना रहती है.

कुम्भस्थ शुक्र का योगफल | Venus Aspecting Aquarius

कुम्भस्थ शुक्र के होने पर जातक का वैचारिक स्वरूप परंपरागत होता है. जातक में क्रोध अधिक रहता है वह कामों को लेकर काफी उत्साहित भी रहता है. मन से उद्विग्न रह सकता है, किसी न किसी तथ्य के प्रति उसकी कार्यक्षमता में कमी रह सकती है. प्रयासरत रहते हुए भी काम में असफलता का सामना करना पड़ सकता है जिससे निराशा का भाव मन में आना स्वभाविक ही होगा.किसी अन्य के प्रति इनकी लालसा सदैव अग्रीण रह सकती है. जातक को अपने की अपेक्षा दूसरों पर अधिक आकर्षण रह सकता है.

जातक परस्त्रीगामी हो सकता है. कई बार परंपरागत होते हुए भी धर्म विरूद्ध भी हो सकता है. उसके कार्यों में सपष्टता दिखाई न दे सके. गुरू शिष्य परंपरा में निष्ठावान रहता है लेकिन अनेकों बार यह स्थिति अनुकूल रहे यह आवश्यक नहीं होती है. व्यक्ति स्वयं पर अधिक ध्यान नहीं देता और सामान्य ही रहने की चाह रखता है. अन्य लोगों द्वारा कई बार उपेक्षाओं का सामना भी करना पड़ जाता है जिस कारण हताशा भी बढ़ सकती है लेकिन हार न मानने की प्रवृत्ति भी अधिक होती है.

स्थित होकर व्यक्ति को स्वस्थ और नीरोग काया प्रदान करता है. व्यक्ति आत्मविश्वास से परिपूर्ण होता है अपने व्यक्तित्व एवं आत्मबल के कारण समाज में यश और प्रतिष्ठित होता है. साथी से वैमनस्य होता है तथा वैवाहिक जीवन का सुख प्रभावित हो सकता है. कारोबार एवं व्यापार में अनुकूलता प्राप्त हो सकती है. गुप्त विषयो एवं विद्याओं में इनकी रूचि होती है. आत्मविश्वास की कमी के कारण निर्णय लेने में कठिनाई महसूस करते हैं.

मीनगत शुक्र का योगफल | Venus Aspecting Pisces

मीनगत शुक्र के होने पर जातक में उदारता का गुण विद्यमान रहता है. वह दूसरों के लिए हितकारी सोचने वाला होता है. जातक में दान धर्म करने की इच्छा भी निहीत होती है. वह अपने कामों में सफलता पाने वाला होता है. मीनगत शुक्र के होने पर शुक्र बलशाली हो जाते हैं जातक को शारीरिक रूप से सुंदर और आकर्षक बनाने में यह स्थिति बहुत सहायक होती है. जातक का आकर्षण भाव अत्यधिक रहता है. सुंदरता और आकर्षण से सम्मोहित होकर अन्य इनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते हैं.

आर्थिक क्षेत्र में जातक की स्थिति अनुकूल ही रहती है वह अपने लोगों को संपन्न बनाने में भी सहायक होता है. शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने वाला होता है. लोकप्रसिद्ध होता है अपने गुणों में कोमल होते हुए वह दूसरों के हृदय में अपने लिए अनुकूल स्थान बनाने में सफल रहता है. राजा का प्रिय व सम्मानिय स्थान पाने वाला होता है. कलात्मक अभिव्यक्ति बहुत उत्कृष्ठ होती है जिसके द्वारा वह विद्वानों से सम्मान पाने वाला बनता है.

"शुक्रगत स्थिति का योगफल - भाग 1"

"शुक्रगत स्थिति का योगफल - भाग 2"

"शुक्रगत स्थिति का योगफल - भाग 3"