करियर किसी भी क्षेत्र में हो उसमें सफलता की चाह ओर एक अच्छी प्रगत्ति को पाने का संघर्ष सभी के द्वारा जारी रहता है. ऎसे में कौन सा करियर विकल्प रुचियों के अनुरूप हो और उसमें सफलता का प्रयास भी सकारात्मक रुप से मिल पाए इसे ज्योतिष द्वारा समझ पाना संभव है. कई बार कामकाज को लेकर चला आ रहा दबाव काफी थका देने वाला होता है. लगातार किया जाने वाला संघर्ष कई बार भावनात्मक और शारीरिक रूप से थका देने वाला होता है. यह आमतौर पर काम को लेकर विकल्पों के गलत निर्णय का परिणाम होता है. यह मुख्य रूप से इसलिए है क्योंकि कई बार पर्याप्त आत्मनिरीक्षण नहीं करते हैं या इस बात से अवगत नहीं हैं कि कौन सा करियर सबसे अधिक उपयुक्त रह सकता है. ज्योतिष वह है जिसके द्वारा यह परामर्श मिल पाता है कि किस क्षेत्र में ध्यान देने से हमारे करियर को अच्छी ग्रोथ या कहें सफलता मिल सकती है. करियर के दृष्टिकोण से देखी गई कुंडली कई विकल्पों को जन्म दे सकती है जो सफल होने की सबसे अधिक संभावना रखते हैं.
करियर को लेकर कइ तरह के असमंजस जीवन में बने ही रहते हैं. कई बार हमारी संभावनाएं कुछ होती है लेकिन हमारी मेहनत कहीं ओर लगने से उपयुक्त परिणाम मिल पाने में समय लगता चला जाता है. ऎसे में जरुरी है की उपयुक्त रुप से उचित विकल्प को चुना जाए. करियर का चुनाव करने के लिए ज्योतिष शास्त्र ऎसे बेहतरीन सूत्र देता है जिसके द्वारा किसी व्यक्ति को अपने करियर में सफलता के लिए अधिक संघर्ष की आवश्यकता नहीं रहती है. यदि हमारी ऊर्जा सही दिशा में लगाई जाए तो उसके परिणाम बेहतरीन रुप से प्राप्त होने में देर नहीं लगती है. इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए करियर के लिए एक अच्छी ओर सटीक भविष्यवाणी ज्योतिष के माध्यम से कर पाना भी संभव होता है.
करियर ज्योतिष एक व्यापक रूप से लोकप्रिय पक्ष है जो करियर में सफलता के इच्छुक लोगों को बेहतरीन दृष्टिकोण प्रदान करने में सक्षम होता है.
करियर चयन में भाव की भूमिका
करियर में कौन सा क्षेत्र हमारे लिए सबसे अधिक उपयुक्त रह सकता है इसके लिए विशेष रुप से दशम भाव को ही महत्व मिलता है. दशम भाव के बाद दूसरा भाव, पांचवां भाव इसमें सहायक बनता है. महर्षि पराशर के अनुसार दशम भाव में ग्रह, दशमेश की अन्य स्थानों में स्थिति, दशमेश की अन्य ग्रहों के साथ युति व्यक्ति को सही चीज को पढ़ने में मदद करती है. यदि दशम किसी भी ग्रह से रहित है, तो दशम भाव के स्वामी को नवांश में रखने पर विचार करना उचित होता है. तब इसकी अवधारणा में कुछ अन्य पहलू भी शामिल होते दिखाई देते हैं.
करियर चयन में ग्रहों की भूमिका
नेतृत्व और प्रशासन के दोहरे पहलू सूर्य का अधिकार काफी मजबूती से सामने आता है. सूर्य ही किसी काम में आपकी पकड़ को मजबूती देने वाला ग्रह है. यदि किसी बड़े समूह संघ को अपने नियंत्रण अनुसार चलाना है तो वहां सुर्य की भूमिका अग्रीण होगी. यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करता है. सूर्य विशेष रूप से शीर्ष पदों का अधिकार रखता है इसके अलावा सरकार एवं राजनीति में मिलने वाली बेहतरीन सफलता के लिए भी सूर्य ही सबसे उपयुक्त ग्रह माना गया है. सूर्य यदि कुंडली में बलिष्ठ है तो व्यक्ति अपने करियर में उच्च पद पाने में सफलता को पाने की अच्छी संभावनाएं देख सकता है. व्यवसाय में यदि आगे बढ़ने की चाह हो तब सूर्य हर्बल से जुड़े उत्पादों, दवा या कंपनी में एक शीर्ष स्थान दिलाने में आगे रहता है.
जब चंद्रमा की बात आती है तो यह जल और रचनात्मक का एक मात्र बेहतरीन उदाहरण बनता है. हर प्रकार के पानी या डेयरी उत्पादों से जुड़े काम को चंद्रमा देने में सक्षम होता है. किसी भी रचनात्मक उद्यम या काम का समर्थन हमें चंद्रमा की मजबूत स्थिति से ही मिलता है. इसके अलावा कृषि क्षेत्र में किए गए प्रयासों को उत्तम स्तर तक ले जाने में भी चंद्रमा अत्यंत सहायक बनता है. इसी तरह से उच्च स्तरीय मेडिकल कॉलेज से स्नातक करने की इच्छा हो या पोस्ट-ग्रेजुएट कार्यकाल के बाद एक प्रतिष्ठित अस्पताल में अभ्यास शुरू करने की चाह है, तो यहां चंद्रमा का योगदान व्यक्ति के लिए बेहद विशेष हो जाता है. मेडिकल के क्षेत्र में सूर्य, बृहस्पति और चंद्रमा की शुभ स्थिति सफलता प्रदान करने वाली होती है.
कानून के कार्यों में शामिल होने की स्थिति बुध शनि, सूर्य, बृहस्पति के द्वारा संभव हो पाती है. न्यायपालिका और किसी भी सिविल सेवा के बराबर माने जाने वाले करियर के लिए यह ग्रह विशेष रुप से अपना सहयोग देते हैं. इंजीनियर होने में बुध और बृहस्पति के अनुकूल प्रभाव आते हैं, क्योंकि बुध और बृहस्पति यह दोनों ग्रह बुद्धि, ज्ञान और बौद्धिकता का प्रतिनिधित्व करते हैं. तकनीकी शिक्षा को नियंत्रित करते हैं. एक सफल इंजीनियर बनने के लिए इन ग्रहों की स्थिति और दृष्टि कुंडली में किसी तकनीकी काम से जुड़ने की ओर इशारा करती है.
बैंकिंग में काम करने की स्थिति कुछ विशेष ग्रहों के द्वारा मजबूत बनती है. यदि आपके लिए बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि शक्तिशाली ग्रह के रुप में हैं तो उस स्थिति में आप बैंकिंग में एक सफल करियर की उम्मीद कर सकते हैं.
राजनीति के क्षेत्र में सफलता के लिए व्यक्तित्व की ताकत, राजनीतिक समझ और ग्रहों के एक शक्तिशाली योग युति की आवश्यकता होती है, विशेष रूप से सूर्य, बृहस्पति, शनि और मंगल, जो एक व्यक्ति की स्थिति को ऊंचा करते हैं और उसे राजनीतिक प्रतिष्ठा और छवि प्रदान करने वाले होते हैं.
करियर में सफलता के लिए जरुरी है की अपने ग्रहों को अच्छे से जान लिया जाए. जब हम ग्रहों की शक्ति को समझ लेते हैं तो अपने काम काज में सफलता के लिए हमें अधिक इंतजार करने की आवश्यकता बिलकुल भी नहीं होती है.