गौरी शंकर रुद्राक्ष | Gauri Shankar Rudraksha

गौरी शंकर रुद्राक्ष माता पार्वती एवं भगवान शिव का प्रतीक है जैसा क नाम से ही स्पष्ट होता है कि यह रुद्राक्ष शिव पार्वती जी की एक अदभुत संगम का रुप है. इसे धारण करने से सभी प्रकार के दांपत्य सुखों की प्राप्ति होती है. जीवन साथी रुप में यह रुद्राक्ष पति -पत्नी के रिश्ते को प्रगाढ़ बनाता है तथा उनमें एकात्म का भाव जागृत करता है. दांपत्य सुख एव्म शांति के लिए गौरी शंकर रुद्राक्ष को सर्वश्रेष्ट माना जाता है.  यह अंतर्दृष्टि को विकसित करने के लिए उपयोगी है हमारे स्वयं की कमी को पहचानने में तथा अपनी कमियों को दूर करने में मदद करता है,

प्राकृतिक रूप से युग्म रुप में जुडा़ हुआ यह रुद्राक्ष शिव और शक्ति के मिलन रुप का यह अमूल्य रुद्राक्ष भक्ति एवं आस्था का उत्तम रुप है. इस रुद्राक्ष को उपयोग में लाने से भगवान शिव और माता पार्वती जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. गौरी शंकर रुद्राक्ष मोक्ष प्राप्ति में भी लाभदायी है. इस रुद्राक्ष को तिजोरी में रखें किसी भी प्रकार की कोई आर्थिक क्षति नहीं होगी, आप उन्नति प्राप्त कर सकेंगे. यह रुद्राक्ष पूजा घर में रखना अत्यंत उत्तम होता है.

गौरी शंकर रुद्राक्ष एक दुर्लभ रुद्राक्ष है. यह विशेष रूप से एक ओर मां गौरी का प्रतिनिधित्व करता है और अन्य भगवान शंकर का प्रतिनिधित्व करता है. यह रुद्राक्ष बनाता है परिवार में शांति और सुख के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. इस रुद्राक्ष का पूजन दर्द और पीड़ा और अन्य सांसारिक बाधाओं को नष्ट कर देता है. जिनके विवाह में अनावश्यक विलम्ब हो रहा हो, उन्हें इस रुद्राक्ष को अवश्य धारण करना चाहिए.

भगवान शिव और देवी के एकीकृत रूप की पहचान यह रुद्राक्ष ब्रह्मांड के विकास और विस्तार का कारण बनता है. इसलिए यह माना जाता है कि परिवार में शांति और आराम के लिए यह सबसे अच्छा है. प्राचीन ग्रंथों में इसका उल्लेख है कि यह रुद्राक्ष पुण्य (अच्छा कर्म) देय है. पुराणों में गौरी शंकर रुद्राक्ष को पारिवारिक जीवन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. यह रुद्राक्ष सात्विक प्रकृति को इंगित करता है, सर्वसिद्धिदायक तथा मोक्ष दायक माना गया है.

गौरी शंकर रुद्राक्ष का मंत्र | Gauri Shankar Rudraksha Mantra

ॐ गौरीशंकराय नमः ,
ॐ नमः शिवाय

सत्तारूढ़ भगवान देवी गौरी और भगवान शंकर हैं इस रुद्राक्ष को सोमवार के दिन प्रात:काल स्वच्छ होकर शुद्ध मन से प्रभु का स्मरण करें तत्पश्चात इस गौरी श्म्कर रुद्राक्ष को मंत्र द्वारा अभिमंत्रित करके सोने, चांदी या धागे में डालकर धारण करें

अपने पूजा स्थान पर गौरी शंकर को रखें व पूजन करें. दर्द और पीड़ा और अन्य सांसारिक बाधाओं को नष्ट करने में सहायक यह

गौरी शंकर रूद्राक्ष बुरे सपनों एवं बुरी ताक़तों से मुक्त करता है

गौरीशंकर रूद्राक्ष पहनने से रिश्तों में मज़बूती आती है. यह परिवार के रिश्तों को बढ़ाता है. उन सभी के लिए जो एक सुखी विवाहित जीवन और परिवार में सुख और शांति का वास चाहते हैं उन सभी के लिए यह अमूल्य रुद्राक्ष है. धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष को प्रदान करता है.

स्वास्थ्य लाभ | Swasthya Labh

यौन समस्याओं को दूर करने में यह बहुत फ़ायदेमंद होता है , मानसिक शांति प्रदान करता है . तथा अन्य शारीरिक कष्टों को दूर करने में सहायक है निसंतान को सुयोग्य संतान का आशीर्वाद मिलता है. दिर्घायु प्रदान करता है.