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लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में केतु के साथ सूर्य, चंद्र, मंगल का संबंध | Relation Of Ketu With Sun, Moon and Mars in the Second House Of Lal Kitab

केतु और सूर्य | Ketu And Sun लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में केतु के साथ सूर्य का होना जातक के तेज में कमी करने वाला बन सकता है उसे पिता की ओर से सहायता मे कमी भी मिल सकती है किंतु वह अपने नाम को आगे ले जाने में

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में राहु का बृहस्पति, शुक्र, शनि के साथ संबंध | Relation Of Rahu with Jupiter, Venus and Saturn In The Second House Of Lal Kitab

बृहस्पति और राहु | Rahu And Jupiter लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में राहु के साथ बृहस्पति के स्थित होने पर राहु, बृहस्पति के अधीन हो जाता है. इस घर में बृहस्पति की ही चलती है क्योंकि एक ओर तो यह इसका घर होता है. अगर

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में राहु का सूर्य, चंद्रमा, मंगल और बुध के साथ संबंध | Relation Of Rahu with Sun, Moon, Mars and Mercury in the Second House of Lal Kitab

राहु और सूर्य | Rahu and Sun लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में राहु के साथ सूर्य होने पर जातक को परिवार के सुख में कमी मिलती है. मानसिक तनाव की स्थिति उसे परेशान कर सकती है. राहु इस स्थान पर सूर्य के तेज में अवरोध पैदा

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में केतु का बुध, बृहस्पति, शुक्र और शनि के साथ संबंध | Relation Of Ketu With Mercury, Jupiter, Venus and Saturn In The Second House Of Lal Kitab

केतु और बुध | Ketu and Mercury लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में केतु के साथ बुध का युति करना दोनों के फलों में अनुकूलता देने वाला हो सकता है यहां बुध केतु के साथ मिलकर उसके जैसे फलों को देने की कोशिश कर सकत है. यहां

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में शनि का बृहस्पति, शुक्र और राहु केतु के साथ संबंध | Relation Of Saturn With Jupiter, Venus and Rahu/Ketu In The Second House Of Lal Kitab

शनि और बृहस्पति | Saturn and Jupiter लाल किताब कुण्डली में दूसरे घर अगर शनि के साथ गुरू के होने पर अनुकूलता में कमी आ सकती है. यह दोनों साथ में एक दूसरे के साथ होकर दूसरे घर के फलों में कमी कर सकते हैं. परिवार से दूरी

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में शनि का सूर्य, चंद्र, मंगल और बुध के साथ संबंध | Relation Of Saturn With Sun, Moon, Mars and Mercury In the Second House Of Lal Kitab

शनि और सूर्य | Saturn and Sun लाल किताब कुण्डली के दुसरे घर में शनि के साथ सूर्य की स्थिति व्यक्ति की भाषा में गर्मजोशी लाने का काम करती है वार्तालाप में कुछ उत्तेजना बनी रह सकती है. परंतु यहां एक दूसरे के साथ शत्रु भाव

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में शुक्र का बृहस्पति, शनि और राहु-केतु के साथ संबंध | Relation Of Venus With Jupiter, Saturn and Rahu-Ketu In The Second House Of Lal Kitab

शुक्र और बृहस्पति | Venus and Jupiter लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर शुक्र के साथ बृहस्पति के होने पर एक का ही प्रभाव फलित हो पाता है और दूसरे का प्रभाव खराब होने लगता है. इस दशा में बृहस्पति के फल नहीं मिल पाते और

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में बृहस्पति का अन्य ग्रहों के साथ संबंध | Relation of Jupiter With Other Planets In The Second House Of Lal Kitab

बृहस्पति और सूर्य | Jupiter and Sun बहस्पति के साथ सूर्य का होना एक अच्छी स्थिति को दर्शाता है. इन दोनों का प्रभाव इस घर पर 39 वर्षों तक शुभ प्रभाव मिलता रहेगा और जातक को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकेगी. यह दोनों ही

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में बृहस्पति का शुक्र, शनि और राहु-केतु के साथ संबंध | Jupiter's Association with Venus, Saturn, Rahu and Ketu in Second House of Lal Kitab

बृहस्पति और शुक्र | Jupiter and Venus बृहस्पति के साथ शुक्र यदि लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में बैठे हों तो इस दशा में बृहस्पति के फल नहीं मिल पाते और व्यक्ति को गुरू के प्रभावों से वंचित रहता है, अर्थात अगर कोई

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में बुध का अन्य ग्रहों के साथ संबंध | Relation Of Mercury With Other Planets In The Second House Of Lal Kitab - Part 1

बुध और सूर्य | Mercury And Sun लाल किताब कुण्डली में जब हम दूसरे घर में बुद के साथ सूर्य को पाते हैं तो यह तथ्य एक उज्जवल बौद्धिकता और ज्ञान का पैमाना लेकर आता है. बुध के साथ सूर्य का होना जातक क्लो ज्ञान के क्षेत्र में

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में मंगल का अन्य ग्रहों के साथ संबंध | Relation of Mars With Other Planets In The Second House Of Lal Kitab

लाल किताब कुण्डली का दूसरा घर धर्म ग्रह कहा जाता है यहां स्थित जो भी ग्रह हो वह धर्म ग्रह के रूप में प्रमुखता पाता है और जातक को उससे संबंधि फलों की प्राप्ति होती है. इसी के साथ इस घर का प्रमुख कारक ग्रह यदि स्वयं यहां

लाल किताब कुण्डली के दूसरे घर में मंगल का अन्य ग्रहों के साथ संबंध | Relation of Mars With Other Planets In The Second House of Lal Kitab

लाल किताब कुण्डली का दूसरा घर धर्म ग्रह कहा जाता है यहां स्थित जो भी ग्रह हो वह धर्म ग्रह के रूप में प्रमुखता पाता है और जातक को उससे संबंधि फलों की प्राप्ति होती है. इसी के साथ इस घर का प्रमुख कारक ग्रह यदि स्वयं यहां

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