तुलागत शुक्र का योगफल | Venus Aspecting Libra

तुलागत शुक्र का फल व्यक्ति को वैचारिक सोच में स्वतंत्रता देने वाला होता है. इस स्थान पर व्यक्ति साहस से पूर्ण होता है अपने वचनों का शुद्ध मन से आचरण करने की ओर प्रवृत्त होता है. व्यक्ति में भ्रमण करने की इच्छा बहुत होती है और वह विदेश जाने के लिए सदैव आतुर रहता है. व्यक्ति अच्छी वस्तुओं का शौक होता है. वह सुंदर आभूषणों और सुंदर वस्त्रों की चाह रखता है तथा स्वयं को सभी से अलग समझता है. समस्त सुखों की अनुभूति करने की चाह रखता है.

अपनी चतुराई द्वारा काम करने में निपुण होता है, ब्राह्मणों और देवताओं की सेवाओं को करने से प्रसिद्धि पाता है. इनका मिलनसार स्वभाव इन्हें बहुत सारे लोगों से जोडने में मददगार होता है. संगीत व अन्य ललित कलाओं सुगंध व सौन्दर्य की वस्तुओं की ओर इनका झुकाव रहता है. जातक सुन्दर, आकर्षक व्यक्तित्व का होता है. यह लोग बहुत सोच विचार कर बात करने वाले होते हैं. स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहता है. सौन्दर्य के प्रति रूझान रहता है और भोग-विलास में खर्च करने वाले होते हैं. भाग्य व बाहरी मामलों से धन कुटुंब का लाभ मिलता है.

जातक में सोच का दायरा का विस्तृत रूप में होता है वह अपने मन के अनुरूप कल्पनाओं की उडा़न भरने की चाह रखता है. प्रेम की चाह रहती है तथा स्त्री पक्ष के प्रति अधिक झुकाव लिए होता है. सभी राग-द्वेषों से दूर होकर अपने में मस्त रहना चाहता है. इसी के साथ ही व्यक्ति अपने लोगों की चाह को पूरा करने में भी तत्पर रहता है और किसी न किसी रूप में उनके लिए मददगार भी बनता है. कार्य निपुण होता है और सभी के प्रति प्रेम भावना भी रखता है. व्यक्ति का कलात्मक पक्ष काफी मजबूत रहता है.

वृश्चिकगत शुक्र का योगफल | Venus Aspecting Scorpio

वृश्चिकगत शुक्र के होने पर जातक की सौम्यता में कमी आती है. वह हठी और उदंड हो सकता है. संबंधों में खटपट रह सकती है, साझेदारी के मामलों में सावधानी रखनी चाहिए. आर्थिक मामलों में गुप्त नीति द्वारा काम करने वाले हो सकते हैं. राज्यपक्ष, व्यापार, राजनीति के मामलों में काफी निपुण रहते हैं. वाद-विवाद की स्थिति में पड़कर स्वयं के लिए परेशनियां उत्पन्न कर सकते हैं. शत्रु पक्ष पर अपनी नीति द्वारा सफलता पाने वाले होते हैं. कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिलती है.

अपने कार्यों में काफी निपुण होते हैं. लोगों से इनके सम्पर्क बढते हैं, अत्यधिक उत्साही और स्फूर्तिवान बनें रहते हैं. सुविधा और विलास के साधनों पर खर्च करते हैं, भोग वृती पर अंकुश नहीं लगाते हैं. विरोधीयों और प्रतिद्वन्दीयों को मात देने में सक्ष्म होते हैं. निर्दयी भी हो सकते हैं कठोर कर्म करने वाले होते हैं. भाईयों के साथ संबंधों में तनाव रह सकता है या उनसे विरक्त हो सकते हैं. बड़बोलापन भी खूब होता है जिस कारण परेशानी में भी पड़ सकते हैं.

जातक में विद्वेष की भावना भी खूब रहती है. धर्म के प्रति अधिक लगाव नहीं रखते हैं. स्वभाव से दुष्ट, धोखेबाज हो सकता है, काम में आलस्य का परिचय देने वाला होता है. पर-स्त्री से प्रेम करने वाला हो सकता है. अपराध छिपाने में चतुर होता है, लोगों के मध्य पड़कर उनके झगड़े का निपटारा करना में सफल रहता है. एक अच्छा मध्यस्थ बन सकता है.

धनुर्गत शुक्र का योगफल | Venus Aspecting Sagittarius

धनुर्गत शुक्र के होने पर जातक धर्म-कर्म करने वाला होता है. मान सम्मान पाने वाला अपने अच्छे आचरण से दूसरों के सम्मुख आदर ग्रहण करता है. अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूती देने वाला होता है. अपने परिश्रम द्वारा कठिन से कठिन कार्यों को करने के लिए सदैव तत्पर रहता है. विद्वानों की संगती में रहने वाला और उनसे आचरण की शुद्धता को सीखने वाला होता है. अपने लोगों के प्रति आदर भाव रखता है तथा समाज के हित के कार्यों को करने के लिए भी प्रयासरत रहता है. गो धन से पूर्ण होता है व साधुजनों की सेवा करने वाला होता है. अच्छी स्त्री का साथ पाता है व संतान की ओर से सुखद अनुभूति मिलती है.

सामाजिक प्रतिष्ठा और खुशहाली रहती है. सामाजिक क्षेत्र बढे़गा और मित्रों सहयोगियों का साथ भी मिलता है. स्त्रीवर्ग की ओर आकर्षित रहते हैं अभिलाषाओं की सम्पूर्ति होती है. कला संगीत इत्यादि में भी रुचि जागृत होती है. परिस्थितियों का बड़ी चतुरता से सामना करते हैं. ललितकला, संगीत व साहित्य में रूचि रहती है. यात्राओं से लाभ मिलता है, राज्य मंत्री जैसे पद की प्राप्ति भी होती है.

"शुक्रगत स्थिति का योगफल - भाग 1"

"शुक्रगत स्थिति का योगफल - भाग 2"

"शुक्रगत स्थिति का योगफल - भाग 4"