Articles in Category Vedic Astrology

वक्री मंगल का वृष राशि में गोचर प्रभाव

वक्री मंगल का वृष राशि में गोचर 13 नवंबर, 2022 वैदिक ज्योतिष के तत्वों के आधार पर वक्री मंगल का वृष राशि 13 नवंबर, 2022 में गोचर. इस गोचर का 12 राशियों के जातकों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा. कुछ के लिए

सूर्य का पुनर्वसु नक्षत्र गोचर फल

सूर्य का गोचर पुनर्वसु नक्षत्र में तब होता है जब सूर्य मिथुन राशि के अंतिम चरणों की ओर अग्रसर होता है. पुनर्वसु नक्षत्र के तीन चरण मिथुन राशि में ही पड़ते हैं और इसका अम्तिम चरण कर्क राशि में होता

वक्री मंगल का मिथुन राशि में गोचर

वक्री मंगल का मिथुन राशि में गोचर - 30 अक्टूबर 2022 मंगल का शुभ प्रभाव व्यक्ति को साहस, ताकत और पराक्रमी बनाता है, जबकि कमजोर अवस्था में ग्रह व्यक्ति के आत्मविश्वास को कमजोर करता है. यह मेष और

शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर जानिए सभी राशियों पर इसका प्रभाव

शुक्र, जिसे प्रेम और वैभव के ग्रह के रूप में भी जाना जाता है, अपनी ही राशि तुला से मंगल की राशि, यानी वृश्चिक में गोचर करेगा. इस गोचर के दौरान प्रेम की तीव्रता और जोश से मुलाकात होगी. शुक्र का

धनु राशि में सूर्य का गोचर (16 दिसंबर 2022) सभी राशियों के लिए होगा खास

सूर्य को आत्मा एवं ऊर्जा माना जाता है, वैदिक ज्योतिष में यह इन्हीं तत्वों का कारक बनकर जीवन के विकास में सहायक बनता है. कुण्डली में यह राष्ट्र राजा और पिता का स्वाभाविक कारक होता है. इस ग्रह की शक्ति

बुध का वृश्चिक राशि गोचर ( 13 नवंबर 2022)

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर किसी व्यक्ति के संचार, व्यवहार, व्यवसाय और तर्क -विश्लेषण के तरीके में एक बड़ा बदलाव लाने वाला होता है. यह गोचर विभिन्न राशियों के लोगों के लिए कई सकारात्मक और नकारात्मक

बुध का तुला राशि गोचर (26 अक्टूबर 2022)

बुध ग्रह व्यक्ति के संचार कौशल, विचारशीलता, तर्क वितर्क, क्षमताओं और बुद्धि, वाणी का कारक है. इस कारन से बुध का राशि बदलाव जब भी होता है इन गुणों पर इसका असर अवश्य दिखाई देता है. बुध का कन्या राशि से

वक्री शनि करेंगे मकर राशि में प्रवेश, इन राशियों के लिए बनेंगे कुछ विशेष योग

शनि की चाल में जब बदलाव होता है तो वक्री अवस्था का असर काफी चीजों को बदल देता है. शनि एक लम्बे समय तक मकर राशि में रहे ओर कुंभ में आए लेकिन वक्री होकर एक बार फिर से मकर में ही जाने वाले हैं. अब इस

वक्री बृहस्पति का मीन राशि में गोचर का फल

28 जुलाई 2022 को बृहस्पति का मार्गी से वक्री अवस्था में बदलाव होगा. जिस प्रकार मार्गी बृहस्पति अनुकूलता को दर्शाता है वहीं गुरु का वक्रत्व अनुकूलता को दर्शाता है. वैदिक ज्योतिष में, बृहस्पति का गोचर

शुक्र का वृषभ राशि गोचर 2023, राशियों को होगा विशेष लाभ

06 अप्रैल 2023 को शुक्र के वृष राशि में गोचर से  शुक्र का बल वृद्धि पाएगा. शुक्र से जुड़े वस्तुओं में भी वृद्धि देखने को मिलेगी, इस समय पर कुछ अच्छी वस्तुओं की प्राप्ति होगी. आस पास की स्थिति भी

