वैशाख पूर्णिमा और इस दिन किए जाने वाले राशि अनुसार उपाय

वैशाख पूर्णिमा हिन्दू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. यह तिथि धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत पावन मानी जाती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है. साथ ही, बुद्ध पूर्णिमा भी इसी दिन आती है, जिसे भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण की स्मृति में मनाया जाता है.

इस दिन गंगा स्नान, व्रत, उपवास और दान का विशेष महत्व है. माना जाता है कि वैशाख पूर्णिमा पर किया गया पुण्य कई गुना बढ़कर फल देता है. यह तिथि आत्मशुद्धि, पितृ दोष निवारण और मनोकामना पूर्ति के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है. साथ ही, इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ, तुलसी जल अर्पण और दीप दान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है.

वैशाख पूर्णिमा पर दान और पुण्य का लाभ

वैशाख पूर्णिमा के दिन अन्न, वस्त्र, जल, घी, चावल, गुड़, शहद, पंखा, जल से भरे घड़े, छाता और धार्मिक ग्रंथों का दान करने से विशेष लाभ मिलता है. गाय, ब्राह्मण और जरुरतमंदों को किए गए दान से जीवन में पापों का क्षय होता है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है.

इस दिन हनुमान जी को सिंदूर और चोला चढ़ाना चाहिए, साथ ही गुड़-चने का भोग लगाना चाहिए. इससे शत्रु बाधा दूर होती है.लक्ष्मी नारायण मंदिर में सफेद मिठाई चढ़ाना चाहिए और गरीबों को दान दें. धन लाभ के योग बनते हैं. दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए और कन्याओं को भोजन कराना चाहिए. बुद्धि और वाणी में सकारात्मकता आती है. शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित करना चाहिए. पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बढ़ती है. सूर्य देव को जल अर्पण करना चाहिए और गाय को गुड़ रोटी खिलानी चाहिए जिससे मान-सम्मान में वृद्धि होती है.

वैशाख पूर्णिमा पर राशि अनुसार उपाय और महत्व 

मेष राशि 

इस दिन हनुमान जी को चमेली का तेल और सिंदूर चढ़ाना चाहिए, चने-गुड़ का भोग लगाना चाहिए और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए.

मेष राशि के जातकों को साहस, ऊर्जा और आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है. यह उपाय उनके भीतर छुपी शक्ति को जाग्रत करता है और शत्रु बाधा या कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में सफलता दिलाता है.

वृषभ राशि 

लक्ष्मी-नारायण मंदिर में जाकर शुद्ध घी का दीपक जलाएं, सफेद वस्त्र धारण कर मीठा प्रसाद (खीर, मिश्री) चढ़ाना चाहिए और गरीबों को वस्त्र एवं अन्न दान करना चाहिए.

वृषभ राशि के जातकों के लिए यह उपाय आर्थिक स्थिरता और भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि लाता है. ग्रहों की बाधा से मुक्ति मिलती है और सौंदर्य व ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है.

मिथुन राशि

इस दिन मां दुर्गा को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करना चाहिए, दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए और छोटी कन्याओं को भोजन कराना चाहिए.

मिथुन राशि के लोगों को मानसिक स्पष्टता और वाणी पर नियंत्रण की आवश्यकता होती है. यह उपाय उनके विचारों में स्थिरता लाकर संवाद में प्रभावशाली बनाता है, जिससे सामाजिक और व्यावसायिक लाभ होता है.

कर्क राशि

शिवलिंग पर दूध, जल और बेलपत्र अर्पित करना चाहिए. चावल और दूध का दान करना चाहिए.

कर्क राशि के जातक भावुक और संवेदनशील होते हैं. शिव पूजन से उनके मानसिक तनाव और पारिवारिक असंतुलन दूर होते हैं. यह उपाय घर में शांति और समृद्धि लाता है.

सिंह राशि 

सूर्य देव को तांबे के लोटे में जल, लाल पुष्प और गुड़ डालकर अर्घ्य दें. साथ ही गाय को गुड़ रोटी खिलानी चाहिए.

सिंह राशि वालों के लिए यह उपाय आत्मसम्मान, पद-प्रतिष्ठा और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि करता है. सरकारी कामों में लाभ मिलता है और समाज में सम्मान बढ़ता है.

कन्या राशि

श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए, तुलसी के पौधे में जल चढ़ाना चाहिए और पीले वस्त्र का दान करना चाहिए.

कन्या राशि के जातकों के लिए यह उपाय मानसिक शांति और रोग-मुक्ति लाता है. पढ़ाई, लेखन और शोध कार्यों में सफलता मिलती है.

तुला राशि 

राधा-कृष्ण मंदिर में गुलाब के फूल और श्रृंगार सामग्री अर्पित करना चाहिए. सफेद वस्त्र और मिठाई का दान करना चाहिए.

तुला राशि के जातक संतुलन और सौंदर्य में विश्वास रखते हैं. यह उपाय प्रेम संबंधों में मिठास लाता है, वैवाहिक जीवन को सुखद बनाता है और मन की चंचलता शांत करता है.

वृश्चिक राशि 

काल भैरव या महाकाली की पूजा करना चाहिए. काले तिल और उड़द दाल का दान करना चाहिए.

वृश्चिक राशि के जातक तीव्र स्वभाव और गूढ़ चिंतन वाले होते हैं. यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा, भय और आकस्मिक घटनाओं से रक्षा करता है और आध्यात्मिक शक्ति को जाग्रत करता है.

धनु राशि 

विष्णु जी को केले और पीले पुष्प अर्पित करना चाहिए. पीले वस्त्र पहनें और ब्राह्मणों को दान दें.

यह उपाय गुरु ग्रह को बल देता है, जिससे शिक्षा, ज्ञान, यात्रा और आध्यात्मिक उन्नति में सफलता मिलती है. भाग्यबल प्रबल होता है.

मकर राशि 

भगवान शनि को तिल के तेल से अभिषेक करना चाहिए, काले तिल और लोहे के पात्र का दान करना चाहिए.

मकर राशि के जातकों के लिए यह उपाय कार्यक्षेत्र में बाधाएं दूर करता है. कर्मफल में सुधार होता है और जीवन में स्थिरता आती है.

कुंभ राशि 

गरीबों को जल से भरे घड़े, पंखा, चप्पल और ताजा फल का दान करना चाहिए.

कुंभ राशि के जातक मानवीय सेवा में रुचि रखते हैं. यह उपाय उनके सामाजिक प्रभाव को बढ़ाता है और आकस्मिक लाभ या मदद के योग बनाता है.

मीन राशि 

भगवान विष्णु की पूजा करना चाहिए, केले के पेड़ की पूजा करना चाहिए और जरूरतमंदों को भोजन कराना चाहिए.

मीन राशि के जातक भावुक और कल्पनाशील होते हैं. यह उपाय उनके मन को स्थिर करता है, आध्यात्मिक उन्नति में सहायता करता है और दाम्पत्य सुख को बढ़ाता है.

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