मस्तिष्क रेखा की विभिन्न स्थितियाँ | Representations of Various Positions of Head Line - Line of Head

मस्तष्कि रेखा की स्थिति व्यक्ति की बुद्धिमत्ता, सीखने की प्रवृत्ति, विशिष्ट विधा की दिशा को दर्शाती है तथा व्यक्ति की, बुद्धि और मन के निर्धारण मे महत्वपूर्ण भूमिका को व्यक्त करत है। इस रेखा का आरंभ तीन भिन्न स्थानों से हो सकता है। इसका आरंभ गुरु पर्वत के मध्य से, जीवन रेखा के प्रारंभ से या मंगल पर्वत से होता है। मस्तिष्क रेखा का निरुपण हाथ के आकार के अनुसार भिन्न भिन्न होता है। हालांकि, सामान्य हाथ पर मस्तिष्क रेखा के विवरण की चर्चा पहले की जा चुकी है। मस्तिष्क रेखा की स्थिति के अनुसार कुछ सामान्य विवरण नीचे दिया जा रहा है,

  • यदि मस्तिष्क रेखा का उद्गम गुरु पर्वत से होता है और वह जीवन रेखा को छूती है तो यह दर्शाता है कि व्यक्ति अपने क्षेत्र मे उत्साही और कुशल प्रवृत्ति का होता है, और वह साहस और दृढ़ संकल्प के साथ अपने उद्देश्यों को पूर्ण करता है।
  • यदि मस्तिष्क रेखा का उदगम गुरु पर्वत से होता है  परन्तु वह जीवन रेखा को नही छूती है तो यह इस बात को दर्शाती है कि व्यक्ति जल्दबाजी मे निर्णय लेने वाला और अविवेकी होगा है।
  • यदि मस्तिष्क रेखा प्रारंभ मे जीवन रेखा को छूती हुई हो ै तो व्यक्ति संवेदनशील और घबराने वाला होता है जिसके कारण वह सावधानी और रक्षात्मक दृष्टिकोण अपनाता है।
  • यदि मस्तिष्क रेखा का उदगम मंगल पर्वत से होता है और साथ ही यह जीवन रेखा को भी छूती है, तो यह एक अच्छा संकेत नही है, ऐसा व्यक्ति चिंतित और अस्थिर विचारों वाला होता है। ऐसा व्यक्ति अत्यधिक संवेदनशील और चिड़चिड़ा भी होता है।

मस्तिष्क रेखा एवं हाथ के आकार | Line of Head in Relation to the Six Hand Types

आमतौर पर मस्तिष्क रेखा का निरुपण हाथ के आकार पर भी निर्भर करता है। यहां पर प्रमुख छह प्रकार के हाथ जैसे मौलिक हाथ, वर्गाकार हाथ, चपटा हाथ, दार्शनिक हाथ, शंक्वाकर  हाथ, मानसिक हाथ द्वारा विवेचन किया जा रहा है। मस्तिष्क रेखा और विभिन्न प्रकार के हाथ के संबंध में विवरण नीचे प्रदान किया गया है -

  • मौलिक हाथ | Elementary Hand- मौलिक हाथ में मस्तिष्क रेखा का झुकाव चंद्र पर्वत की ओर हो तो व्यक्ति कल्पनाशील और अंधविश्वासी प्रवृत्ति का होता है।
  • वर्गाकार हाथ | Square Hand - वर्गाकार हाथ मे यदि मस्तिष्क रेखा झुकाव लिये हो तो व्यक्ति का चरित्र कल्पनाशील परन्तु व्यावहारिकता पर निर्भर करता है। यदि बाकी हाथों मे भी मस्तिष्क रेखा झुकाव लिये हो तो व्यक्ति पूर्णतः सनकी होता है।
  • चपटा हाथ | Spatulate Hand - चपटे हाथ मे मस्तिष्क रेखा अत्यधिक झुकाव लिये हो तो व्यक्ति बेचैन, चिड़चिड़ा और असंतुष्ट स्वभाव  वाला होता है।
  • दार्शनिक हाथ | Philosophical Hand - यदि दार्शनिक हाथ में मस्तिष्क रेखा बिल्कुल सीधी हो तो व्यक्ति विवेकपूर्ण, विश्लेषणात्मक, तर्कसंगत और उन्मादी होता है, उसे कर्मो का ज्ञान होता है और अपने साथियों के कार्य को पूर्ण करता है।
  • शंक्वाकार हाथ | Conic Hand - शंक्वाकार हाथ मे मस्तिष्क रेखा का चंद्र पर्वत पर निरंतर झुकाव हो तो व्यक्ति का भावात्मक झुकाव जैसे रोमांस, परोपकार और सहानुभूति पर होता है, इस हाथ की विशेषताएं वर्गाकार हाथ के विपरीत है।
  • मानसिक हाथ | Psychic Hand- मानसिक हाथ में स्तिष्क रेखा नीचे की ओर जाते हुये हो तो व्यक्त अत्यंत काल्पनिक और पागल होता है, ऐसा व्यक्ति व्यक्ति सनकी होता है, लेकिन समय बीतने के साथ वह  व्यावहारिक हो जाता है।