तेरह मुखी रुद्राक्ष और चौदह मुखी रुद्राक्ष | Terah Mukhi Rudraksha and Chaudah Mukhi Rudraksha

तेरह मुखी रुद्राक्ष समस्त कामनाओं की पूर्ति करता है  तथा दांपत्य जीवन को सुखद एवं ख़ुशियों  से भरपूर बनाता है. इच्छा भोगों की प्राप्ति होती है. 13 मुखी रुद्राक्ष को कामदेव का स्वरूप माना गया है. यह सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाला है. इसे धारण करने से कामदेव व रति का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसे धारण करने से वशीकरण और आकर्षण का गुण भी मिलता है.

इसका उपयोग करने से व्यक्ति अनेक सिद्धियों का ज्ञाता होता है. धन ,रस - रसायन की सिद्धियां एवं सुख भोग प्राप्त होते हैं. इस रुद्राक्ष में कामदेव एवं रति का निवास है, इस कारण ये रुद्राक्ष धारण करने से वैवाहिक जीवन की समस्त ख़ुशियाँ प्राप्त होती हैं. साधु, तपस्वी और योगीजन तेरहमुखी रुद्राक्ष की आध्यात्मिक उपलब्धियों हेतु इसे धारण करते हैं.

तेरह मुखी रुद्राक्ष के लाभ | Benefits of Terah Mukhi Rudraksha

तेरह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से मनुष्य राजसी मान सम्मान पाता है. तेरह मुखी रुद्राक्ष इच्छाओं और सिद्धि को देने वाला है, यह पापों से मुक्ति देता है. त्रयोदशमुखी रुद्राक्ष को विश्वेश्वर भगवान का रूप माना गया है. यह अर्थ एवं सिद्धियों को पूर्ण करता है. मान-सम्मान और कीर्ति देने वाला यह रुद्राक्ष शारीरिक सुंदरता को बढ़ाता है तथा व्यक्तित्व को आकर्षक बनाता है. स्त्री पुरूष दोनों को रुप गुण प्रदान करता है. लक्ष्मी प्राप्ति में अत्यंत उपयोगी यह रुद्राक्ष धारक को धन संपदा से युक्त कर देता है. इन्द्र का स्वरुप भी माना गया है. इस रुद्राक्ष से वशीकरण, आकर्षण, ऐश्वर्य प्राप्त होता है. उच्च पद प्राप्ति, सम्मान में वृद्धि दिलाता है.

तेरह मुखी रुद्राक्ष से स्वास्थ्य लाभ | Health Benefits of Terah Mukhi Rudraksha

तेरह मुखी रुद्राक्ष शरीर के आंतरिक रोगों को दूर करने में सहायक होता है. ज्योतिष अनुसार यह रुद्राक्ष शुक्र ग्रह के समान होता है. यह रुद्राक्ष निसंतान को संतान प्रदान करने वाला होता है. तेरह मुखी रुद्राक्ष चर्म संबंधित रोगों को भी दूर करने में बहुत फ़ायदेमंद है.

तेरह मुखी रुद्राक्ष मंत्र | Terah Mukhi Rudraksha Mantra

ॐ ह्रीम नमः

इसे “ॐ ह्रीं हुम नमः का जाप करके धारण करना चाहिए.

चौदह मुखी रुद्राक्ष | Chaudah Mukhi Rudraksha

चौदह मुखी रुद्राक्ष को शिव के अवतार भगवान हनुमान जी का स्वरूप माना गया है. चतुर्दशमुखी को शिखा पर धारण करने से व्यक्ति को परम पद की प्राप्ति होती है. रुद्राक्ष में भगवान हनुमान का निवास होने के कारण कोई भी बुरी बाधा,  भूत, पिशाच  व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुँचा पाती, व्यक्ति निर्भय होकर रहता है.  चौदह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से शक्ति सामर्थ्य एवं उत्साह का वर्धन होता है और संकट समय संरक्षण प्राप्त होता है.

चौदह मुखी रुद्राक्ष लाभ | Benefits of Chaudah Mukhi Rudraksha

चौदह मुखी रुद्राक्ष को धारण करके व्यक्ति भगवान शिव का सानिध्य प्राप्त करता है. चौदह मुखी रुद्राक्ष का धारण कर्ता सुख एवं शांति प्राप्त करता है. सन्यासी वाम मार्गी एवं शिव शक्ति के भक्त इसे धारण करते हैं. इस रुद्राक्ष को धारण करने से साधना सिद्ध होती है. चौदहमुखी रुद्राक्ष परमदिव्य ज्ञान प्रदान करने वाला होता है. इसे धारण करने से देवों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

14 मुखी रुद्राक्ष सुखदायक होता है. यह रुद्राक्ष चौदह विद्याओं, चौदह लोकों तथा चौदह इंद्रों का स्वरूप भी कहा गया है. शनि साढ़े साती, महादशा या शनि पीड़ा से मुक्ति हेतु इस रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए यह शनि तथा मंगल के अशुभ प्रभावों से मुक्ति दिलाता है. चौदह मुखी रुद्राक्ष की पूजा सुख-सौभाग्य प्रदान करने वाली है. 14 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति को ऊर्जावान, निरोगी बनाता है.

चौदह मुखी रुद्राक्ष मंत्र | Chaudah Mukhi Rudraksha Mantra

चौदह मुखी रुद्राक्ष के लिए “ॐ नमः शिवाय” का जाप मंत्र है इस मंत्र को जपते हुए इसे धारण करें.

स्वास्थ्य लाभ | Health Benefits of Chaudah Mukhi Rudraksha

यह समस्त रोगों का शमन करने वाला, समस्त व्याधियां को शांत करने वाला है. इसे धारण करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है. तथा वंश रक्षक है, छटी इन्द्रिय जागृत कर होने वाली घटनाओं का बोध कराता है. दुर्घटना, चिंता से मुक्त करके सुरक्षा एवं समृद्धि प्रदान करता है.  चौदह मुखी रुद्राक्ष सौभाग्य में वृद्धि करता है. यह चौदह विद्या, चौदह लोकों , चौदह मनु, का रूप है. इस चमत्कारी रुद्राक्ष में अनंतगुण विधमान हैं. इसका धारणकर्ता समस्त सुखों को भोगता है. चौदह भुवनों का रक्षक एवं स्वामी बनता है, चौदहमुखी रुद्राक्ष बहु उपयोगी है.