शनि महाराज - मित्र या शत्रु

शनि देव अपने स्वरुप एवं अपने प्रभाव के कारण सभी के मध्य एक अत्यंत रहस्यमय एवं कठोर देव के रुप में स्थापित हैं शनि देव को सनातन धर्म में एवं ज्योतिष शास्त्र दोनों ही स्थानों पर काफी महत्व प्रदान किया

सूर्य का आर्द्रा नक्षत्र गोचर फल

सूर्य ने 22 जून को गोचर करते हुए आर्द्रा नक्षत्र में जाएंगे. आर्द्रा नक्षत्र मिथुन राशि में 06.20 से 20.00 डिग्री पर स्थित होता है, पश्चिमी ज्योतिष में इसे ओरियन के नक्षत्र में बेटेलगेस के नक्षत्र और

सूर्य का मिथुन राशि गोचर 15 जून से 16 जुलाई

सूर्य का मिथुन राशि गोचर 15 जून से 2023 में शुरु होगा, सूर्य का गोचर मिथुन राशि में अनुकूल स्थिति का माना गया है. मिथुन राशि बुध के स्वामित्व की राशि है ऎसे में सुर्य के लिए ये स्थान मित्रवत स्थिति

बुध का वृषभ राशि गोचर (07 जून 2023), नवीन क्षमताओं का विकास

बुध का गोचर वृषभ राशि में होने पर एक अनुकूल समय की स्थिति को दर्शाने में सहायक बन सकता है. बुध का जब शुक्र के स्वामित्व की राशि वृषभ में प्रवेश होता है तो ये स्थिति कई मायनों में बदलाव को दर्शाती है.

सूर्य का वृषभ राशि गोचर 14 मई से 15 जून तक

सूर्य का वृषभ राशि गोचर सूर्य का वृषभ राशि गोचर के द्वारा आपको आर्थिक रुप से प्रभावशाली होगा. इस समय के दौरान आप के पास कुछ बेहतर नए विकल्प आपको आय के नए स्त्रोत दिलाने में सहायक होगा. मेष राशि मेष

शुक्र का मीन राशि गोचर 2023

शुक्र का मीन राशि में प्रवेश 27 अप्रैल 2023 को होगा. शुक्र का गोचर मीन राशि में होने पर शुक्र के बलाबल में वृद्धि होगी. मीन राशि में शुक्र उच्च स्थिति को पाता है. शुक्र ग्रह, विलासिता, आनंद,

सूर्य का गोचर मेष राशि में (14 अप्रैल से 15 मई 2023)

सूर्य का गोचर मेष राशि में अप्रैल माह के मध्य में होता है. इस समय पर सूर्य अपनी उच्चतम राशि की ओर प्रवृत्त होता है. सूर्य के गोचर का ये समय विशेष गतिविधियों के लिए खास होता है. इसी समय पर सूर्य की

मंगल का कुंभ राशि गोचर 2022

मंगल गोचर दिन - बृहस्पतिवार दिनांक - 7 अप्रैल 2022  मंगल राशि प्रवेश समय - 15:15 मिनिट मंगल 7 अप्रैल बृहस्पतिवार के दिन कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. मंगल का कुंभ राशि में जाना अग्नि तत्व का वायु

राहु-केतु का गोचर 2023 : राहु का गोचर मेष राशि में और केतु का गोचर तुला में

राहु और केतु का राशि परिवर्तन  12 अप्रैल, 2022 को होगा और यह गोचर सभी राशियों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है. ये ग्रह आपके पिछले जीवन कर्मों को दर्शाते हैं और आपके वर्तमान जीवन स्थितियों में

गुरु का मीन राशि गोचर 2022: मेष से मीन तक सभी को होगा असर

गुरु का गोचर इस वर्ष मीन राशि में हो रहा है. गुरु के स्वराशि में गोचर की स्थिति बदलाव को पाएगी क्योंकि गुरु काफी समय से वक्री अवस्था में थे ओर अब 23 नवंबर को वह मार्गी होंगे. 13 अप्रैल 2022 को